आंखों में आईएएस बनने का सपना लेकर दिल्ली गई थी श्रेया, लेकिन मिली मौत

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

जिस कोचिंग संस्थान में पढ़कर श्रेया यादव देश की सबसे बड़ी परीक्षा को पास करने की तैयारी में थी, उसी कोचिंग संस्थान की बदहाल व्यवस्था में डूबकर वह मौत के आगोश में पहुंच गई। इस दुखद घटना ने पूरे जनपद को झकझोर दिया। इतने नामचीन संस्थान की इतनी खस्ता हालत की कल्पना परिवार वालों ने नहीं की थी। कोचिंग संस्थान में हुए हादसे में श्रेया की मौत की खबर से पूरा परिवार बदहवास है।

हम बात कर रहे हें अम्बेडकरनगर जिले के अकबरपुर तहसील क्षेत्र के हासिमपुर बरसांवा की। यहां की रहने वाली श्रेया यादव पुत्री राजेंद्र यादव (25) बचपन से ही मेधावी छात्रा रही। इंटर की परीक्षा पास करने के बाद उसने केएनआई सुल्तानपुर से बीएससी और एमएससी एग्रीकल्चर से किया।

अप्रैल 2024 में ही सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए दिल्ली के राव आईएएस कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया था। वह आईएएस बनने का सपना लेकर दिल्ली गई थी। उसकी आंखों में सिविल सर्विसेज की तैयारी को लेकर चमक थी। परिजनों ने बताया कि 26 जुलाई को ही उससे बात हुई थी। उसने अच्छी तैयारी की बात परिजनों को बताई थी। श्रेया के पिता राजेंद्र यादव बसखारी बाजार में दूध डेयरी की दुकान चलाते हैं।

मां गृहणी हैं। उनके दो भाई उनसे छोटे हैं, जो पढाई कर रहे हैं। उसके चाचा धर्मेंद्र यादव समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। उनकी देखरेख में ही वह वहां तैयारी के लिए गई थी। शनिवार की शाम सात बजे कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में बारिश के बाद अचानक पानी भरने से डूब कर उसकी मौत हो।

सूचना मिलने पर परिवार के लोगों को इस खबर पर विश्वास नहीं हो रहा है। महिलाएं बेसुध हो गई हैं। श्रेया के पिता राजेंद्र यादव सूचना मिलने के बाद उसकी लाश लेने के लिए दिल्ली के लिए निकल गए। जो भी इस खबर को सुन रहा है वह सन्न रह जा रहा है। इतने बड़े कोचिंग संस्थान में छात्र-छात्राओं के जीवन के साथ इतनी बड़ी लापरवाही की कल्पना कोई नहीं कर रहा है।

गांव के अलावा आसपास के जुटे लोग संस्थान पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ते हुए उसके मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। परिवार से जुड़े लोगों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव देर शाम तक आने की सम्भावना है।

घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीएम सदर सौरभ शुक्ला ने परिवार वालों से मिलकर श्रेया की मौत पर दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी जरूरी मदद होगी वह परिवार वालों को दी जायेगी। परिजनों ने घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। परिजनों का कहना कि यह घटना हादसा नहीं बल्कि हत्या है। इस तरह की बदइंतजामी के बारे में कभी सोचा भी नहीं जा सकता है। मां का रो रो कर बुरा हाल है। दोनों भाई भी इस घटना से बहुत दुखी नजर आए।

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