धारा 377 और एलजीबीटी अधिकार के मायने!

धारा 377 और एलजीबीटी अधिकार के मायने! श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क धारा 377 जिसे “अप्राकृतिक अपराध” (unnatural offences) के नाम से भी जाना जाता है, को 1857 के विद्रोह के बाद औपनिवेशक शासन द्वारा अधिनियमित किया गया था। दरअसल, उन्होंने अपने धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के आधार पर हमारे लिये कानून बनाया। तब ईसाइयत में…

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