पंचदेवरी में 1021 लोगों ने एक साथ दो घंटे पढ़ी किताबें
रीडिंग मैराथन के माध्यम से पंचदेवरी ने रचा इतिहास
राज्य में पहला प्रखंड बना पंचदेवरी जहां हुआ रीडिंग मैराथन
कार्यक्रम को देखने के लिए पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का लगा जमघट
श्री नारद मीडिया अरविंद रजक पंचदेवरी
पंचदेवरी प्रखंड के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जमुनहां के प्रांगण में रविवार को रीडिंग मैराथन का आयोजन किया गया। जिसमें एक साथ 1021 लोगों ने एक साथ बैठकर किताबें पढ़ी। और समाज को यह संदेश दिया कि किताबों के माध्यम से ही सब कुछ हासिल किया जा सकता है। इससे पहले कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के दौरान हैं डीएम ने प्रखंड स्तरीय पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि पुस्तकों से हमें हमेशा नई चीजें सीखने को मिलती हैं। अध्ययन से ही व्यक्ति अपने व्यक्तित्व का निर्माण करता है। आज के आधुनिक युग में भी पुस्तकें व्यक्ति को अपने मुकाम तक पहुंचाने में प्रथम साधन व माध्यम है। उन्होंने रीडिंग मैराथन में शामिल प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी प्रतिदिन कुछ समय के लिए ही सही परंतु पुस्तकों का अध्ययन अवश्य करें। उन्होंने कहा कि एक पुस्तक को पढ़ने से 60 वर्ष का अनुभव व्यक्ति को प्राप्त हो जाता है। अगर कोई व्यक्ति जीवन में 20 पुस्तकें पढ़ ले तो वह 12 सौ वर्ष का अनुभव अपने जीवन में प्राप्त कर लेता है। पुस्तकें हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी साधन मानी गई हैं। विशिष्ट अतिथि के रुप में आए लेखक सर्वेश तिवारी श्रीमुख ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। साहित्य के अध्ययन से हीं व्यक्ति के व्यक्तित्व में निखार आता है। इसलिए हमें पुस्तकों का अध्ययन व साहित्य का अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने रामचरितमानस के महत्व को भी बताया। झारखंड से आए मोटिवेशनल स्पीकर अमरेश झा ने कहा कि किताबे हमें संस्कार, सभ्यता, जीवन जीने की कला व व्यक्ति को मानवता सिखाने का माध्यम है। वहीं उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अपने जीवन में किताबों से जुड़कर स्वअध्याय को अपने जीवन में उतार लें। पूर्व जिला चेयरमैन मुकेश पांडेय ने कहा कि इस सुदूर ग्रामीण इलाके में रीडिंग मैराथन जैसा कार्यक्रम अपने आप में महत्वपूर्ण है। किताबों से लोगों को जोड़ने की यह बहुत अच्छी पहल है। मौके पर डीडीसी अभिषेक रंजन, बीडीओं मनीष श्रीवास्तव, सीओ आदित्य शंकर, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जानकी कुमारी, कटेया थाने के एसआई धीरज गुप्ता, एसआई हरेराम कुमार, स्थानीय मुखिया अशोक गुप्ता, जिला भाजपा उपाध्यक्ष रवि प्रकाश मणि त्रिपाठी, रवि रंजन श्रीवास्तव, अभिनव मिश्रा, गायक राकेश मिश्र, डॉ दुर्गा चरण पाण्डेय, अजय पांडेय, सुनील गुप्ता, अरविंद द्विवेदी, विवेकानंद मिश्रा, बबलू गिरी, सुधांशु पांडे, कृष्णा केसरी, जयराम गुप्ता, विजय तिवारी, विवेक पाठक, विशाल उपाध्याय, संदीप पुष्पक, सर्वेश्वर उपाध्याय, अरविंद गुप्ता, अरविंद रजक, सनी मद्धेशिया सहित हजारों लोग मौजूद थे।
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लोगों ने दिया फीडबैक
रीडिंग मैराथन में शामिल लोगों ने दो घंटे लगातार पढ़ने के बाद एक पन्ने पर लिखकर अपना फीडबैक भी दिया। लोगों ने कहा कि पुस्तक पढ़ने का आनंद है कुछ अलग है। यह आयोजन अपने आप में एक अलग है। कई लोगों ने कहा की इस आयोजन से पुस्तकों के प्रति रुझान बढ़ा है। अब हम लोग रोज एक घंटे घर पर पुस्तक पड़ेंगे।
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लोगों ने किया पुस्तक दान
रीडिंग मैराथन के समापन के बाद लगभग 1021 लोगों ने पुस्तक दान किया। जिसको लेकर डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने लोगों को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि इस संसार में सबसे बड़ा दान है तो पुस्तक दान है। पंचदेवरी की भूमि बहुत ही ऊर्जावान है। जहां ऐसे आयोजन होते रहे हैं। उन्होंने लोगों से पुस्तकों से जुड़ाव बनाए रखने की अपील की।
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10 खंड में की गई थी व्यवस्था
रीडिंग मैराथन को सफल बनाने के लिए क्लब के द्वारा 10 खंड में व्यवस्था की गई थी। प्रत्येक खंड पर दो दो मेंबर लगाए गए थे। जो प्रतिभागियों के आवेदन को ऑनलाइन फुल फील करते रहे। वहीं दूसरी टीम प्रतिभागियों की देखरेख में लगी रही। प्रतिभागियों को कोई परेशानी ना हो इसको लेकर अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे।
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इन लोगों को किया गया सम्मानित
रीडिंग मैराथन क्लब के द्वारा शामिल 1021 प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी, विशिष्ट अतिथि मोटिवेशनल स्पीकर अमरेश झा, लेखक सर्वेश तिवारी श्रीमुख, पूर्व चेयरमैन मुकेश पांडेय, क्लब के मेंबर सुनील गुप्ता, अजय पांडेय, अरविंद द्विवेदी, विवेक पाठक, संदीप पुष्पक, विशाल उपाध्याय, कृष्ण जयसवाल, अरविंद गुप्ता आदि को अंगवस्त्र, मोमेंटम व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
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ऑफलाइन में भी पहुंचे लोग
रीडिंग मैराथन में कुल 721 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था। उसके बाद रविवार की अहले सुबह ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। जहां 300 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया। कुल 1021 लोगों ने मैराथन में भाग लेकर एक साथ 2 घंटे तक किताबें पढ़ी। और अपना अनुभव ऑनलाइन साझा किया।