जहां प्रेम का चर्चा होगा,नीरज का नाम लिया जाएगा।

जहां प्रेम का चर्चा होगा,नीरज का नाम लिया जाएगा। गोपालदास नीरज की 97वीं जयंती पर विशेष. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क टाइपिस्ट से साहित्यकार का सफर उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के पुरावली गांव में 4 जनवरी 1925 को जन्‍मे गोपाल दास नीरज के शुरुआती दिन संघर्ष भरे रहे। उनके बचपन का नाम गोपालदास सक्‍सेना था। जब…

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