जिले में टीकाकरण के साथ टेस्टिंग- ट्रेसिंग पर विशेष जोर
तीज पर्व के कारण प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का 13 सितंबर को होगा आयोजन:
गर्भवती महिलाओं के लिए भी कोविड-19 टीका पूरी तरह सुरक्षित:
कोविड से स्थाई निजात के लिए वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी:
श्रीनारद मीडिया, किशनगंज (बिहार):
जिले में सभी को जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार विशेष अभियान का संचालन किया जा रहा है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जहा एक तरफ महाभियान चलाकर लोगो का टीकाकरण के साथ ही टेस्टिंग- ट्रेसिंग पर विशेष जोर दिया जा रहा है जिससे जिले में मात्र 03 व्यक्ति ही संक्रमित हैं। वहीं रिकवरी दर भी 99.3 है तथा संक्रमण दर मात्र 1.3 है।
तीज पर्व के कारण प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का 13 सितंबर को होगा आयोजन:
गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रत्येक महीने के 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया जाता है। किन्तु प्रत्येक माह के 9 तारीख को होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम की तिथि में परिवर्तन किया गया है। 9 सितंबर को तीज पर्व होने के कारण प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान अब 13 सितंबर को आयोजित किया जायेगा। इसके विषय में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह द्वारा आवश्यक निर्देश दिया गया है। इस अभियान के तहत जिले की गर्भवती महिलाओं की सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी में शिविर लगाकर स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एमबीबीएस चिकित्सक द्वारा प्रसव पूर्व जांच की जाती है। साथ ही उच्च जोख़िम गर्भधारण महिलाओं की पहचान कर उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाता है।
कोविड से स्थाई निजात के लिए वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कोविड संक्रमण वायरस से स्थाई निजात के लिए वैक्सीन की पूरी यानी दोनों डोज बेहद जरूरी है। क्योंकि, हम एक डोज से इस महामारी से स्थाई निजात नहीं पा सकते हैं। इसलिए, मैं तमाम लोगों से अपील करता हूँ कि बेहिचक वैक्सीन की दोनों डोज लें और इस महामारी से खुद को सुरक्षित करें। यह समाज के हर तबके के हर लोगों की जिम्मेदारी भी है। वैक्सीन पूरी तरह से ना सिर्फ सुरक्षित है बल्कि, काफी प्रभावी भी है। इसलिए, लोगों को मौका मिलते ही इसे जीवन का बेहतर अवसर समझकर वैक्सीन लेनी चाहिए।
गर्भवती महिलाओं के लिए टीका बिल्कुल सुरक्षित:
सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने बताया कि कोविड-19 टीका गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले बच्चे दोनों के लिए बिल्कुल सुरक्षित है। कोविड-19 टीका लगाने से महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होने के साथ ही उनके बच्चे में भी इसका विकास होगा। गर्भावस्था में महिलाओं को विभिन्न तरह की समस्याओं से गुजरना होता है। ऐसे में अगर गर्भवती महिलाओं द्वारा कोविड-19 टीका लगाया जाता है तो उसे बीमारियों से लड़ने में आसानी होगी। अगर कोई महिला गर्भकाल के दौरान कोविड-19 की शिकार होती है तो उन्हें चिकित्सक से संपर्क कर जरूरी उपचार कराना चाहिए। जैसे ही महिला संक्रमण से सुरक्षित होती हैं तो तुरंत उसे कोविड-19 टीका लगा लेना चाहिए। टीका लगाने से गर्भवती महिला के होने वाले बच्चे में भी संक्रमण का अंश खत्म हो जाता है। गर्भवती महिलाओं की तरह ही माहवारी के समय में भी महिलाएं कोविड-19 टीका लगा सकती हैं। कोविड-19 टीका का प्रभाव महिलाओं के माहवारी के दौरान होने वाले हार्मोन्स सम्बन्धी बदलाव में नहीं होता। टीका लगाने के पश्चात किसी को भी हल्का बुखार, सर दर्द, हाथों में इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द आदि महसूस हो सकता है लेकिन टीकाकरण के बाद यह सामान्य है। हल्का बुखार, सर दर्द आदि कोविड-19 टीका के आपके शरीर में असर दिखाने के ही लक्षण हैं। इसलिए इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है।
जिले में टीकाकरण के साथ टेस्टिंग- ट्रेसिंग पर विशेष जोर:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कोरोना वायरस संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकार चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने में जुटी हुई है। जिले में टीकाकरण के साथ टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर जोर दिया जा रहा। संक्रमण के प्रसार में वर्तमान दर में वृद्धि न हो इसके लिए जांच में वृद्धि की गई है। जिले में प्रतिदिन 3000 टेस्ट किया जा रहा है। जिसके दैनिक अनुश्रवण एवं शतप्रतिशत मूल्यांकन के लिए जिला योजना समन्वयक एवं जिला अनु० एवं मूल्यांकन पदाधिकारी को जिलाधिकारी ने नियुक्त किया है।