पाकिस्तान का बचाव करने के आरोप में 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है

पाकिस्तान का बचाव करने के आरोप में 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है

पाकिस्तानी सेना से जुड़े हैं आतंकी के तार

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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पहलगाम आतंकी हमले के बाद अब असम में पाकिस्तान का बचाव करने के आरोप में 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की तरफ से ये जानकारी सामने आई है। उन्होंने बताया गिरफ्तारी की ये संख्या सोमवार रात तक की है। सरमा ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘अब तक 27 राष्ट्रविरोधी पकड़े गए हैं।’ गिरफ्तार किए गए लोगों में विपक्षी एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम भी शामिल हैं, जिन पर पहलगाम ह।मले में पाकिस्तान और उसकी मिलीभगत का कथित तौर पर बचाव करने के आरोप में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था

‘राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का प्रावधान होगा लागू’

सरमा ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो गिरफ्तार किए गए लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के प्रावधान लगाए जाएंगे।सरमा ने आगे संवाददाताओं से कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच कोई समानता नहीं है। दोनों देश दुश्मन देश हैं और हमें ऐसे ही रहना चाहिए। बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में आतंकवादियों के हमले में 26 लोग मारे गए थे।

पाकिस्तानी सेना से जुड़े हैं आतंकी के तार

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जांच जारी है। पहलगाम अटैक के बाद से पाकिस्तान और भारत में तनाव चरम पर है। इस बीच खबर सामने आई है कि हमले में शामिल एक आतंकवादी के तार पाकिस्तान सेना से जुड़े हैं। फिलहाल, भारतीय सेना या सरकार की ओर से इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी सामने आई है। तीन आतंकवादियों के स्केच सामने आए थे। पहलगाम नरसंहार में शामिल रहे एक पाकिस्तानी आतंकवादी की पहचान हाशिम मूसा के तौर पर हुई है।

पाकिस्तानी सेना के स्पेशल फोर्सेज का पूर्व पैरा कमांडो

टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक मूसा पाकिस्तानी सेना के स्पेशल फोर्सेज का पूर्व पैरा कमांडो है। मूसा अब लश्कर के साथ काम कर रहा है और उसे जम्मू और कश्मीर में गैर स्थानीय और सुरक्षाबलों के बीच दहशत फैलाने के इरादे से भेजा गया था।

लश्कर के साथ कर रहा काम

एक अधिकारी ने इसको लेकर बताया है कि पाकिस्तानी स्पेशल फोर्सेज की तरफ से लश्कर को लोन दिया गया है। हाशिम मूसा, जो अब लश्कर-ए-तैयबा के साथ काम कर रहा है, उसे जम्मू और कश्मीर भेजे जाने से पहले पाकिस्तान के स्पेश सर्विस ग्रुप (SSG) द्वारा विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया था।जांचकर्ताओं का कहना है कि मूसा को भारतीय और विदेशी पर्यटकों के साथ-साथ सुरक्षा कर्मियों सहित गैर-स्थानीय नागरिकों को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को लेकर पूरे देश में गुस्से का माहौल है। इसी बीच कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से एक मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। कुछ लोगों ने एक युवक को पीट-पीटकर उसकी जान ले ली। मृतक की अभी तक शिनाख्त नहीं हुई है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने इस घटना की जानकारी दी है। उनका कहना है कि मृतक ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए थे, जिसके कारण भीड़ आगबबूला हो उठी और सभी ने उसपर हमला बोल दिया।
घटना की जानकारी देते हुए कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि बेंगलुरु में एक मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। मृतक शख्स की पहचान अभी नहीं हुई है। स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान उसने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए थे। इसे सुनकर आसपास मौजूद कुछ लोग गुस्से से आगबबूला हो गए और उसे पीटना शुरू कर दिया। आखिर में युवक ने दम तोड़ दिया।

पुलिस ने लिया एक्शन

बेंगलुरु में हुई मॉब लिंचिंग की इस घटना के बाद पुलिस भी एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस ने भीड़ में शामिल 10-12 लोगों को हिरासत में लिया है। मामले की जांच चल रही है। गृह मंत्री ने सभी से शांति कायम रखने की अपील की है।

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