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बिहार में पहली बार मंत्री बने भाजपा के 5 नेताओं में 4 MLC,क्यों?

बिहार में पहली बार मंत्री बने भाजपा के 5 नेताओं में 4 MLC,क्यों?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार कैबिनेट विस्तार कर लिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश सरकार की अगुवाइ में बनी नयी एनडीए सरकार का पहला विस्तार शुक्रवार को किया गया. इसमें कुल 21 नये मंत्रियों को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शपथ दिलायी. राजभवन के राजेंद्र मंडपम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए.

सबसे पहले महिला विधायक ने ली शपथ

सबसे पहले भाजपा की रेणू देवी ने शपथ ली. भाजपा के नीतीश मिश्र और हरि सहनी ने मैथिली में शपथ ली. 28 जनवरी को राज्य में बनी एनडीए की नयी सरकार में अब तक मुख्यमंत्री समेत कुल नौ मंत्री थे. शनिवार को लोकसभा चुनाव की चुनाव आयोग घोषणा करने वाली है. इसके ठीक एक दिन पूर्व कैबिनेट का विस्तार किया गया.

सीएम समेत 30 मंत्री अब सरकार में..

अब सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़ कर मुख्यमंत्री समेत 30 हो गयी है. इसके पहले दोपहर बाद जब भाजपा कोटे की मंत्रियों के नाम की सूची मुख्यमंत्री को उपलब्ध करायी गयी तो शपथ ग्रहण समारोह को अंतिम रूप दिया गया. नये मंत्रियों में भाजपा और जदयू के विधायकों को जगह मिली है. इनमें भाजपा के 12 और जदयू के नौ मंत्री हैं. कुल मिला कर सरकार में जदयू के मंत्रियों की संख्या कैबिनेट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छोड़ 12 हो गयी. वहीं भाजपा के मंत्रियों की संख्या 15 हो गयी है.

6 मंत्री और बनाए जा सकते हैं..

प्रावधान के मुताबिक सरकार में अधिकतम 36 मंत्री बनाये जा सकते हैं. इस हिसाब से छह मंत्री और बनाये जा सकेंगे.कैबिनेट विस्तार में हम पार्टी को कोई अतिरिक्त जगह नहीं मिल पायी.

पांच पहली बार बने मंत्री

कैबिनेट विस्तार में पांच पहली बार मंत्री बनाये गये. इनमें भाजपा के संतोष कुमार सिंह, सुरेंद्र मेहता, केदार गुप्ता, दिलीप कुमार जायसवाल और हरि सहनी के नाम हैं.नये मंत्रियों में चार विधान परिषद के सदस्य हैं.

मंत्रियाें के नाम

  • रेणू देवी,भाजपा
  • मंगल पांडेय,भाजपा
  • नीरज कुमार सिंह, भाजपा
  • अशोक चौधरी, जदयू
  • लेशी सिंह, जदयू
  • मदन सहनी, जदयू
  • नीतीश मिश्रा, भाजपा
  • नितिन नवीन,भाजपा
  • डा दिलीप कुमार जायसवाल,भाजपा,एमएलसी
  • महेश्वर हजारी, जदयू
  • शीला कुमारी, जदयू
  • सुनील कुमार, जदयू
  • जनक राम,भाजपा
  • हरि सहनी,भाजपा, एमएलसी
  • कृष्णनंदन पासवान,भाजपा
  • जयंत राज, जदयू
  • मो जमा खान, जदयू
  • रत्नेश सदा, जदयू
  • केदार गुप्ता, भाजपा
  • सुरेंद्र मेहता, भाजपा

संतोष कुमार सिंह, भाजपा, एमएलसी                                                                                                                                                                                बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही जदयू कोटे से 9 मंत्रियों ने शपथ ली है. 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कैबिनेट में जदयू कोटे के कुछ विधायकों को तीसरी बार, कुछ विधायकों को दूसरी और एक को पहली बार मंत्री बनने का अवसर मिला है. जदयू ने पुराने चेहरों पर भरोसा जताया तो भाजपा ने अपने कोटे से मंत्री बनाने में सोशल इंजीनियरिंग दिखाया है. जदयू कोटे से तीसरी बार मंत्री बनने वालों में मुख्य रूप से अशोक चौधरी, लेसी सिंह, जयंत राज, सुनील कुमार, जमा खान, शीला कुमारी और मदन सहनी शामिल हैं. वहीं दूसरी बार मंत्री बनने वालों में रत्नेश सदा और पहली बार मंत्री बनने वालों में महेश्वर हजारी शामिल हैं.

