एक साहित्यिक व्यक्तित्व का अंत.

एक साहित्यिक व्यक्तित्व का अंत. मन्नू भंडारी नहीं रही. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क मन्नू की कहानियां कभी भी पुरानी नहीं पड़ सकतीं क्योंकि मनुष्य के जो मनोभाव और भावात्मक जुड़ाव हैं, उन्हें मन्नू भंडारी बहुत गहरे से पकड़ती थीं. उनका व्यक्तित्व बेहद निश्छल और स्नेहमय था. उनके भीतर गांभीर्य के साथ एक विशिष्ट शीतलता थी….

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