अब अपने प्रखंड के बाल विकास परियोजन कार्यालय से लीजिये पोषण पर जानकारी
पोषण की जानकारी देने के लिए प्रखंडो में परामर्श केंद्र की हुई स्थापना:
ग्वालपाड़ा में निक्की कुमारी को परामर्श देकर हुई शुरआत:
श्रीनारद मीडिया, मधेपुरा, (बिहार):
मधेपुरा जिले में राष्ट्रीय पोषण अभियान अंतर्गत पोषण माह 1 से 30 सितम्बर तक मनाया जा रहा है। जिसमें विभिन्न गतिविधियों का आयोजन प्रखंड स्तर एवं जिला स्तर पर किया जा रहा है। पोषण माह की शुरुआत से बाल विकास परियोजना के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जहाँ एक और सेविकाएँ रैली कर पोषण की जानकारी दे रही हैं वहीँ दूसरी ओर आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई जैसे कार्यक्रम भी आयोजित हो रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को जिले के आईसीडीएस (बाल विकास परियोजना) के अंतर्गत कई प्रखंडों में पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की जा रही है। उक्त बातें आईसीडीएस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी मोहम्मद कबीर ने बतायी।
विधिवत उद्घाटन कर पोषण परामर्श डेस्क की हुई स्थापना:
जिला पोषण समन्वयक अंशु कुमारी ने बताया कि बुधवार को उदाकिशुनगंज, सिंघेश्वर, शंकरपुर, गम्हरिया, कुमारखंड, मुरलीगंज, ग्वालपाड़ा एवं पुरैनी प्रखंडों में बाल विकास परियोजन पदाधिकारी की अगुवाई में कार्यक्रम आयोजित कर विधिवत रूप से पोषण परामर्श डेस्क की स्थापना की गयी। उन्होंने बताया कि जिले में सितंबर को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बुधवार को पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गयी है।
स्वस्थ शरीर से ही स्वस्थ मानसिकता का होता है निर्माण : सीडीपीओ निशा:
ग्वालपाड़ा प्रखंड में सीडीपीओ निशा कुमारी ने बाल विकास परियोजन कार्यालय के परिसर में पोषण परामर्श केंद्र का उद्घाटन किया। मौके पर सीडीपीओ ने कहा कि स्वस्थ शरीर से ही स्वस्थ मानसिकता का निर्माण होता है और बच्चों के स्वस्थ सेहत का भी निर्माण होता है। इसीलिए बेहतर समाज के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इस पीढ़ी को अच्छा पोषण मिले और वह सुरक्षित रहे। सभी माताओं का यह दायित्व है कि बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए साफ सफाई पर ध्यान दें, नियमित रूप से खाने से पहले व खाने के बाद अच्छी तरह से हाथ धोया जाए एवं शौचालय करने के बाद हाथ पैर धोया जाय। कुपोषण की समस्या तभी दूर हो सकती है जब बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताया जाएगा। इसको ध्यान में रखते हुए परामर्श केंद्र की स्थापना की गयी है। पूरे महीने तक इस परामर्श केंद्र का संचालन किया जायेगा। इस मौके पर लेडी सुपरवाइजर मिताली कुमारी, रीता कुमारी एवं बी.पी.ए. संजय कुमार तथा अन्य सेविकाएँ व कर्मी मौजूद रहे।
निक्की को परामर्श देकर हुई शुरुआत:
ग्वालपाड़ा प्रखंड के बाल विकास परियोजन कार्यालय के परिसर में आरम्भ किये गए परामर्श केंद्र में दिलखुश कुमार की पत्नी गर्भवती निक्की कुमारी को पोषण का परामर्श देकर पोषण डेस्क की शुरुआत की गयी। निक्की को प्रधानमंत्री मातृत्व बन्दना योजना का फॉर्म भी भरवाया गया। ग्वालपाड़ा प्रखंड के बाल विकास परियोजन पदाधिकारी निशा द्वारा निक्की को उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए उचित पोषण को ध्यान में रखते हुए सेहतमंद खाना यथा हरी सब्जी, दाल, फल, दूध इत्यादि के सेवन का उचित परामर्श दिया गया।