संत रविदास जी की जयंती पर राष्ट्रपति जी ने दी शुभकामनाएं.

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गुरु रविदास के सिखाएं मार्ग पर चलें–राष्ट्रपति जी

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

आज संत रविदास जी की जयंती है। ‌ महान संत रविदास का आज के शुभ अवसर पर जन्म हुआ था। संत रविदास का जन्म हिन्दू कैलेंडर के आधार पर माघ महीने की पूर्णिमा तिथि को हुआ था, इसलिए हर साल माघ पूर्णिमा को रविदास जयंती मनाई जाती है। संत रविदास ने अपने जीवन में जातिवाद से ऊपर उठकर कार्य किए हैं।‌ वह एक धार्मिक प्रवृत्ति के परोपकारी और दयालु व्यक्ति थे। उनका पूरा जीवन दूसरों के लिए समर्पित रहा, जिसमें वह लोगों की भलाई और समाज का मार्गदर्शन करते रहे। उन्होंने लोगों को भक्ति के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी। उनके सत्य वचन, दोहे और रचनाएं आज भी लोगों के लिए प्रेरणादायक हैं। आज के शुभ अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत अन्य नेताओं ने गुरु रविदास जयंती पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी

गुरु रविदास के सिखाएं मार्ग पर चलें–राष्ट्रपति जी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संत रविदास जी के जयंती के अवसर पर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, ‘गुरु रविदास जयंती पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं। महान संत गुरु रविदास जी ने बिना भेद-भाव के परस्पर प्रेम और समता का व्यवहार करने का संदेश दिया। आइए, हम सब गुरु रविदास जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलते हुए समता, समरसता, समन्वय पर आधारित समाज के निर्माण में योगदान करें।’

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करोल बाग स्थित श्री गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर पहुंचे। मोदी ने मंदिर में पूजा अर्चना की और माथा टेका।पीएम मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चुस्त की गई है।

इससे पहले, पीएम मोदी ने मंगलवार कहा था कि पीएम ने कहा था कि संत रविदास ने जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। पीएम ने ये भी कहा कि मेरी सरकार ने हर कदम और योजना में गुरु रविदास की भावना को आत्मसात किया है।

बता दें कि संत रविदास जी का जन्म माघ पूर्णिमा के दिन वाराणसी के पास सीर गोबर्धनगांव में हुआ था। संत रविदास 15वीं से 16वीं शताब्दी के दौरान भक्ति आंदोलन से जुड़े थे। उनके भजन गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल हैं।

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