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प्रधानमंत्री के सरकारी विमान का नाम है एयर इंडिया वन। - श्रीनारद मीडिया

प्रधानमंत्री के सरकारी विमान का नाम है एयर इंडिया वन।

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 3 दिन की अमेरिका की यात्रा पर हैं। पीएम मोदी एयर इंडिया वन में सवार होकर अमेरिका पहुंचे थे। पीएम मोदी के विमान ने 20 जून को नई दिल्ली से सुबह करीब 7.30 बजे उड़ान भरी थी। पीएम की नई दिल्ली से अमेरिका के न्यूयॉर्क तक की यात्रा नॉन-स्टॉप थी।

ता दें कि एयर इंडिया वन विमान को भारतीय वायुसेना ऑपरेट करती है। Air India One असल में Boeing 777-300ER है जिसे भारतीय जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज करके बनाया गया है।

इस प्लेन का इस्तेमाल राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ले जाने और वापस लाने के काम में लिया जाता है। सुरक्षा और सुविधाओं के मामले में ये विमान अमेरिका के एयरफोर्स वन (Air Force One) से कम नहीं है। आइए जानते हैं इस विमान की क्या कुछ खासियत हैं?

Air India One की क्या है खासियत?

Air India One एडवांस कम्युनिकेशन सिस्टम (advanced communication system) से लैस है, जो बिना हैक किए मिड-एयर में ऑडियो और वीडियो कम्युनिकेशन फंक्शन की सुविधा देता है।

  • मिसाइल एप्रोच वार्निंग सिस्टम: इस विमान के पीछे पंखों में मिसाइल अप्रोच वार्निंग सिस्टम (missile approach warning system) लगा है। इन सेंसर्स की मदद से पायलट को अन्य मिसाइलों पर हमला करने में मदद मिलती है।
  • इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर जैमर: दुश्मन के GPS और ड्रोन सिग्नल को बड़ी ही आसानी से ब्लॉक करने की क्षमता रखता है।
  • डायरेक्शनल इंफ्रारेड काउंटरमेजर सिस्टम: यह एंटी मिसाइल सिस्टम (anti-missile system) है, जो विमान को इंफ्रारेड मिसाइल (infrared missile) से बचाती है।
  • चाफ एंड फ्लेयर्स सिस्टम: रडार ट्रैकिंग मिसाइल (radar tracking missile) से खतरा होने पर बादलुनमा चाफ छोड़े जाते हैं, जिसके आगे छिपकर विमान कही से भी निकल जाता है।
  • मिरर बॉल सिस्टम: यह तकनीक विमान को इंफ्रारेड मिसाइल से बचाती है।
  • सुरक्षित सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम: विमान चाफ एंड फ्लेयर्स सिस्टम (Chaff and Flares System) से लैस है। इससे रोशनीनुमा फ्लेयर्स मिसाइल को भ्रमित करने के लिए छोड़े जाते हैं। इनका तापमान जेट इंजन के नोजल या एक्जॉस्ट से ज्यादा 2,000 डिग्री फॉरेनहाइट होता है। इसमें सबसे आधुनिक और सिक्योर सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम भी लगा है।
  • हवा में ईंधन भरने की सुविधा: इस विमान में हवा में ईंधन भरने की सुविधा है। एक बार ईंधन भरने पर यह विमान लगातार 17 घंटे तक उड़ान भर सकता है।
  • B777 विमानों में खास तरह का मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम लगा है। इसे लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड काउंटरमेजर्स (LAIRCM) और सेल्फ-प्रोटेक्शन सुइट (SPS) कहते हैं।
  • LAIRCM में मिसाइल वॉर्निंग सेंसर, एक लेजर ट्रांसमीटर असेंबली (laser transmitter assembly), नियंत्रण इंटरफेस इकाई (control interface unit) और आने वाली इंफ्रारेड मिसाइलों का पता लगाने, ट्रैक करने, जाम करने और उनका मुकाबला करने के लिए प्रोसेसर शामिल हैं।
  • VVIP विमान एक उन्नत संचार प्रणाली (advanced communications system) से लैस है जो शीर्ष स्तरीय सुरक्षा (top-tier security) के साथ आसमान में ही ऑडियो और वीडियो कनेक्ट करने की सुविधा देता है।
  • इन विमानों में एडवांस कम्युनिकेशन सिस्टम लगा है। बिना हैकिंग और ट्रैकिंग के हवा में ऑडियो एंड वीडियो कम्युनिकेशन हो सकता है।
  • विमान में एक VVIP सुइट, दो कॉन्फ्रेंस रूम, एक प्रेस ब्रीफिंग रूम, एक मीडिया रूम और नेटवर्क जैमर के साथ एक सुरक्षित संचार कक्ष भी शामिल है।
  • यह नया VVIP विमान भारतीय वायु सेना द्वारा लगभग 25 वर्षों से सेवा में रहे बोइंग 747 के स्थान पर संचालित किया जा रहा है।
  • राष्ट्रपति की फ्लाइट को VIP-1, उपराष्‍ट्रपति की फ्लाइट को VIP-2 और प्रधानमंत्री की फ्लाइट को VIP-3 कहा जाता है। इन तीनों के लिए विमान में एक ऑफिस और एक बेडरूम होता है। एयर इंडिया वन पर मौजूद बाकी सभी पैसेंजर्स को हर समय एक कलर-कोडेड आईडेंडिटी कार्ड पहने रहना होता है।
  • इस विमान का इंटीरियर तो खास है ही, इसमें बाहर एक ओर हिंदी से भारत लिखा है और दूसरी ओर इंडिया। विमान पर अशोक चिन्ह अंकित है। ये देश का वीवीआईपी विमान है, जिसका इस्तेमाल प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भी कर सकते हैं। फिलहाल इस विमान को इंडियन एयर फोर्स के पायलट ऑपरेट करते हैं।
  • भारत ने दो खास विमानों के लिए अमेरिका से फरवरी 2020 में डील की थी। इनकी डिलिवरी जुलाई 2020 तक होनी थी लेकिन कोरोना के कारण इनका भारत आना कुछ समय के लिए टल गया था। ये अक्टूबर 2020 में अमेरिका से सीधे भारत पहुंचे थे।

