आजान से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति की नींद हो रही है हराम, जिलाधिकारी को लिखा पत्र जिला अधिकारी को लिखा पत्र

मुस्लिम समुदाय में पांच वक्त की नमाज पढ़ने का नियम है और मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर नियमित रूप से दिन में पांच बार नमाज पढ़ी जाती है। हालांकि प्रयागराज में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुलपति को सुबह की अजान रास नहीं आ रही है और इसके कारण उनकी नींद खराब हो रही है।

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उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।

 

कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने 3 मार्च को भेजे गए पत्र में लिखा है, ‘प्रतिदिन सुबह 05:30 बजे मस्जिद में मौलवी द्वारा माइक पर पढ़ी जाने वाली अजान से मेरी नींद में खलल पड़ता है। काफी जद्दोजहद के बाद भी मेरी नींद पूरी नहीं हो पाती है। इससे कारण दिनभर मेरे सिर में दर्द रहता है और फिर पूरा कार्य प्रभावित होता है।’

 

उन्होंने जिला प्रशासन को इस मामले को प्रमुखता से लेते हुए कार्रवाई करने की मांग की है।

 

कुलपति ने पत्र में एक पुरानी कहावत का भी उल्लेख किया है। उन्होंने लिखा है, ‘आपकी स्वतंत्रता वहीं खत्म हो जाती है, जहां से मेरी नाक शुरू होती है।’

 

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वह किसी सम्प्रदाय, जाति या वर्ग के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने कहा, “वह लोग अजान लाउडस्पीकर के बगैर भी कर सकते हैं। ऐसा करने से उनकी मान्यता का भी सम्मान होगा और अन्य लोगों को भी परेशानी नहीं होगी।”

 

कुलपति ने पत्र में इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस आदेश का भी हवाला दिया है जिसमें कहा गया था कि कोई भी धर्म लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की वकालत नहीं करता।

 

हाई कोर्ट ने यह आदेश एक याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया था जिसमें जौनपुर जिला प्रशासन की ओर से अजान में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर लगाए गए प्रतिबंध को चुनौती दी गई थी।

 

कोर्ट ने कहा था कि लाउडस्पीकर के उपयोग से दूसरों के अधिकारों का हनन होता है।

 

कुलपति ने पत्र में लिखा है, “ईद से पहले सुबह 4 बजे लाउडस्पीकर के जरिए सहरी की घोषणा की जाएगी। इससे परेशानी और अधिक बढ़ जाएगी। भारत के संविधान में सभी वर्ग के लिए पंथनिरपेक्षता और शांतिपूर्ण सौहार्द की परिकल्पना की गई है।”

 

कुलपति द्वारा भेजे गए पत्र पर पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने कहा कि कुछ दिनों पहले कुलपति का पत्र मिला था और मामले में संबंधित अधिकारी को जांच कर वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

 

वहीं जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने कहा, “कुलपति का पत्र मिला है और उनकी परेशानी जायज है। मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी। पूजा-अर्चना से किसी की स्वतंत्रता भंग होना गलत है।”

 

बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं जिस पर काफी बवाल हुआ था। साल 2017 में उन्होंने ट्वीट किया था, ‘भगवान सब पर कृपा करे। मैं मुसलमान नहीं हूं, लेकिन मुझे सुबह अजान से जागना होगा। यह धार्मिकता कब समाप्त होगी।’

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