इस बार होगा अंतिम निर्णय-पीएम मोदी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों का सफाया करने के लिए भारतीय सेना को खुली छूट दी है। पीएम मोदी ने दुनिया को बता दिया है कि पहलगाम आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों उनके आकाओं को ऐसी सजा मिलेगी जिसके उन्हें अंदाजा भी नहीं होगा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत आतंकवाद और इसका समर्थन करने वालों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हम पूरी तरह एकजुट हैं। मैं पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के प्रति सहानुभूति जताने के लिए राष्ट्रपति लौरेंको और अंगोला के लोगों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने अंगोला के राष्ट्रपित से की मुलाकात
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुएअल गोंकाल्वेस लौरेंको से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई। पीएम मोदी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति लोरेंसू और उनके शिष्टमंडल का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूं।
आतंकियों के खिलाफ होगी निर्णायक कार्रवाई
पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के जिक्र भी किया। उन्होने कहा कि हम आतंकवादियों और उनके मददगारों के खिलाफ कठोर और निर्णायक कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध हैं। बॉर्डर पार आतंकियों के खिलाफ हमारी लड़ाई में समर्थन देने के लिए हम अंगोला का धन्यवाद करते हैं।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उमर अब्दुल्ला की प्रधानमंत्री मोदी से यह पहली मुलाकात है। इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। दोनों नेताओं के बीच आतंकी हमले के बाद की स्थिति को लेकर चर्चा हुई।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने सुरक्षा को लेकर पीएम मोदी से खास बातचीत की। आतंकी हमले के बाद देश की जनता में आक्रोश है। आतंकवाद की जड़ों को खत्म करने के लिए पाकिस्तान को सबक सिखाना जरूरी है। देश की जनता आतंक को खत्म करने की पीएम मोदी से अपील कर रही है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से देश का माहौल गर्म है.लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा सातवें आसमान पर है. दिल्ली में लगातार हाई लेबल बैठकें हो रही हैं. बुधवार को भी चार उच्च स्तरीय बैठकें होंगी. इन्हें काफी अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की थी. इसमें पीएम ने आतंक के खिलाफ कार्रवाई के लिए सेनाओं को अपने फैसले लेने की छूट दी थी.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठान ली है। पहले भारत की तरफ से सिंधु जल समझौते को निलंबित किया गया और इसके बाद अटारी चेकपोस्ट बंद कर सभी पाकिस्तानियों को देश छोड़ने के लिए कह दिया गया।
अब भारत ने पाकिस्तानी झंडे वाले शिप की देश में एंट्री पर भी बैन लगा दिया है। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि पाकिस्तानी झंडे वाले किसी भी शिप को भारतीय पोर्ट पर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही भारतीय शिप पाकिस्तान के पोर्ट पर डॉक नहीं करेंगे।
इंपोर्ट पर भी लगा था बैन
मंत्रालय के अनुसार, यह कदम भारतीय संपत्तियों, कार्गो और जुड़े बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के हित में और भारतीय शिपिंग के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए भी किया गया है। नौटिफिकेशन के मुताबिक, यह आदेस तत्काल प्रभाव से लागू होगा और अगली सूचना तक जारी रहेगा।
इसके पहले भारत ने पाकिस्तान के साथ होने वाले किसी भी इंपोर्ट पर रोक लगा दी थी। वाणिज्य मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार, ‘पाकिस्तान से आने वाले या निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात या पारगमन, चाहे स्वतंत्र रूप से आयात योग्य हो या अन्यथा अनुमति प्राप्त हो, अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित रहेगा।’
डाक सेवाएं भी निलंबित
- भारत सरकार ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए पाकिस्तान से आने वाले किसी भी प्रकार के डाक और पार्सल सेवाओं पर भी रोक लगा दी है। डाक विभाग के अनुसार, हवाई या जमीनी दोनों मार्गों से आने वाले किस भी श्रेणी के मेल और पार्सल के आदान-प्रदान को निलंबित कर दिया गया है।
- पहलगाम हमले के बाद भारत के कड़े रुख से पाकिस्तान में काफी खौफ है। पाकिस्तान को डर सता रहा है कि भारत कभी भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। भारत सरकार ने इन फैसलों से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की कमर टूट जाएगी।