Air India One का अर्थ?

उड़ान के बाद में इन विमानों को वाणिज्यिक विमानों में तब्दील कर दिया जाता है। जब देश के सर्वोच्च लोगों को यात्रा करने की जरूरत होती है तो इसे ‘एयर इंडिया वन’ में बदल दिया जाता है और ये लोग इस विमान में ही यात्रा करते हैं।

कैसे अलग है Air India One से Air Force One?

अमेरिकी राष्ट्रपति जिस विमान में उड़ान भरते हैं उसे Air Force One कहा जाता है। ये विमान कई सुविधाओं से लैस होते हैं। आइए जानते हैं कि Air Force One की क्या-क्या खासियत है?

  • तकनीकी रूप से, “एयर फोर्स वन” का उपयोग राष्ट्रपति को ले जाने वाले किसी भी वायु सेना के विमान को नामित करने के लिए किया जाता है, लेकिन अब इस शब्द का उपयोग उन विशिष्ट विमानों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है जो कमांडर-इन-चीफ को ले जाने के लिए उपयोग होते हैं।
  • आज, यह नाम दो अत्यधिक अनुकूलित बोइंग (customized Boeing) 747-200बी श्रृंखला के विमानों में से एक को संदर्भित करता है, जिसमें टेल कोड 28000 और 29000 हैं। विमान के लिए वायु सेना का पदनाम VC-25ए है।
  • विमान के अंदर राष्ट्रपति और उनके साथी तीन स्तरों पर 4,000 वर्ग फुट के फर्श स्थान का आनंद ले सकते हैं, जिसमें राष्ट्रपति के लिए एक व्यापक सुइट भी शामिल है जिसमें एक बड़ा कार्यालय, शौचालय और सम्मेलन कक्ष शामिल है।
  • Air Force One में एक मेडिकल सुइट शामिल है जो एक ऑपरेटिंग रूम के रूप में कार्य कर सकता है और एक डॉक्टर हर वक्त बोर्ड पर उपलब्ध रहता है। विमान की दो भोजन तैयार करने वाली टीम एक समय में 100 लोगों को खाना खिला सकती हैं।
  • हवा में ईंधन भरने में सक्षम, Air Force One की सीमा असीमित है और यह राष्ट्रपति को कही भी ले जा सकता है।
  • विद्युत चुम्बकीय पल्स (electromagnetic pulse) से बचाने के लिए ऑनबोर्ड इलेक्ट्रॉनिक्स को सख्त किया गया है।
  • Air Force One एडवांस सिक्योरिटी कम्यूनिकेट इक्विपमेंट्स से बना है, जिससे ये विमान को संयुक्त राज्य अमेरिका पर हमले की स्थिति में एक मोबाइल कमांड सेंटर (mobile command center) के रूप में कार्य करने की अनुमति देता है।

