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सरकार को 1975 के आपातकाल के बजाय आज के ‘अघोषित आपातकाल’ पर जवाब देना चाहिए- कांग्रेस - श्रीनारद मीडिया

सरकार को 1975 के आपातकाल के बजाय आज के ‘अघोषित आपातकाल’ पर जवाब देना चाहिए- कांग्रेस

सरकार को 1975 के आपातकाल के बजाय आज के ‘अघोषित आपातकाल’ पर जवाब देना चाहिए- कांग्रेस

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

विपक्ष ने संसद की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए अभिभाषण के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी नेताओं ने अभिभाषण को ‘‘सरकार द्वारा दी गई और झूठ पर आधारित पटकथा’ करार दिया और कहा कि सरकार को 1975 के आपातकाल के बजाय आज के ‘अघोषित आपातकाल’ पर जवाब देना चाहिए। इसके अलावा, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र को सबसे ज्यादा दिखाया गया जबकि राहुल गांधी का चेहरा बहुत कम बार दिखा।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की तुलना में अधिक बार स्क्रीन पर दिखाया गया।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘51 मिनट के राष्ट्रपति के संबोधन में किसको कितनी बार दिखाया गया?

• नेता सदन नरेंद्र मोदी : 73 बार
• नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी: 6 बार

• सरकार: 108 बार
• विपक्ष: 18 बार

Sansad TV सदन की कार्यवाही दिखाने के लिए है, कैमराजीवी की आत्ममुग्धता के लिये नहीं,

बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मू ने बृहस्पतिवार को अपने अभिभाषण में 1975 में लागू आपातकाल का उल्लेख किया और इसे ‘संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा एवं काला अध्याय’ करार देते हुए कहा कि ऐसे अनेक हमलों के बावजूद देश ने असंवैधानिक ताकतों पर विजय प्राप्त करके दिखाई। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति के, ‘‘मोदी सरकार लिखित’’ अभिभाषण को सुनकर ऐसा लगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव के जनादेश को नकारने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति से ‘झूठ बुलवाकर’ अपनी वाहवाही करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि देश की जनता उन्हें नकार चुकी है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारत के दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के सरकार के दावे पर निशाना साधा। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत के पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की कहानी बताई जा रही है… क्या उसने हमारे किसानों को समृद्ध बनाया है? अगर हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, तो इतने सारे युवा बेरोजगार क्यों हैं? अग्निवीर जैसी योजना क्यों है? महंगाई पर नियंत्रण क्यों नहीं किया जा सकता?”

मुर्मू द्वारा आपातकाल का जिक्र किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने आपातकाल के दौरान जेल में बंद लोगों के लिए क्या किया? सपा ने उन्हें सम्मान और पेंशन दी।’’ तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि राष्ट्रपति ने ‘‘सरकार द्वारा दी गई पटकथा’ पढ़ी और भाजपा को अभी तक यह एहसास नहीं हुआ है कि उसके पास अपने दम पर बहुमत नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की समस्या यह है कि वे अभी तक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि वे 303 से 240 पर आ गए हैं। उन्होंने 303 के बहुमत के आधार पर भाषण तैयार किया।’’ उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्होंने पिछले साल के भाषण से कुछ अंश लिए हों।

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