सारण के 5 स्वास्थ्य संस्थानों को मिला कायाकल्प का आवार्ड

सारण के 5 स्वास्थ्य संस्थानों को मिला कायाकल्प का आवार्ड
• सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में मांझी को राज्य स्तर पर चौथा स्थान
• सभी चयनित अस्पतालों को मिलेगा एक-एक लाख रूपये इनाम
• 25 प्रतिशत राशि अस्पताल के कर्मियों के बीच प्रोत्साहन के रूप में होगा वितरित

श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):

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छपरा  जिले स्वास्थ्य संस्थाओं में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं और बेहतर आधारभूत संरचना को लेकर विभाग संकल्पित है। स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था बेहतर करने की उद्देश्य से कायाकल्प आवार्ड योजना की शुरूआत की गयी है। इसी कड़ी में सारण जिले के पांच स्वास्थ्य संस्थानों को कायाकल्प आवार्ड योजना के तहत चयनित किया गया। सारण पांच स्वास्थ्य केंद्रों ने कायाकल्प का आवार्ड जीता है।

 

जिसमें सारण जिले के मांझी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के श्रेणी में राज्य स्तर पर चौथा तथा जिला स्तर पर पहला स्थान हासिल हुआ है। मांझी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कायाकल्प के रैंकिंग में 93.38 प्रतिशत अंक हासिल हुआ है। वहीं अनुमंडलीय अस्पताल सोनपुर को 91.53 प्रतिशत, सीएचसी अमनौर को 89.84 प्रतिशत, सीएचसी दिघवारा को 89.23 प्रतिशत, सीएचसी रिविलगंज को 70 प्रतिशत अंक मिला है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को एक-एक लाख रूपये इनाम दिया जायेगा।

इको फ्रेंडली बनाया गया है अस्पताल:
जिले के इन सभी स्वास्थ्य केंद्रों को इको फ्रेंडली बनाया गया है। स्वास्थ्य केंद्र में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा, प्रसव की सुविधा, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, ओपीडी सेवा, दवा का बेहतर रख-रखाव और उपलब्धता, आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रसव कक्ष और ओटी, शौचायल-पेयजल की सुविधा, हर्बल गार्डेन, वार्मिंग कम्पोस्ट, रैन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधाएं उपलब्ध है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने जो सुधार किए हैं, वे न केवल मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि इससे स्वास्थ्य विभाग पर भी मरीजों का विश्वास बढ़ा है। यह योजना स्वास्थ्य संस्थानों को एक नए दृष्टिकोण से देखती है, जिसमें अस्पताल केवल इलाज का स्थान नहीं बल्कि एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण भी होता है, जो मरीजों के अच्छे स्वास्थ्य की ओर एक बड़ा कदम है।

मरीजों को सर्वोत्तम सुविधाएं सुनिश्चित कराना कायाकल्प का उद्देश्य:
जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि कायाकल्प योजना का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को स्वच्छ, सुरक्षित और मरीजों के अनुकूल बनाना है। यह योजना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बनाई गई है, बल्कि इससे मरीजों को सर्वोत्तम सुविधाएं मिलें, यह भी सुनिश्चित किया जाता है। स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार और आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण के कारण मरीजों का विश्वास स्वास्थ्य विभाग में बढ़ा है। लगातार जिले के स्वास्थ्य केंद्रों की गुणवत्ता में सुधार किया जा रहा है। कायाकल्प, राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक, लक्ष्य के तहत प्रमाणीकरण किया जा रहा है। 5 स्वास्थ्य केंद्रों को कायाकल्प का आवार्ड मिला है। वहीं सारण जिले के तीन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को एनक्वास के तहत नेशनल प्रमाण पत्र मिल चुका वहीं। 20 से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को एनक्वास के तहत राज्य स्तरीय टीम के द्वारा असेस्मेंट किया जा चुका है।

25 प्रतिशत राशि स्वास्थ्य कर्मियों के बीच बांटी जायेगी:
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि जिले के 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और एक अनुमंडलीय अस्पताल को कायाकल्प का आवार्ड मिला है। इसके तहत सभी पांचों स्वास्थ्य केंद्रों को एक-एक लाख रूपये राज्य स्तर से मिलेगा। इसमें 25 प्रतिशत राशि स्वास्थ्य कर्मियों के बीच प्रोत्साहन के रूप में वितरण किया जायेगा। साथ हीं 75 प्रतिशत राशि अस्पताल के उन्नय में खर्च होगा।

8 मुख्य बिंदुओं पर किया जाता है मूल्यांकन:
• अस्पताल का रख-रखाव
• स्वच्छता और साफ-सफाई
• वेस्ट प्रबंधन
• संक्रमण नियंत्रण
• सपोर्ट सेवायें
• हाईजीन प्रमोशन
• बाउण्ड्री वॉल के आस पास साफ-सफाई
• इको फैन्डली अस्पताल

 

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