महेन्द्र बाबू अपने छात्र जीवन से ही क्रान्तिकारी विचार से प्रभावित थे-डाॅ. ज्योत्स्ना प्रसाद

महेन्द्र बाबू अपने छात्र जीवन से ही क्रान्तिकारी विचार से प्रभावित थे-डाॅ. ज्योत्स्ना प्रसाद श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भक्ति की अजस्र धारा को हम निर्गुण भक्ति-धारा और सगुन भक्ति-धारा में विभक्त कर देते हैं, पर दोनों का उद्देश्य एक ही है; ईश्वर की प्राप्ति। ठीक वैसे ही भारतीय स्वतंत्रता-संग्राम में गाँधीजी की अहिंसावादी विचार-धारा और…

Read More
error: Content is protected !!