क्या कराची के मलीर कैंट पर दागी गई थी मिसाइल?

क्या कराची के मलीर कैंट पर दागी गई थी मिसाइल?

श्रीनारद मीडिया सेन्ट्रल डेस्क

भारत-पाकिस्तान में दो दिन तक चले संघर्ष के बाद सीजफायर का एलान हो गया है। इस बीच वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर पर बड़ा खुलासा किया है। वायुसेना ने बताया कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कराची में कई लक्षित हमले किए गए थे।

भारतीय वायुसेना के संचालन महानिदेशक एयर मार्शल ए के भारती ने रविवार शाम को एक विशेष ब्रीफिंग में संकेत देते हुए बताया कि पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद भारत ने नपी-तुली और संतुलित प्रतिक्रिया दी।

मलीर कैंटोनमेंट पर दागी गई थी मिसाइल

इसी कार्रवाई के बीच भारत ने पाक के सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया था, जिसमें कराची में मलीर कैंटोनमेंट में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी गई थी। मलीर कैंट कराची शहर से लगभग 35 किमी दूर एक सैन्य अड्डा है।

लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम तबाह

वायुसेना ने कहा कि लाहौर में एक एयर डिफेंस सिस्टम (चीन निर्मित एचक्यू-9 जिसे इजरायल निर्मित हार्पी ड्रोन ने नष्ट कर दिया था) और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुजरांवाला के निकट एक अन्य साइट को भी निशाना बनाया।वायु सेना ने कराची के निकट पाक सैन्य प्रतिष्ठानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया, जिसके बाद रविवार को ऑपरेशन सिंदूर में नौसेना की भूमिका की पुष्टि हुई।

तो कराची में हो जाती तबाही…

वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा कि नौसेना की पनडुब्बियां और विमानन संपत्तियां कराची में बंदरगाह के बाहर पाक समुद्री बलों को रोकने के लिए तैनात की गई थीं।उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना कराची सहित कई समुद्र और जमीन पर चुनिंदा लक्ष्यों पर हमला करने के लिए पूरी तरह तैयार थी, एक आदेश पर हमला कर दिया जाता।

कई आतंकी शिविर तबाह

वाइस एडमिरल प्रमोद ने कहा कि हमने पाकिस्तानी नौसेना और वायुसेना को संघर्ष के दौरान रक्षात्मक रहने के लिए मजबूर किया, ज्यादातर बंदरगाहों के अंदर या तट हमारे लक्ष्यों में थे। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर 7 और 8 मई की आधी रात 1 बजकर 5 मिनट से 25 मिनट तक किया गया सटीक हमला था, जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 7 आतंकवादी अड्डों को तबाह किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए और आतंकी ढांचे को नष्ट कर दिया गया।

भारत-पाकिस्तान में हुए सीजफायर के बाद सोमवार को इंडियन आर्मी के तीनों प्रमुखों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव पर प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर की गई कार्रवाई का पूरा ब्यौरा दिया। इसी दौरान एयर मार्शल ए.के. भारती ने रामचरित मानस की एक चौपाई भी पढ़ी ‘भय बिन होई न प्रीति’ यानी बिना डर के प्रेम नहीं हो सकता है।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एयर मार्शल ए.के. भारती ने सबका दिल जीत लिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में तीनों सेनाओं के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र से जुड़ी जानकारी साझा की। फिर सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू हुआ।
यह वह प्रसंग है जब भगवान श्रीराम तीन दिनों तक समुद्र से मार्ग देने की विनती करते रहे, पर जब उत्तर नहीं मिला तो उन्होंने क्रोधपूर्वक धनुष उठाया। तभी समुद्र देव प्रकट हुए और मार्ग दिया।

तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा हॉल

आमतौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार न तो तालियां बजाते हैं और न ही भावनात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं। लेकिन जब उन्होंने यह चौपाई पढ़ी तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। बगल में बैठे नौसेना के वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद तक मुस्कुराने लगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के खत्म होने पर उन्होंने संस्कृत के वैदिक मंत्र ‘शं नो वरुणः’ के साथ शुभकामना दी, जिसका अर्थ होता है वरुण देव (समुद्र के देवता) हमारे लिए कल्याणकारी हों।

किराना हिल्स पर दिया ये जवाब

जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत ने किराना हिल्स पर हमला किया है, तो एयर मार्शल ए.के. भारती ने जवाब दिया कि हमें यह बताने के लिए धन्यवाद कि किराना हिल्स में कुछ परमाणु प्रतिष्ठान हैं, हमें इसके बारे में पता नहीं था। हमने किराना हिल्स पर हमला नहीं किया है।

पहलगाम का बदला

7 मई की सुबह भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह ऑपरेशन जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें एक नेपाली नागरिक सहित 26 नागरिक मारे गए थे।

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