होने वाले चुनावों में 8.5 लाख अधिकारियों की होगी तैनाती-निर्वाचन आयोग
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के साथ झारखंड की अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित घाटशिला विधानसभा सीट समेत देश के 8 राज्यों में होनेवाले चुनावों और उपचुनावों के लिए चुनाव आयोग 8.5 लाख पदाधिकारियों की नियुक्ति करेगा. चुनाव आयोग ने पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने का फैसला किया है. इसके तहत यह फैसला लिया गया है. भारत निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
पोलिंग पार्टी, पुलिसकर्मी, ऑब्जर्वर किये जायेंगे नियुक्त
चुनाव आयोग ने कहा है कि 2 चरणों में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए करीब 8.5 लाख मतदान पदाधिकारियों की तैनाती की जायेगी. इनमें करीब 4.53 लाख मतदानकर्मी होंगे. 2.5 लाख पुलिसकर्मी और अधिकारी, 28,370 मतगणना कर्मी, 17,875 माइक्रो ऑब्जर्वर, 9,625 सेक्टर ऑफिसर, मतगणना के लिए 4,840 माइक्रो ऑब्जर्वर और 90,712 आंगनवाड़ी सेविकाओं को तैनात किया जायेगा.
वोटर की मदद के लिए 90,712 बीएलओ, 243 ईआरओ
इलेक्शन मशीनरी की बात करें, तो 90,712 बीएलओ और 243 ईआरओ मतदाताओं के किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए तैनात रहेंगे. मतदाताओं के पहली बार ईसीआई नेट ऐप की शुरुआत की गयी है, जहां से मतदाता कोई भी जानकारी ले सकते हैं. इस ऐप की मदद से वे अपने बीएलओ और ईआरओ से अपनी समस्या का निराकरण करवाने के लिए उनसे टाइम बुक कर सकते हैं. इतना ही नहीं, एक कॉल सेंटर की भी शुरुआत की गयी है, जहां लोग जानकारी ले सकेंगे, डीईओ और आरओ लेवल पर शिकायत भी कर सकेंगे. फोन करने के लिए +91(एसटीडी कोड)1950 पर डायल करना होगा. एसटीडी कोड आपके क्षेत्र का होगा, बाकी सभी नंबर यथावत रहेंगे.
सभी 243 विधानसभा सीट पर अलग-अलग ऑब्जर्वर
चुनाव आयोग के डिप्टी डायरेक्टर पी पवन ने कहा है कि चुनाव के दौरान जितने कर्मियों और अधिकारियों की तैनाती की जायेगी, वे सभी चुनाव आयोग के प्रावधानों के तहत प्रतिनियुक्त माने जायेंगे. उन्होंने कहा है कि यह पहला मौका है, जब सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए अलग-अलग यानी 243 ऑब्जर्वर नियुक्त किये गये हैं.
38 पुलिस ऑब्जर्वर और 67 एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वर
चुनाव आयोग ने बताया है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसलिए 38 पुलिस ऑब्जर्वर और 67 एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वर भी नियुक्त किये गये हैं. सभी ऑब्जर्वर अपने-अपने आवंटित विधानसभा क्षेत्र में तैनात रहेंगे और राजनीतिक दलों/प्रत्याशियों के साथ लगातार संपर्क बनाये रखेंगे और उनकी जो भी शिकायत होगी, उसको दूर करेंगे.
7 राज्यों की 8 विधानसभा सीटों पर होने हैं उपचुनाव
चुनाव आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 और 7 राज्यों में 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम जारी किया था. बिहार में 2 चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी. झारखंड की घाटशिला (एसटी) विधानसभा सीट पर उपचुनाव 11 नवंबर को होंगे. राजस्थान की 2 विधानसभा सीटों के अलावा तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, मोजरम और ओडिशा की एक-एक विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हैं. सभी राज्यों के उपचुनावों की मतगणना बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के साथ 14 नवंबर 2025 को होगी.
बिहार चुनाव मे पहली बार होगा
- हर बूथ पर वेब कास्टिंग होगी
- हर केंद्र पर 1200 से ज्यादा वोटर नहीं होंगे
- दिव्यांगों को फॉर्म 20 के जरिए होम वोटिंग की सुविधा
- बिहार चुनाव के लिए 90,412 पोलिंग स्टेशन
- पोलिंग रूम के बाहर मोबाइल सेंटर होगा
- पोलिंग सेंटर तक मोबाइल ले जा सकते हैं
- इस बार VVPAT में कलर फोटो दिखेगी
- सीरियल नंबर का फॉन्ट इस बार बड़ा होगा
6 और 11 नवंबर को 2 चरणों में वोटिंग
बिहार की कुल 243 सीटों पर दो चरणों में वोटिंग होगी. 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा. दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी. इस दिन 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. नतीजों की घोषणा 14 नवंबर को होगी. इस बार के चुनाव में 7 करोड़ 42 लाख वोटर हैं. इनमें 3 करोड़ 92 लाख पुरुष जबकि 3 करोड़ 49 लाख महिला वोटर्स हैं.
पहली बार ECINET ऐप और वोटर हेल्पलाइन की सुविधा
इस बार चुनाव आयोग ने ECINET App लॉन्च किया है, जिससे बिहार के मतदाता अपने बीएलओ और ईआरओ से सीधे संपर्क कर सकेंगे। ऐप की मदद से वे वोटिंग, बूथ, शिकायत या मतदान प्रक्रिया से जुड़ी हर जानकारी घर बैठे पा सकेंगे। इसके अलावा वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 भी जारी किया गया है। मतदाता अपने क्षेत्र के STD कोड के साथ +91 (STD Code) 1950 पर कॉल करके जानकारी ले सकते हैं।
हर विधानसभा सीट पर पर्यवेक्षक रहेंगे तैनात
पहली बार बिहार के हर विधानसभा क्षेत्र में Election Observers की तैनाती की जाएगी। कुल 243 विधानसभा सीटों पर नियुक्त पर्यवेक्षक बाहरी राज्यों से होंगे। ये अधिकारी आयोग की निगरानी में काम करेंगे और राजनीतिक दलों व उम्मीदवारों से नियमित रूप से संवाद करेंगे।
उनके नाम और संपर्क नंबर भी ECINET ऐप पर उपलब्ध होंगे।