लोग नहीं कर पा रहे हैं लॉकडाउन के गाइडलाइन का पालन
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड मुख्यालय में सड़कों, बैंकों, होटलों, बाजारों और चौराहों की स्थित देखने के बाद ऐसा नहीं लगता है कि कोरोना जैसी महामारी से बचाव के प्रति हम पूर्णतः जागरुक हैं। हालांकि इस वैश्विक महामारी के दौर में रोटी,खपड़ा, मकान जैसी बुनियादी जरुरतों से रोज रु-ब-रु होना है। फिर भी हमें इससे बचने का भरसक प्रयास करना है। बताया जाता है कि दुकानदारों द्वारा कोरोना महामारी में जारी लॉकडाउन के गाइडलाइन का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। इसके लिए केवल दुकानदार ही नहीं, खरीदार दोषी हैं।जब स्थानीय प्रशासन को लगता है कि दुकानदार या बाजारवासी हदें पार करने लगते हैं तब प्रशासन अपना रुख सख्त करता है। बताया जाता है बड़हरिया बाजार में सोशल डिस्टेनसिंग का पालन नहीं हो रहा है । बाजारों में लगने वाली भीड़ में अधिकांश लोगों के मुंह में मास्क नहीं होते है । होते भी हैं तो नाक के नीचे। पुलिस गश्ती करती है तो दुकानदार दुकान बंद कर देते हैं और जैसे ही पुलिस गुजर जाती है तो फिर दुकान खुल जाती है।यह आंखमिचौली का खेल चलता रहता है। बड़हरिया बाजार के जामो चौक पर स्थित सेंट्रल बैंक, जामो रोड में स्थित केनरा बैंक, तरवारा रोड में स्थित स्टेट बैंक की शाखाओं में आये दिन उपभोक्ताओं की भीड़ से साबित होता है कि बड़हरिया बाजार में लॉकडाउन का असर नहीं है।अधिकांश ग्राहकों द्वारा अपने मुंह पर मास्क नहीं लगाये होते हैं। साथ ही, लॉकडाउन के महत्वपूर्ण गाइडलाइन सोशल डिस्टेंसिंग की जम कर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इधर एकाध बैंक प्रबंधक कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराने के बजाय उपभोक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जबकि उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि बैंककर्मी आराम से अपने-अपने केबिन में बैठे रहते हैं और गप्पे मारते रहते हैं। बैंक में त्वरित गति से काम नहीं होने से बैंक के नीचे, गैलरी में और गेट पर उपभोक्ताओं की भीड़ लग जाती है और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रहती हैं।
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