प्रेमी संग फरार होने वाली महिला मुखिया को पुलिस ने किया बरामद

प्रेमी संग फरार होने वाली महिला मुखिया को पुलिस ने किया बरामद

महिला मुखिया का ऐसे शुरू हुआ प्रेम प्रसंग

श्रीनारद मीडिया‚ सेंट्रल डेस्कः

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

प्रेमी के साथ भागने को लेकर सुर्खियों में आई सीतामढ़ी के एक पंचायत की मुखिया को पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस ने गुरुवार को फरार मुखिया का जिला कोर्ट में बयान दर्ज कराया और फिर मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल लेकर आई. बरामद मुखिया ने पूछे जाने पर कथित प्रेमी को पहचानने से ना सिर्फ इनकार कर दिया. बल्कि अपने पति पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए नाराज होकर अपने मायके चले जाने की भी बात कही.

बता दें कि नौ मार्च से मुखिया लापता थी. ऐसा दावा किया जा रहा था कि मुखिया अपने प्रेमी संग भाग गई है. इस मामले में मुखिया पति ने थाने में तीन लोगों पर अपहरण का मामला दर्ज कराया था. गांव के ही तीन लोगों को नामजद भी किया गया था. तब से अब तक यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ था. बीते 10 दिनों से सोशल मीडिया पर यह प्रकरण छाया हुआ था. लेकिन अब महिला मुखिया को बरामद कर लिया गया है.

पति ने दर्ज कराई थी एफआईआर

बिहार के सीतामढ़ी जिले में कन्हौली थाना क्षेत्र की खाप पंचायत की महिला मुखिया, जो तीन बच्चों की मां है, अपने प्रेमी संग फरार हो गई।‌ सुनने में यह हर किसी को अजीब लग रहा है, लेकिन यह सच है। 38 वर्षीय खाप पंचायत की मुखिया रेखा देवी 3 बच्चों की मां है। मुखिया रेखा देवी के इश्क की कहानी पूरे बिहार में धीरे धीरे फैलने लगी। हर कोई महिला मुखिया के प्रेम प्रसंग के बारे में जानना चाहता हैं। लोग जानना चाहते हैं कि मुखिया की लव स्टोरी कहां से शुरू हुई, और उसके फरार होने पर पति का क्या रिएक्शन है। तो आइए आपको बताते हैं महिला के लव की इनसाइड स्टोरी और पति का रिएक्शन…

बिहार पंचायत चुनाव के दौरान दोनों में बढ़ी नजदीकियां
बीते साल हुए बिहार पंचायत चुनाव के दौरान सीतामढ़ी जिले की खाप पंचायत में महिला सीट थी। इसके चलते 38 वर्षीय रेख देवी मैदान में उतरीं। गांव के लोगों के मुताबिक, पंचायत चुनाव के लिए प्रचार के दौरान शादीशुदा 35 वर्षीय संजय कापड ने रेखा देवी की काफी मदद की। रेखा देवी जहां प्रचार के लिए जाती वहां संजय कापड भी मौजूद रहता। मुखिया चुनाव के समय नजदीकियां बढ़ीं तो रेखा देवी, संजय कापड को अपना दिल दे बैठीं। स्थानीय लोगों के अनुसार, संजय कापड और मुखिया रेखा देवी इश्क की कहानी पूरे गांव में धीरे धीरे फैलने लगी। चुनाव के नतीजे आए तो रेखा देवी 161 वोट से चुनाव जीत गईं। चुनाव के वक्त दिन में ज्यादातर समय साथ रहने वालीं रेखा देवी और संजय कापड नतीजे आने के बाद दूर हो गए। लोगों के मुताबिक, दोनों को ऐसा लगने लगा जैसे बिना पानी के मछली तड़प रही हो।

मॉर्निंग वॉक के लिए निकलीं फिर लौटकर घर नहीं आईं
लोगों के मुताबिक, बीते 9 मार्च की सुबह रेखा देवी अपने घर से यह कह कर निकलीं कि वह मॉर्निंग वॉक के लिए जा रही हैं। मगर फिर उसके बाद लौट के वापस घर नहीं आईं। रेखा देवी के घर वापस न लौटने पर उनके पति काफी परेशान हो गए। उन्होंने चारों ओर खोजबीन शुरू की। इसी बीच पता चला कि गांव से संजय कापड भी अपने घर से लापता है। सिर्फ इतना ही नहीं इश्क में अंधे हो चुके दोनों ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया है ।

पति ने दर्जकराया मामला
मुखिया के पति ने पहले अपने स्तर से पत्नी को खोजने की तलाश की। फिर जब कामयाबी नहीं मिली तो बीते दिनों एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें स्व. युगेश्वर कापड के पुत्र राम प्रगाश कापड, राम प्रगास कापड के बेटे संजय कापड और विजय कापड को आरोपी बनाया है। मुखिया पति का कहना है कि उनकी छवि को धूमिल करने के लिए भी आरोपियों ने यह कृत्य किया है।

मुखिया का सबसे बड़ा बेटा 21 साल का
बता दें कि मुखिया को दो पुत्र और एक पुत्री है। सबसे बड़ा पुत्र 21 वर्ष का है, जो पटना में रह कर बीएससी की पढ़ाई कर रहा है। दूसरी पुत्री है, जो मैट्रिक कर रही है। वहीं, तीसरा पुत्र नौवीं कक्षा का छात्र है। गांव के लोग भी घटना को सुनकर हैरान हैं। वे परेशान इस बात को लेकर हैं कि अब पंचायत का काम कैसे चलेगा।
यह भी पढ़े

Leave a Reply

error: Content is protected !!