प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत एकमा में 103 गर्भवती महिलाओं की हुई प्रसव-पूर्व जांच

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत एकमा में 103 गर्भवती महिलाओं की हुई प्रसव-पूर्व जांच

एकमा सीएचसी में गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की है सुविधा

पौष्टिक आहार खाने की दी गयी सलाह

श्रीनारद मीडियाा,के के सिंह सेंगर, एकमा/छपरा (बिहार):

 

गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक महीने में दो अलग-अलग तिथियों को जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एकमा सहित प्रखंड के सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कुल 103 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गयी। साथ ही उच्च जोख़िम गर्भधारण महिलाओं की पहचान कर उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ साजन कुमार, डॉ ज्योति गुप्ता, डॉ जया, बीएचएम वाहिद अख्तर आदि द्वारा गर्भवती महिलाओं की निःशुल्क प्रसव पूर्व जांच व जांच में सहयोग किया गया। इसमें उच्च रक्तचाप, वजन, शारीरिक जांच, मधुमेह, एचआईवी एवं यूरिन के साथ जटिलता के आधार पर अन्य जांच की गयी। साथ ही उच्च जोखिम गर्भधारण महिलाओं को भी चिह्नित कर बेहतर प्रबंधन के लिए दवा के साथ जरुरी परामर्श दिया गया।

एनीमिक महिलाओं को दी गयी ये सलाह:

जांच में एनीमिक महिला को आयरन, फोलिक एसिड की दवा देकर इसका नियमित सेवन करने की सलाह दी गयी। एनीमिक महिलाओं को हरी साग-सब्जी, दूध, सोयाबीन, फ़ल, भूना हुआ चना एवं गुड खाने की सलाह दी गयी। साथ ही उन्हें गर्भावस्था के आखिरी दिनों में कम से कम चार बार खाना खाने की भी सलाह दी गयी।

बेहतर पोषण गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी: वाहीद अख्तर

प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक वाहीद अख़्तर ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें बेहतर परामर्श देना है। बेहतर पोषण गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को होने से बचाता है। इसलिए सभी गर्भवती महिलाओं को जांच के बाद पोषण के बारे में भी जानकारी दी जाती है। उन्होंने बताया इस अभियान की सहायता से प्रसव के पहले ही संभावित जटिलता का पता चल जाता है। जिससे प्रसव के दौरान होने वाली जटिलता में काफी कमी भी आती है और इससे होने वाली मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी कमी आती है।

उच्च जोख़िम गर्भधारण के कारण :

गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व जांच प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं में कमी लाता है। सम्पूर्ण प्रसव पूर्व जांच के आभाव में उच्च जोख़िम गर्भधारण की पहचान नहीं हो पाती। इससे प्रसव के दौरान जटिलता की संभावना बढ़ जाती है।

· गर्भावस्था में 7 ग्राम से खून का कम होना

· गर्भावस्था में मधुमेह का होना

· एचआईवी पॉजिटिव होना (एड्स पीड़ित)

· अत्यधिक वजन का कम या अधिक होना

· पूर्व में सिजेरियन प्रसव का होना

· उच्च रक्तचाप की शिकायत होना

उच्च जोख़िम गर्भधारण के लक्षण :

· पूर्व की गर्भावस्थाओं या प्रसव का इतिहास

· दो या उससे अधिक बार गर्भपात हुआ हो

· बच्चा पेट में मर गया हो या मृत पैदा हुआ हो

· कोई विकृत वाला बच्चा पैदा हुआ हो

· प्रसव के दौरान या बाद में अधिक रक्त स्राव हुआ हो

· गर्भवती होने से पहले कोई बीमारी हो

· उच्च रक्तचाप

· दिल या गुर्दे की बीमारी

· टीबी या मिरगी का होना

· पीलिया या लिवर की बीमारी

· हाइपोथायराइड होना।

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