Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
Train Accident: पीएम मोदी ने दुर्घटनास्थल का लिया जायजा - श्रीनारद मीडिया

Train Accident: पीएम मोदी ने दुर्घटनास्थल का लिया जायजा

Train Accident: पीएम मोदी ने दुर्घटनास्थल का लिया जायजा

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

बालेश्वर दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य संपन्न, मरम्मत का काम शुरू

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

ओडिशा के बालेश्वर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ट्रेन हादसे में अब तक 280 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 900 लोग घायल हुए हैं। इस हादसे का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी सीधे दुर्घटनास्थल पर पहुंचे हैं। पीएम मोदी यहां वायु सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से घटना वाले स्थान पर पहुंचे हैं। इससे पहले उन्होंने रेल दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी।

पीएम मोदी ने हादसे का लिया जायजा

बालेश्वर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुर्घटनास्थल का जायजा लिया। उनके साथ दो केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री घटनास्थल पर पहुंचकर सबसे पहले घटना वाली जगह पर गए जहां पर एक गाड़ी का डिब्बा दूसरे गाड़ी पर चढ़ा हुआ है और दुर्घटनाग्रस्त है। पीएम मोदी यहां पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा भी करेंगे।

पीएम मोदी ने की कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री से बात

इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने घटनास्थल से ही कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री से बात की। उन्होंने उनसे घायलों और उनके परिवारों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि शोक संतप्त परिवारों को असुविधा का सामना न करना पड़े और प्रभावितों को आवश्यक सहायता मिलती रहे।

अस्पताल में पीड़ितों से की मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घटनास्थल का जायजा लेने के बाद बालेश्वर ट्रेन दुर्घटना में घायल हुए लोगों से यहां के एक अस्पताल में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने घायलों से भी बात की। मालूम हो कि पीएम मोदी सीधे सड़क मार्ग से जिला मुख्य चिकित्सालय पहुंचे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रधानमंत्री मुख्य चिकित्सालय के सर्जरी वार्ड में गए और वहां पर इलाज होने वाले घायलों का हालचाल लिया।

सीएम ममता बनर्जी ने भी किया घटनास्थला का दौरा

मालूम हो कि इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शनिवार को दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था। अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता। हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को हम पांच-पांच लाख रुपए देंगे।

बालेश्वर रेल दुर्घटना————-

  • प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को वायुसेना के विशेष हेलीकॉप्टर से भुवनेश्वर से करीब 170 किमी दूर बालेश्वर रेल दुर्घटनास्थल पहुंचे, जहां की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ दो केंद्रीय मंत्री- धर्मेंद्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव मौजूद रहे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पीड़ितों से मुलाकात की।
  • पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए शनिवार दोपहर दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने वहां पहले से मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। रेल मंत्री के तौर पर दो बार सेवाएं दे चुकीं ममता बनर्जी ने रेल दुर्घटना में मारे गए पश्चिम बंगाल के यात्रियों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि मुहैया कराने का एलान किया।
  • राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 300 से अधिक कर्मी बड़े मेटल कटर, खोजी कुत्तों और अन्य उपकरणों की मदद से ओडिशा के ट्रेन दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्यों को अंजाम दिया। एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल ने शनिवार को बताया कि एनडीआरएफ की पहली टीम शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे के आसपास बालेश्वर में घटनास्थल पर पहुंची थी और इस केंद्रीय एजेंसी के कर्मी दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन के डिब्बों से अब तक कुल 44 पीड़ितों को जीवित बाहर निकालने और 71 यात्रियों के शव बरामद करने में सफल रहे हैं।
  • भीषण ट्रेन भिड़ंत के करीब 18 घंटे बाद शनिवार की दोपहर रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि बचाव अभियान पूरा हो गया है और इसी के साथ मरम्मत का काम शुरू हो गया है।
  • ओडिशा के अग्नि महानिदेशक सुधांशु सारंग ने कहा कि हम बचाव कर रहे हैं, अब हम डिब्बे हटाकर देखेंगे कि इसके नीचे कोई जीवित हैं या नहीं? अभी 3-4 घंटे और लगेंगे। क्रेन की मदद से डिब्बों को उठाया जाएगा। उम्मीद नहीं है कि डिब्बों के नीचे कोई जीवित होगा। हम लोग उदास हैं, हमें जिंदगी में इतनी ज्यादा डेड बॉडीज देखना का कोई अनुभव तो था नहीं।
  • रेलवे ने बालेश्वर ट्रेन दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है, जिसकी अध्यक्षता दक्षिण-पूर्वी प्रखंड के रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे। रेलवे सुरक्षा आयुक्त नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है और इस प्रकार के सभी हादसों की जांच करता है। भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि एसई (दक्षिण-पूर्वी) प्रखंड के सीआरएस (रेलवे सुरक्षा आयुक्त) एएम चौधरी हादसे की जांच करेंगे।
  • प्रधानमंत्री मोदी और रेलवे ने मुआवजे का एलान किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि की घोषणा की, जबकि रेलवे ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए दो-दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का एलान किया।
  • रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। बकौल अधिकारी, पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। उन्होंने बताया कि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, दो ट्रेनों में 3,400 से अधिक यात्री सवार थे।
  • बालेश्वर रेल दुर्घटना के बाद इस रूट की अबतक 48 ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं, जबकि 39 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। इसके अलावा बंगाल से दक्षिण भारत की ओर जा रही सभी ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है।
  • रेलवे की सबसे भयावह दुर्घटनाओं में से एक 1981 की रेल दुर्घटना है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। छह जून, 1981 को बिहार में एक पुल पार करते समय एक ट्रेन बेपटरी होकर बागमती नदी में जा गिरी। जिसमें 750 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

Leave a Reply

error: Content is protected !!