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भारत और ग्रीस के बीच रणनीतिक साझेदारी का यथार्थ! - श्रीनारद मीडिया

भारत और ग्रीस के बीच रणनीतिक साझेदारी का यथार्थ!

भारत और ग्रीस के बीच रणनीतिक साझेदारी का यथार्थ!

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भारत और ग्रीस ने आपसी संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने हेतु एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। इस साझेदारी का उद्देश्य व्यापार को दोगुना करना, रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग बढ़ाना तथा साझा चुनौतियों का समाधान करना है।

  • इस अवसर पर ग्रीस की राष्ट्रपति कतेरीना सकेलारोपोलू ने भारत के प्रधानमंत्री को “द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर” से सम्मानित किया।
  • भारत के प्रधानमंत्री ने एथेंस में ‘गुमनाम सैनिक के मकबरे (Tomb of Unknown Soldier)’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

रणनीतिक साझेदारी के तहत सहयोग के प्रमुख क्षेत्र:

  • रक्षा एवं सुरक्षा:
    • भारत और ग्रीस विशेष रूप से समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद का विरोध, साइबर सुरक्षा तथा रक्षा उद्योग में अपने रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने करने पर सहमत हुए।
    • साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) के स्तर पर भारत-ग्रीस संवाद की रुपरेखा पर भी निर्णय लिया गया।
  • समुद्री सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन:
    • लंबे समय से समुद्री यात्रा में संलग्न प्राचीन तथा दीर्घकालिक समुद्री दृष्टिकोण रखने वाले दो देशों के राजनेताओं के रूप में उन्होंने समुद्र के कानून, विशेष रूप से समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन (UNCLOS) के प्रावधानों के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय शांति, स्थिरता और सुरक्षा हेतु संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता एवं आवागमन की स्वतंत्रता के पूर्ण सम्मान के साथ एक स्वतंत्र, खुले तथा नियम-आधारित भूमध्य सागर एवं हिंद-प्रशांत क्षेत्र से संबंधित दृष्टिकोण साझा किया।
  • संस्कृति और पर्यटन:
    • दोनों नेताओं ने कला के सभी रूपों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के प्रयासों का स्वागत किया।
    • दोनों देश प्राचीन स्थलों के संरक्षण और उन्हें सुरक्षित रखने के लिये संयुक्त प्रयासों को प्रोत्साहित करने तथा संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के भीतर सहयोग को मज़बूत करने पर भी सहमत हुए।
  • व्यापार और निवेश:
    • दोनों देशों ने वर्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का भी लक्ष्य रखा। वे नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढाँचे, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और नवाचार जैसे क्षेत्रों में नए अवसर तलाशने पर सहमत हुए।
  • गतिशीलता और प्रवासन साझेदारी समझौता (MMPA):
    • दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि MMPA को शीघ्र अंतिम रूप देना पारस्परिक रूप से लाभप्रद होगा, विशेष रूप से दोनों देशों के बीच कार्यबल की मुक्त आवाजाही की सुविधा प्रदान करेगा।
  • सहयोग का व्यापक स्पेक्ट्रम:
    • इसके तहत डिजिटल भुगतान, शिपिंग, फार्मास्यूटिकल्स और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में संवाद बढ़ाना है

‘गुमनाम सैनिक का मकबरा’:

  • ‘अज्ञात सैनिक का मकबरा’ ग्रीस के एथेंस में सिंटेग्मा स्क्वायर(Syntagma Square) में स्थित एक युद्ध स्मारक है।
  • यह उन यूनानी सैनिकों को समर्पित है जिन्होंने विभिन्न युद्धों में अपना जीवन न्योछावर कर दिया।
  • यह मकबरा अज्ञात सैनिकों के बलिदान की स्मृति और सम्मान के प्रतीक के रूप में बनाया गया है।
  • इसे वर्ष 1930 और 1932 के बीच मूर्तिकार फोकियन रोक द्वारा बनाया गया था।

ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर:

  • ‘ग्रैंड क्रॉस ऑ द ऑर्डर ऑ ऑनर’ ग्रीस में ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ द रिडीमर के बाद दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।
  • यह पुरस्कार वर्ष 1975 में स्थापित किया गया था और इसके सामने की ओर देवी एथेना का सिर अंकित है, साथ ही शिलालेख पर “केवल धर्मी/न्याय परायण लोगों को सम्मानित किया जाना चाहिये”, उत्कीर्ण है।
  • यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने राजनीति, कूटनीति, संस्कृति, विज्ञान अथवा सामाजिक सेवा के क्षेत्र में खुद को प्रतिष्ठित किया है, साथ ही ग्रीस के हितों और मूल्यों को बढ़ावा दिया है।

ग्रीस के साथ भारत के संबंध:

