3 सितंबर को पद्मा एकादशी व्रत, श्रद्धालु करेंगे भगवान विष्णु की आराधना।
श्रीनारद मीडिया, दारौंदा, सिवान, (बिहार)।
सिवान जिला के दारौंदा प्रखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में आगामी 3 सितंबर 2025, बुधवार को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पद्मा एकादशी का व्रत श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाएगा।
हिन्दू धर्मग्रंथों के अनुसार पद्मा एकादशी का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से पापों का क्षय होता है और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, पद्मा एकादशी व्रत का फल हजारों यज्ञ और दान के बराबर माना गया है। पद्मा एकादशी को पुराणों में ‘कमल एकादशी’ और ‘जयंती एकादशी’ के नाम से भी वर्णित किया गया है।
इस दिन व्रती प्रातःकाल स्नान कर व्रत का संकल्प लेते हैं और पूरे दिन भगवान विष्णु के नाम का जाप करते हुए निर्जला या फलाहार व्रत करते हैं।
पंडितों के अनुसार, इस वर्ष पद्मा एकादशी का पारण 4 सितंबर, गुरुवार को प्रातःकाल निर्धारित समय पर किया जाएगा।
व्रतधारी लोंग भगवान विष्णु के समक्ष तुलसी दल, फूल, दीपक और प्रसाद अर्पित करेंगे।
वहीं विभिन्न मंदिरों में भी विशेष पूजा अर्चना करेंगे।
पद्मा एकादशी का धार्मिक महत्व इतना गहरा है कि इस दिन व्रत करने वाले को मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। खासकर यह व्रत उन लोगों के लिए फलदायी माना गया है जो जीवन में मानसिक शांति और पारिवारिक सुख की कामना रखते हैं।