महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी दाखिले के लिए परीक्षा आयोजित हुई।

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी दाखिले के लिए रविवार को परीक्षा आयोजित हुई। ये परीक्षाएं तीन पालियों में मोतिहारी, पटना, नई दिल्ली, कोलकाता, वाराणासी, लखनऊ, गुवाहटी, समेत सात केंद्रों पर आयोजित कि गई थी।

प्रवेश परीक्षा के प्रथम पाली में कुल 277 छात्र उपस्थित रहे, वहीं दूसरी पाली कुल 258 छात्र उपस्थित रहे। तथा तीसरी पाली में कुल 233 छात्र उपस्थित थे।

मोतिहारी सहित सभी केन्द्रों पर परीक्षा सकुशल सम्पन्न हुई। कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में परीक्षा संचालित हुई। परीक्षा सम्पन्न कराने में विश्वविद्यालय के ओएसडी एडमिन प्रो. राजीव कुमार, प्रो. संतोष त्रिपाठी, प्रो. पवनेश कुमार , प्रो. प्रसून दत्त सिंह, एसओ दिनेश हुड्डा सहित शिक्षकगण, अधिकारीगण एवं कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

कुलाधिपति:महेश शर्मा
कुलपति:प्रोफेसर डॉ संजीव कुमार शर्मा
अवस्थिति:मोतिहारीबिहार

महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिहार के मोतिहारी में स्थित है।  सबको शिक्षा, अच्छी शिक्षा. क्योकि बगैर अच्छी शिक्षा के कोई देश आगे नहीं बढ़ सकता है. जिस समय भारत के पास तक्षशिला व नालंदा जैसे विश्वविद्यालय थे, उस समय दुनिया के व्यापार में हमारी भागीदारी एक तिहाई थी.

भारत के प्रतिभावान छात्र के शोध व अनुसंधान का लाभ मिलेगा. हम ब्रेन ड्रेन की इस प्रक्रिया को रोक सकते है. इंफ्रास्ट्रक्चर देना है. सारी सुविधाएँ मुहैया करानी है व प्रतिभासम्पन्न लोगों को देश में वापस लाना है. प्रतिभा का पलायन रोककर शोध एवं अनुसन्धान को बढ़ावा देकर ही भारत के सपने को साकार किया जा सकता है.

संक्षिप्त इतिहास

  • 20 नवंबर 2008 तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंजीनियरिंग कॉलेज के उद‌्घाटन के दौरान मोतिहारी में महात्मा गांधी के नाम पर केविवि की स्थापना करने की बात कही।
  • जनवरी 2009 विकास यात्रा के दौरान नीतीश कुमार ने मोतिहारी में के.वि.वि. के स्थापना की घोषणा की।
  • 6 नवंबर 2009– मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर चार सदस्यीय टीम ने सचिव अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण किया प्रस्तावित स्थलों को खारिज कर रिपोर्ट सौंपी।
  • 2010 – महात्मा गांधी केविवि संघर्ष मोर्चा की स्थापना कर मोतिहारी में केविवि की स्थापना के लिए आंदोलन।
  • 17 अप्रैल 2012- जिले में सभी जगहों पर लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर केविवि के आंदोलन को गति दी।
  • 27 मार्च 2012- रेल रोको आंदोलन केंद्र सरकार के कार्यालयों में तालाबंदी की।
  • 30 अप्रैल 2012 दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना।
  • अगस्त 2012 कैबिनेट से मोतिहारी गया में केविवि के स्थापना को मंजूरी, लेकिन नाम महात्मा गांधी केविवि की जगह उत्तर बिहार केविवि रखा गया।
  • नवंबर 2012 संसद में केविवि के स्थापना की विधेयक लाया गया, जो स्वीकृत नहीं हो सका।
  • 6 जुलाई 2014 महात्मा गांधी के नाम पर मोतिहारी में केविवि स्थापना को कैबिनेट से मिली मंजूरी।

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