राम हमारे संस्कृति के सबसे बड़े प्रतीक हैं।

राम हमारे संस्कृति के सबसे बड़े प्रतीक हैं। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क विजयादशमी पर विशेष राम एक ऐसे नायक हैं, जो धर्म, जाति और संकीर्णता के दायरे मुक्त हैं। वे सिर्फ और सिर्फ मानवीय आदर्श के मानवीकृत रूप हैं। आदि कवि वाल्मीकि से लेकर मध्यकालीन कवि तुलसी तक ने उन्हें विभिन्न रूपों में प्रस्तुत किया…

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