कोर्ट ने माना कि गांधी मैदान में बैठना कोई जुर्म नहीं है-प्रशांत किशोर

कोर्ट ने माना कि गांधी मैदान में बैठना कोई जुर्म नहीं है- प्रशांत किशोर

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कोर्ट से मुझे बिना शर्त जमानत मिल गई है- प्रशांत किशोर

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

प्रशांत किशोर पटना के बेउर जेल परिसर से बाद बाहर आ गए हैं. प्रशांत को अदालत ने पहले कुछ शर्तों के साथ जमानत दी थी, जिसे मानने से उन्होंने मना कर दिया. इसके बाद शाम में उन्हें बेउर जेल भेज दिया गया लेकिन उनको जेल वार्ड में भेजने की प्रक्रिया से पहले ही कोर्ट ने बेल की सभी शर्तें हटा दी. इसके बाद उन्हें बेउर थाना ले जाया गया. यहां 25000 रुपये का निजी मुचलका भरने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. देर शाम मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि कोर्ट से मुझे बिना शर्त जमानत मिल गई है. कोर्ट का माना है कि मैंने कोई जुर्म नहीं किया. आज रात में एक बड़ी बैठक होगी और इसमें आगे की तैयारी की जाएगी.

अनशन रहेगा जारी

प्रशांत किशोर ने प्रेस वार्ता में कहा कि हम बीपीएससी के दोबारा परीक्षा के लिए लीगल रास्ते भी अपनाएंगे. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हमने आज तमाम मुश्किलों के बावजूद अनशन जारी रखा. हिरासत में भी मैं पानी पीकर ही रहा. किसी भी हाल में हम पीछे नहीं हटेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के लिए उनका अनशन जारी रहेगा. जब तक न्याय नहीं मिल जाता कोई भी ताकत मुझे नहीं झुका सकेगा. पीके ने आगे कहा कि किसी भी सरकारी बल से ज्यादा ताकतवर जन बल होता है.

पुलिस और डॉक्टर ने बताया वो जन सुराजी हैं- प्रशांत किशोर

पीके ने आगे कहा कि आज कई पुलिस वालों ने बताया कि वो जन सुराज के साथ पिछले तीन साल से जुड़े हुए है. कई पुलिसवाले आज बीपीएससी परीक्षा की तैयारी करते हैं. उन पुलिसवालों ने बताया कि हम नौकरी से जुड़े हुए हैं इसलिए बोल नहीं पा रहे. लेकिन हम आपका समर्थन करते है.

प्रशांत किशोर पटना के बेउर जेल परिसर से बाद बाहर आ गए हैं. प्रशांत को अदालत ने पहले कुछ शर्तों के साथ जमानत दी थी, जिसे मानने से उन्होंने मना कर दिया. इसके बाद शाम में उन्हें बेउर जेल भेज दिया गया लेकिन उनको जेल वार्ड में भेजने की प्रक्रिया से पहले ही कोर्ट ने बेल की सभी शर्तें हटा दी. इसके बाद उन्हें बेउर थाना ले जाया गया. यहां 25000 रुपये का निजी मुचलका भरने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. देर शाम मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि कोर्ट से मुझे बिना शर्त जमानत मिल गई है. कोर्ट का माना है कि मैंने कोई जुर्म नहीं किया. आज रात में एक बड़ी बैठक होगी और इसमें आगे की तैयारी की जाएगी.

अनशन रहेगा जारी

प्रशांत किशोर ने प्रेस वार्ता में कहा कि हम बीपीएससी के दोबारा परीक्षा के लिए लीगल रास्ते भी अपनाएंगे. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हमने आज तमाम मुश्किलों के बावजूद अनशन जारी रखा. हिरासत में भी मैं पानी पीकर ही रहा. किसी भी हाल में हम पीछे नहीं हटेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के लिए उनका अनशन जारी रहेगा. जब तक न्याय नहीं मिल जाता कोई भी ताकत मुझे नहीं झुका सकेगा. पीके ने आगे कहा कि किसी भी सरकारी बल से ज्यादा ताकतवर जन बल होता है.

प्रशांत किशोर ने कहा कि सशर्त जमानत मिली थी लेकिन मैंने इसे अस्वीकार कर दिया और जेल जाने के लिए तैयार था। पुलिस मुझे बेउर जेल ले गई लेकिन उनके पास मुझे वहां रखने के लिए कोई दस्तावेज नहीं थे और तब तक अदालत का अंतिम आदेश आ गया। अदालत ने हमारी मांग का संज्ञान लिया और बिना शर्त जमानत दे दी।

प्रशांत किशोर ने किया अनशन जारी रखने का ऐलान

प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरा अनशन जारी था, जारी है, जारी रहेगा। मैं अनशन वापस नहीं ले रहा हूं। आज आधी रात को बैठक होगी, अनशन की जगह तय कर कल यानी मंगलवार को घोषणा करूंगा। प्रशांत किशोर ने कहा कि वे युवाओं के साथ खड़े हैं और युवाओं की जीत होगी। बता दें कि आज यानी सोमवार दोपहर 2 बजे के करीब उन्हें पटना सिविल कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था।

जेल पहुंचने से पहले छूटे प्रशांत किशोर

14 दिन की न्यायिक हिरासत के बाद पुलिस पीके को लेकर बेऊर जेल लेकर पहुंची लेकिन जेल प्रशासन के पास कोर्ट का आदेश नहीं पहुंचा था। इसके बाद पीके को पुलिस बेऊर थाना लेकर गई। कुछ देर वे यहीं रहे। पीके के वकील शिवानंद गिरी ने बताया कि ‘उन्हें बिना शर्त बेल मिली है।

CM नीतीश का बताया थका हुआ नेता

प्रशांत किशोर ने इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला और कहा कि नीतीश कुमार शारीरिक और मानसिक रूप से थके हुए नेता हैं। उनके पास अंतिम 10 महीना बचा है। 14 जनवरी को एक अणे मार्ग पर चूड़ा दही खा लें। उसके बाद अगला चूड़ा-दही वहां खाने लायक नहीं होंगे।

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