जदयू कोटे के 9 मंत्री..

जदयू कोटे से नौ मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की है. इसमें अनुसूचित जाति समुदाय से तीन मंत्री शामिल हैं. वहीं अनुसूचित जनजाति समाज से एक मंत्री, अतिपिछड़ा समाज से दो मंत्री, पिछड़ा समाज से एक, सवर्ण समाज से एक मंत्री सहित मुस्लिम समाज से एक मंत्री भी शामिल हैं. इससे पहले अशोक चौधरी पिछली बार भवन निर्माण विभाग में मंत्री पद का कार्यभार संभाल रहे थे. इनका राजनीतिक करियर कांग्रेस में भी रहा. इन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी. ये अनुसूचित जाति समाज से आते हैं. लेसी सिंह भी पिछली दोनों बार खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री रही थीं. ये राजपूत यान सवर्ण समाज से आती हैं. मदन सहनी पिछली बार समाज कल्याण विभाग के मंत्री का पदभार संभाल रहे थे. ये अतिपिछड़ा समाज से आते हैं.

जदयू के युवा नेता हैं जयंत राज

युवा नेता जयंत राज ने 2020 के बाद तीसरी बार मंत्री पद की शपथ ली. इसके पहले उन्होंने ग्रामीण कार्य विभाग और लघु जल संसाधन विभाग में मंत्री पद का कार्यभार संभाला था. वे पिछड़ा वर्ग से आते हैं. जमा खान ने भी तीसरी बार मंत्री पद की शपथ ली है. इससे पहले वे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री थे. वे मुस्लिम समाज से आते हैं. रत्नेश सदा ने भी दूसरी बार मंत्री पद की शपथ ली है. वे अनुसूचित जनजाति समाज से आते हैं. इससे पहले वे अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री थे.

मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा की दिखी सोशल इंजीनियरिंग

नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा ने सोशल इंजीनियरिंग का पूरा ख्याल रखा है. भाजपा से सवर्ण से पांच, पिछड़ा वर्ग से तीन,अतिपिछड़ा वर्ग से दो और दो दलित मंत्री बनाये गये हैं.दूसरी बार मंत्री पद की शपथ लेने वाली पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी अतिपिछड़ा वर्ग के नोनिया जाति से आती हैं. वहीं, पहली बार विधान पार्षद बने और मंत्री पद की शपथ लेने वाले हरी सहनी भी अतिपिछड़ा वर्ग के मल्लाह जाति से आते हैं.पिछड़ा वर्ग से मंत्री बनने वाले विधान पार्षद दिलीप जायसवाल व विधायक केदार प्रसाद गुप्ता वैश्य समुदाय और सुरेंद्र मेहता कुशवाहा जाति से आते हैं.तीनों पहली बार मंत्री बने हैं.वहीं, दूसरी बार मंत्री पद की शपथ लेने वाले नितीन नवीन कायस्थ जाति से हैं.

कोई पहली बार, तो कोई दूसरी बार बने मंत्री

दूसरी बार मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधान पार्षद जनक राम और पहली बार मंत्री बनने वाले विधायक कृष्णनंदन पासवान दलित वर्ग से आते हैं, जबकि सवर्ण कोटे से ब्राह्मण समुदाय से आने वाले विधान पार्षद मंडल पांडेय और नीतीश मिश्र ने दूसरी बार मंत्री पद की शपथ ली है.वहीं, नीरज कुमार सिंह दूसरी बार और पहली बार मंत्री पद का शपथ लेने वाले संतोष सिंह राजपूत हैं.

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