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ज्यादा सताए थकान तो हो जाएं सावधान,क्यों? - श्रीनारद मीडिया

ज्यादा सताए थकान तो हो जाएं सावधान,क्यों?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

थकान, रुचि और इच्छा कम  होने की एक अवस्था है। शारीरिक थकान का सामान्य अर्थ मन अथवा शरीर के सामथ्य के घट जाने से लिया जाता है। ऐसी हालत में आदमी से काम नहीं होता या बहुत कम होता है। थका हुआ व्यक्ति निष्क्रिय पड़ा रहता है। सामान्य रूप से जब अधिक परिश्रम किया जाता है तो हमारी मांसपेशियां, हड्डियां आदि शक्तिशाली बनती हैं। शरीर की कार्यक्षमता भी बढ़ जाती है। लेकिन सीमा से अधिक किया गया परिश्रम मानसिक, शारीरिक या स्नायु संबंधी थकावट उत्पन्न करता है।सुस्ती आना आम बात

ठंड या गर्मी के मौसम में मौसम की मार के कारण काम में मन न लगना, सुस्ती आना आम बात है लेकिन यदि आम दिनों में भी कार्यस्थल पर या घर में जब आपका मन किसी काम में न लगे। काफी काम शेष होने के बाद भी बिना कुछ किए ही आप थकान महसूस करते हो, आसपास घटने वाली किसी घटना में मित्रों या घर परिवार की किसी बात में आपका मन नहीं लगता हो, कमजोरी और सुस्ती महसूस होती हो तो मान लें कि आप थक चुके हैं। आपको आराम की आवश्यकता है।

समस्या का इलाज

अपनी दो उंगलियों  के पोरों से चेहरे की हल्की मालिश करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा जिससे आप महसूस करेंगे कि आपकी थकान रफ्फूचक्कर हो गई है। कई बार सुगंधित तेल के प्रयोग से भी शरीर की थकावट को भगाया जा सकता है। रोज योग और व्यायाम जरूर करें लेकिन बहुत ज्यादा व्यायाम न करें। कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। तनावमुक्त रहने की कोशिश करें।

इसके साथ ही अपने भोजन में संतुलित आहार जैसे हरे पत्तेदार सब्जियां, मौसमी सब्जियां, दालें अवश्य लें। खाने में विटामिन की मात्रा बढ़ाएं।  वहीं म्यूजिक सुनने से भी ब्रेन को काफी आराम मिलता है, इससे मानसिक शांति मिलती है, जिससे मानसिक थकावट को आसानी से दूर किया जा सकता है। एनीमिया (खून की कमी से होने वाला रोग) के रोगी को भी जरा-जरा सा काम करने के बाद अधिक शारीरिक थकान का अनुभव होता है। ऐसे लोगों को टमाटर और गाजर का जूस तथा हरी पत्तेदार सब्जियां अधिक मात्रा में खानी चाहिएं।

शरीर और स्वास्थ्य का रखें  ध्यान

यदि इसके बाद भी थकान या सुस्ती से आराम न मिले तो डाक्टर से परामर्श  ले सकते हैं और कुछ टॉनिक्स की मदद से भी इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है। कुछ लोगों को जल्दी शारीरिक थकान होने का कारण शरीर में रक्त की मात्रा आवश्यकता से भी कम होना, थाइराइड ग्रंथी का ठीक से काम न करना या फिर मधुमेह आदि रोग से ग्रस्त होना होता है।
अक्सर थकान को हम नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन ये जानना बहुत जरूरी है कि थकान का कारण क्या है और कैसे इसे जल्द से जल्द दूर किया जा सकता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो इस पर ध्यान देना जरूरी है क्योंकि ये आपके लिए एक बड़ी समस्या का कारण भी बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि इसके कारण जानना और इसके इलाज के लिए उपाय करना तो इस संडे हम यही संकल्प लेंगे कि हम अपने कार्य और जिम्मेदारियों के प्रति तो गंभीर रहेंगे ही लेकिन अपने शरीर और स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखेंगे।

थकान के कारण

थकान दो तरह की हो सकती है शारीरिक और मानसिक। हालांकि शारीरिक थकान से आराम करके जल्दी ही निजात पाई जा सकती है लेकिन मानसिक थकान को दूर करने में कुछ समय लग सकता है। ज्यादा शारीरिक काम करना, ज्यादा व्यायाम, ज्यादा तनावग्रस्त रहना, नींद पूरी न होना, शरीर में विटामिन व खून की कमी, नकारात्मक सोच का बढ़ना आदि कई वजहों से हो सकता है।  लम्बी अवधि तक एक ही प्रकार के कार्य करते रहने से काम में रुचि कम होकर मन में ऊब पैदा हो जाती है इसी कारण सुस्ती तथा अरुचि महसूस होती है। मानसिक और शारीरिक थकान के अन्य कारणों में कार्य में अरुचि, प्रेरणा का अभाव, मनोरंजन न करना, मानसिक अस्वस्थता अथवा शारीरिक रोग आदि हो सकते हैं जो व्यक्ति स्वभाव से संकोची होते हैं वे कुंठा का शिकार हो सकते हैं।

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