हिमाचल के शिक्षक को क्यों मिलेगा राष्‍ट्रीय शिक्षक पुरस्‍कार?

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शिक्षक अमित कुमार दूसरी बार पाएंगे राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

जिला शिमला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धरोगड़ा में टीजीटी के पद पर कार्यरत वीरेंद्र कुमार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चुना गया है। वीरेंद्र पढ़ाने के साथ विद्यार्थियों की लिखावट सुधारने का काम भी कर रहे हैं। छुट्टियों में राजधानी शिमला के गेयटी थियेटर में लिखावट सुधारने के लिए कक्षाएं लगाते हैं। इसके अलावा आनलाइन भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हैं। शिक्षक वीरेंद्र ने 2018 में लिखावट सुधारने का काम शुरू किया था। चार वर्ष में 90 हजार विद्यार्थियों की लिखावट सुधार चुके हैं। इनमें विदेश से भी विद्यार्थी शामिल हैं। वीरेंद्र कुमार ने बताया कि दुबई से फोन आया।

महिला ने बताया कि उनके बच्चे ईशान इब्राहिम को स्कूल ने निकाल दिया है। तर्क दिया कि वह लिखने में कमजोर है। मैंने 12 दिन आनलाइन कक्षा लगाकर उसकी लिखावट में सुधार किया। अब दोबारा वह बच्चा उसी स्कूल में पढ़ता है। वीरेंद्र 17 वर्ष तक जेबीटी पद पर कार्य किया। पांच साल से टीजीटी हैं।

अब मास्टर ट्रेनर किए तैनात

शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के तहत धरोगड़ा स्कूल के शिक्षक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पहले अपने स्तर पर ही विद्यार्थियों की लिखावट में सुधार करने का काम किया। अब प्रदेशभर में करीब 250 मास्टर ट्रेनर तैयार किए हैं। अब वे भी बच्चों की लिखावट में सुधार पर काम कर रहे हैं।

चार किताबें लिखी

वीरेंद्र कुमार ने अध्यापन के साथ चार किताबें भी लिखी हैं। वह पहले ऐसे प्राइमरी शिक्षक रहे हैं, जिन्होंने शिक्षण शास्त्र पर किताब लिखी है। इसमें पढ़ाई को कैसे रोचक बनाया जा सकता है, इसके बारे में बताया गया है। काफी समय तक वह जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में भी कार्यरत रहे। धरोगड़ा के साथ लगते संदोआ गांव निवासी वीरेंद्र ने कहा कि पिता शिक्षक थे। पढ़ाई गांव के स्कूल से की। उस वक्त स्कूल में बैठने के लिए भी उचित व्यवस्था नहीं होती थी। आज काफी चीजें बदल गई हैं। गांव के लिए अब सड़क बनी है, लेकिन बस नहीं जाती।

शिक्षक अमित कुमार दूसरी बार पाएंगे राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार

National Teacher Award, जवाहर नवोदय विद्यालय ठियोग (शिमला) के कंप्यूटर शिक्षक अमित कुमार को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित होने पर क्षेत्र में खुशी है। अमित कुमार को यह पुरस्कार विद्यार्थियों में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के प्रति जिज्ञासा पैदा करने एवं खोज आधारित और सहयोगपूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया जा रहा है। कंप्यूटर विषय के शिक्षण में महारत रखने वाले अमित कुमार राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के लिए भी योगदान दे रहे हैं।

अमित कुमार को राष्ट्रपति की ओर से राष्ट्रीय सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी पुरस्कार (नेशनल आइसीटी अवार्ड) 2015 एवं गत वर्ष संयुक्त राज्य अमेरिका सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय शिक्षकों के लिए शिक्षण कार्यक्रम में फुलब्राइट प्रतिष्ठित पुरस्कार 2020-21 से भी सम्मानित किया जा चुका है।

नवोदय विद्यालय पंडोह के पूर्व छात्र अमित कुमार ने नवोदय विद्यालय समिति के सभी अधिकारियों का धन्यवाद किया। विद्यालय के प्राचार्य निशिकांत ने सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से आधुनिक शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अमित कुमार की प्रशंसा की है।

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