वायुसेना के पायलट ले चुके हैं ट्रेनिंग

जानकारी के अनुसार, भारतीय वायुसेना के 4-6 पायलटों को पहले ही एयर इंडिया द्वारा B777 विमानों को उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

एयरक्राफ्ट कॉल साइन क्या है?

एयरक्राफ्ट कॉल साइन (Aircraft Call-sign) अल्फान्यूमेरिक वर्णों का एक समूह है जिसका उपयोग हवाई-जमीन संचार में एक विमान की पहचान करने के लिए किया जाता है।

तीन तरह के Aircraft Call-sign होते हैं-

  • विमान के पंजीकरण अंकन के अनुरूप अक्षर। विमान निर्माता या मॉडल का नाम Prefix के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
  • विमान संचालन एजेंसी का टेलीफोनी डिजाइनर, उसके बाद विमान के पंजीकरण अंकन के अंतिम चार अक्षर।
  • विमान संचालन एजेंसी का टेलीफोनी डिज़ाइनर, उसके बाद उड़ान पहचान।

उड़ान पहचान टिकटिंग और विमान संचालन के लिए उपयोग की जाने वाली ‘सार्वजनिक’ उड़ान संख्या हो सकती है या यह एक वैकल्पिक अद्वितीय अल्फ़ान्यूमेरिक स्ट्रिंग हो सकती है।

इसके अलावा, विमान परिचालन एजेंसी का टेलीफोनी डिज़ाइनर, एयरलाइन उपयोग में, उस कंपनी का डिजाइनर होगा जिसके लिए उड़ान संचालित की जा रही है, जो विमान का ऑपरेटर नहीं हो सकता है।

संचार स्थापित करते समय पूर्ण कॉल साइन का उपयोग किया जाना चाहिए।

संतोषजनक संचार स्थापित होने के बाद, संक्षिप्त कॉल संकेतों का उपयोग किया जा सकता है, बशर्ते कि कोई भ्रम उत्पन्न होने की संभावना न हो; हालाँकि, एक विमान को अपने पूर्ण कॉल साइन का उपयोग तब तक करना चाहिए जब तक कि संक्षिप्त कॉल साइन का उपयोग ग्राउंड स्टेशन द्वारा नहीं किया जाता है।

PM मोदी की अमेरिका यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय (PM Modi US visit) अमेरिका की यात्रा पर हैं। पीएम के अमेरिका पहुंचने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और जिल बाइडन ने पीएम मोदी का स्वागत किया था। अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन से मुलाकात की। पीएम मोदी ने दोनों को कई बेशकीमती तोहफे भी भेंट किए हैं।

वहीं, पीएम मोदी 20 जून को अमेरिका पहुंचे थे। PM मोदी एयर इंडिया वन विमान से अमेरिका पहुंचे थे। व्हाइट हाउस में पीएम मोदी का स्वागत जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने किया था। यहां जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने पीएम मोदी के लिए प्राइवेट डिनर का आयोजन किया था। अब पीएम मोदी के दौरे के दूसरे दिन उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। इसके अलावा वे स्टेट डिनर में भी शामिल होंगे।

 

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