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सीवान के पवन जी के दुकान का पड़किया नहीं खाया तो क्या खाया? - श्रीनारद मीडिया

सीवान के पवन जी के दुकान का पड़किया नहीं खाया तो क्या खाया?

सीवान के पवन जी के दुकान का पड़किया नहीं खाया तो क्या खाया?

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छपरा रोड पर स्थित मिष्ठान भंडार का शुद्ध घी का पड़किया है जबरदस्त स्वादिष्ट

सीवान में स्वाद पर संवाद श्रृंखला, भाग 01
✍️गणेश दत्त पाठक

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

गुजिया यानी पड़किया हमारी सांस्कृतिक मिठास की पहचान रही है। हर त्योहार गुजिया के स्वाद से और उमंग भरा हो जाता है। इस बार तीज के त्योहार की खरीदारी के क्रम में सीवान के एक ऐसे दुकान पर पहुंचा, जहां के गुजिया के स्वाद ने मुझे अपना मुरीद बना लिया। सीवान में भी बाबुनिया मोड़ के पास छपरा रोड पर जैन स्वीट्स के थोड़ी दूर आगे गौरीशंकर मिष्ठान भंडार के गुजिए का जब स्वाद चखा तो मैं दंग रह गया। उस घी के गुजिए का स्वाद निःसंदेह लाजवाब है।

थावे के पड़किया के मुरीद विश्वभर में

गुजिया यानी एक ऐसी मिठाई, जिसके बिना हमारे त्योहारों की मिठास का अहसास शायद ही हो पाए। वैसे गुजिया या जिसे पड़किया भी कहते हैं, का नाम सुनते ही सबसे पहले तो गोपालगंज के थावे भवानी मंदिर का ही याद आता है। क्योंकि वहां मंदिर के पास गुजिया की कई दुकानें हैं। थावे का प्रसाद हो और गुजिया न हो यह भला कहां संभव होता है। सीवान में रहनेवाले हमलोग कई बार गुजिया के लिए थावे चले जाते है या कोई अतिथि उधर से आता है तो आस गुजिए की जरूर लगी रहती है।

तीज की खरीदारी के समय मिला गुजिया का लाजवाब स्वाद

हरितालिका तीज के अवसर पर गुजिया सबसे विशेष मिष्ठान होता है। पहले तो हर घर में गुजिया बना करता था। लेकिन आजकल रेडीमेड का चलन है। पिछली बार जेपी चौक के पास स्थित एक नामी गिरामी दुकान से गुजिया लिया लेकिन दाम के अनुरूप गुजिया का स्वाद नहीं था। तीज पर खरीदारी करने निकला तो मेरे अनुज डॉक्टर अविनाश का कुछ दिनों पहले का फेसबुक पोस्ट याद आया। जिसमें वह पवन गुप्ता के प्रतिष्ठान पर गुजिया खाते दिखे थे।

मैने सोचा कि चलो देखते है लेकिन गुजिया खरीदने के पूर्व चखूंगा जरूर। ऐसा सोचकर बबुनिया मोड़ के कुछ आगे जैन स्वीट्स के आगे पवन गुप्ता के प्रतिष्ठान गौरीशंकर मिष्ठान भंडार पहुंचा। जब गुजिया चखा तो मैं दंग रह गया। शुद्ध घी का वह गुजिया कमाल का सुस्वादु था। सुबह जब श्रीमती जी ने तीज के पारण के समय गुजिया चखा तो उनके मुख से भी लाजवाब शब्द ही निकला। बच्चों ने चखा तो फिर लाने की डिमांड रख दी।

शुद्ध घी के गुजिए के निर्माण में गुणवत्ता से समझौता नहीं करने का दावा

दुकान पर शुद्ध घी का गरम गरम पड़कियां तैयार होता मिल जायेगा। दुकान के पवन गुप्ता ने दावा किया कि हमारे यहां शुद्ध देशी घी का पड़किया तैयार होता है। हम कभी गुणवत्ता से समझौता नहीं करते। दाम भी ऐसा रखते हैं कि उपभोक्ताओं के जेब पर बड़ी चपत नही लगे। लेकिन गुजिए के स्वाद ने कम से कम मुझे तो मुरीद बना लिया। फिर जल्दी ही जायेंगे पवन जी का पड़किया खाने……

 

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