बेकाबू कोरोना के दौर में होनी है 10 हजार शादियां.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कोरोना महामारी ने पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया है। अप्रैल व मई माह में तकरीबन 15 हजार से अधिक शादियां प्रस्तावित थी। इसमें से करीब 10 हजार शादियां रद हो गई हैं। लग्न नहीं होने के कारण वर्ष 2021 में जनवरी और फरवरी माह में अपेक्षाकृत बहुत कम शादियां हुईं। अधिकांश शादियां अप्रैल और मई में ही प्रस्तावित थी।

वर्तमान संकट को देखते हुए लोग धड़ल्ले से शादियाें को टालने का निर्णय ले रहे हैं। शादियों के टलने के कारण होटल संचालकों से लेकर कैटरर तक की कमर टूट गई है। बैंड-बाजार बजाने वालों से लेकर लाइटिंग, फूल व शादी के सामान बेचने वाले छोटे दुकानदार तक परेशान हैं। कपड़ा और ज्वैलरी के व्यवासियों की हालत पस्त है। कई इलाकों में व्यापारी खुद ही अपने प्रतिष्ठान बंद कर रहे हैं।

कैटरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल अग्रवाल ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर उन्होंने अप्रैल से मई के बीच 20 शादियां बुक कर रखी थी। यह सभी शादियां टल गईं। रांची में 400 से अधिक कैटरर काम कर रहे हैं। औसतन 10 शादियों के हिसाब से करीब 4000 शादियां टली हैं। तकरीबन इतनी ही शादियां शहर के अलग-अलग होटलों में होती हैं। वहां भी यही स्थिति है। लोग मेहमानों और अपने परिजनों के स्वास्थ्य की चिंता को देखकर निर्णय ले रहे हैं। मंदिरों और धर्मशालाओं में होने वाले करीब 2000 शादियों के आयाेजन टले हैं।

हालात जिस तरीके से खराब हुए हैं। उसको देखते हुए लोग तत्काल शादियों को रद कर रहे हैं। बीमारी का तांडव देखकर कोई भी व्यक्ति किसी समारोह के आयोजन की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा।

हां, यह सही है कि शहर में अप्रैल और मई के बीच होने वाली कमोवेश दस हजार से अधिक शादियां टली हैं। होटलों से लेकर बैंक्वेट हाल तक में आयोजन लगातार रद हो रहे हैं।

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