टीकाकरण नीति से मौतों की संख्या में आई गिरावट.

टीकाकरण नीति से मौतों की संख्या में आई गिरावट.

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

एक क्षुद्र से वायरस से लड़ाई लड़ते हुए दुनिया को करीब दो साल बीत रहे हैं। बीतते समय के साथ इस वायरस और महामारी को लेकर हमारी समझ और सोच ज्यादा परिपक्व हुई है। हमने आपदा के समय फौरी राहत के लिए तमाम जीवन रक्षक उपकरण तत्काल विकसित किए। दवाएं तैयार कीं। किसी दूसरे रोग की दवाओं में इससे निवारण के गुण-धर्म को जांचा-परखा।

इस वायरस के खिलाफ वैक्सीन नामक ब्रह्मास्त्र को भी बना लिया। इतने तमाम इंतजामों के बाद अब तस्वीर संवरती दिख रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी माना है कि दुनिया में सक्रिय मामले और मौतों की साप्ताहिक संख्या में कमी आई है। कई हिस्सों में ये कमी पिछले दो महीने से लगातार हो रही है।

मंझधार में देश

अमेरिका: दुनिया का यह सबसे ताकतवर देश महामारी से जूझ रहा है। माना जाता था कि सबसे पहले यही देश महामारी से उबरेगा, लेकिन यहां पर एक बड़ी आबादी की वैक्सीन के प्रति अन्यमनस्कता इसे महामारी से जीतने नहीं दे रही है। एक तिहाई आबादी अभी टीके से दूर है। सात लाख से अधिक मौतें के साथ यह दुनिया में सबसे अधिक मौतों वाला देश बन चुका है। हालांकि नए मामले और अस्पताल में भर्ती करने की प्रवृत्ति कम हुई है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता कम नहीं हुई है। उनका मानना है कि सर्दी के मौसम में ज्यादा से ज्यादा लोग घर में रहेंगे जो फिर से एक और लहर की वजह बन सकते हैं।

रूस: बीते शुक्रवार को यहां कोरोना से 887 मौतें हुईं। जब से महामारी शुरू हुई है, किसी एक दिन में मौतों की यह सर्वाधिक संख्या है। लगातार चार दिन यह रिकार्ड बना। सिर्फ 33 फीसद आबादी ही पहली डोज ले पाई है।

भारत की बात डेल्टा वैरिएंट ने यहां जब कहर मचाया तो हर रोज मौतों का औसत आंकड़ा चार हजार जा पहुंचा। लेकिन प्रभावकारी टीकाकरण नीति और लोगों की सतर्कता ने इसे अब 300 के औसत पर ला दिया है। देश की करीब 50 फीसद पात्र आबादी को टीके की पहली डोज दी जा चुकी है। करीब 25 फीसद को दोनों डोज से सुरक्षित किया जा चुका है।

देश में कोरोना के सक्रिय मामले 200 दिनों बाद सबसे निचले स्तर पर आ गए हैं। केरल में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 8,850 नए मामले सामने आए हैं। केरल में 17,007 की रिकवरी और 149 लोगों की मौत हुई हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 1,28,736 है। केरल में संक्रमण की संख्या 47,29,083 हो गई और मरने वालों की कुल संख्या 25,526 हो गई।

देश में पाजिटिविटी रेट 3 फीसदी से कम

कोरोना के ताजा आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 13 दिनों के दौरान देश की पाजिटिविटी रेट 3 फीसदी से कम रही है | पिछले एक हफ्ते के दौरान 25 हजार से कम केस आ रहे हैं, लेकिन देश के 30 जिलों ने सरकार की टेंशन बढ़ा रखी है। 11 राज्यों के 18 जिलों में पाजिटिविटी रेट 5 से 10 फीसदी के बीच है। इनमें से 13 जिले केरल में हैं।

केरल के अलावा मिजोरम के 8 जिले, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में तीन-तीन, सिक्किम में दो और मेघालय में एक जिले में हाई पॉजिटिविटी रेट है। इसके अलावा केरल में इस वक्त सबसे ज्यादा एक्टिव केस है। यहां इस वक्त 1,44,075 केस हैं, जो पूरे देश में सभी एक्टिव मामलों के मुकाबले 52.01% ज्यादा है। पांच राज्यों में महाराष्ट्र में 40,252 एक्टिव मामले हैं। इसके बाद तमिलनाडु में मिजोरम में कर्नाटक में और आंध्र प्रदेश में मामले हैं।

केरल हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के आदेश को किया रद

केरल हाई कोर्ट ने राज्य सरकार के निजी प्रयोगशालाओं में आरटी-पीसीआर टेस्ट रेट को कम करने के आदेश को रद कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ट का रेट 1,700 रुपये से घटाकर 500 रुपये करने की योजना बनाई गई थी। इसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचने के बाद यह फैसला सुनाया गया।

Leave a Reply

error: Content is protected !!