  • ऐतिहासिक संबंध:
    • ग्रीस के साथ भारत का संपर्क 2500 वर्ष पूर्व आरंभ हुआ था।
    • ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में सिकंदर महान का अभियान भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भाग तक पहुँचा था।
    • अशोक के शिलालेखों में भारत और ग्रीस के बीच राजनयिक, व्यापारिक एवं सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख मिलता है।
    • मौर्य राजाओं और ग्रीस के मध्य व्यापार का प्रमाण सिक्कों एवं लेखों से मिलता है।
    • चाणक्य ने अर्थशास्त्र में चन्द्रगुप्त के दरबार में मेगस्थनीज नामक यवन राजदूत के आने के बारे में उल्लेख किया है।
    • गांधार कला, जो वर्तमान पाकिस्तान और अफगानिस्तान के क्षेत्रों तक विकसित हुई थी, भारतीय एवं यूनानी प्रभावों का परिणाम मानी जाती है।
  • वाणिज्यिक संबंध:
    • वर्ष 2022-23 में भारत और ग्रीस के बीच 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ।
    • भारत अन्य उत्पादों के अलावा ग्रीस को मुख्य रूप से एल्युमीनियम, कार्बनिक रसायन, मछली और क्रस्टेशियंस (Crustaceans) तथा लोहा एवं  इस्पात का निर्यात करता है।
    • जबकि ग्रीस द्वारा भारत को सबसे अधिक खनिज ईंधन, खनिज तेल और उत्पाद, सल्फर तथा एल्युमीनियम फॉइल का निर्यात किया जाता है।
    • भारत ने ग्रीस की सबसे बड़ी वार्षिक वाणिज्यिक प्रदर्शनी, 84वें थेसालोनिकी अंतर्राष्ट्रीय मेला (Thessaloniki International Fair-TIF), 2019 में ‘सम्मानित देश’ के रूप में भाग लिया।
  • राजनीतिक संबंध:
    • मई 1950 में भारत और ग्रीस के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए। ग्रीस ने वर्ष 1950 में दिल्ली में अपना दूतावास खोला तथा भारत ने वर्ष 1978 में एथेंस में अपना दूतावास खोला।
    • ग्रीस को कश्मीर और साइप्रस जैसे मुख्य राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर एक-दूसरे को लगातार समर्थन देने के लिये जाना जाता है।
    • ग्रीस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के विस्तार, जिसमें भारत द्वारा स्थायी सदस्यता की मांग की जा रही है, का भी समर्थन करता है।
  • रक्षा संबंध:
    • वर्ष 1998 में भारत और ग्रीस के बीच रक्षा सहयोग में तेज़ी देखी गई, जिसमें सैन्य प्रशिक्षण, संयुक्त प्रशिक्षण, रक्षा उद्योग सहयोग आदि जैसे क्षेत्रों में सहयोग की परिकल्पना की गई है।
    • प्रशिक्षण INIOCHOS-23 में भारतीय वायुसेना की भागीदारी।
  • संस्कृति: 
    • दिमित्रियोस गैलानोस, एक यूनानी, पहले यूरोपीय इंडोलॉजिस्ट बने और उन्होंने भारत में 47 वर्ष व्यतीत किये तथा कई हिंदू ग्रंथों का ग्रीक में अनुवाद किया एवं 9000 से अधिक शब्दों का एक संस्कृत-अंग्रेज़ी-ग्रीक शब्दकोश संकलित किया।
      • भारत में सितंबर 2000 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में हेलेनिक अध्ययन के लिये एक “दिमित्रियोस गैलानोस” चेयर की स्थापना की गई थी।
    • भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ग्रीक छात्रों को भारत में अध्ययन करने के लिये वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान कर रही है।
    • प्रतिष्ठित ग्रीक इंडोलॉजिस्ट प्रोफेसर निकोलस कज़ानास को वर्ष 2021 में भारत के 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार विजेता घोषित किया गया था।

ग्रीस के बारे में मुख्य तथ्य:

  • ग्रीस दक्षिणी यूरोप में भूमध्य सागर पर एक लंबी तटरेखा वाला देश है। इसकी सीमा अल्बानिया, उत्तरी मैसेडोनिया, बुल्गारिया और तुर्की से लगती है।
  • ग्रीस दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है और इसे पश्चिमी सभ्यता का उद्गम स्थल माना जाता है। यह लोकतंत्र, दर्शन, रंगमंच एवं ओलंपिक खेलों का जन्मस्थल है।
  • सरकार: संसदीय गणतंत्र
  • राजधानी: एथेंस, राष्ट्रीय
  • भाषा: ग्रीक
  • मुद्रा: यूरो
  • प्रमुख पर्वत शृंखलाएँ: पिंडस और टॉरस पर्वत।
  • ग्रीस में सबसे लंबी नदी हैलियाकमोन नदी है।
  • ग्रीस का सबसे ऊँचा पर्वत माउंट ओलम्पस है।
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