वेतन वृद्धि में फिक्सेशन में हो रहे धांधली को लेकर शिक्षकों ने किया बैठक 

वेतन वृद्धि में फिक्सेशन में हो रहे धांधली को लेकर शिक्षकों ने किया बैठक

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श्रीनारद मीडिया‚ गोपालगंज (बिहार)

गोपालगंज जिले के शिक्षक अपने वेतन वृद्धि से लेकर अन्य कार्यों में उत्पन्न समस्याओं को लेकर थावे स्थित डाइट के प्रांगण में गोपालगंज के आम शिक्षकों का एक अति महत्वपूर्ण बैठक आम शिक्षक सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में हुई।

जिसमें शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, नियोजित शिक्षकों के 15% वेतन बढ़ोतरी के फिक्सेशन में हो रही धांधली, जिले के सभी प्रखंड संसाधन केंद्रों पर 10 वर्ष या उससे अधिक जमे हुए बीआरपी रूपी मठाधीशो को हटाने, नव प्रशिक्षित शिक्षकों के एरियर एवं डीपीई एरियर भुगतान अति शीघ्र करने कई अन्य समस्याओं के खिलाफ यदि 1 सप्ताह के अंदर इसका समाधान नहीं होता है तो एक ही रास्ता बचा है सिर्फ और सिर्फ आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी।

इसके लिए सैकड़ों शिक्षकों के हस्ताक्षर से एक पत्र निदेशक,प्राथमिक शिक्षा निदेशालय पटना बिहार, जिला पदाधिकारी गोपालगंज, जिला शिक्षा पदाधिकारी गोपालगंज को भेजा गया। जिसमें आम शिक्षक सत्येंद्र कुमार के द्वारा बताया गया कि गोपालगंज जिला के नियोजित शिक्षकों के वेतन निर्धारण में जिले के सभी प्रखंड संसाधन केंद्र से लेकर जिला स्तरीय कार्यालय में जानबूझकर शिक्षकों का वेतन निर्धारण नहीं किया जा रहा है।

और ना ही शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा स्पष्ट बताया जा रहा है कि शिक्षकों का फिक्सेशन इस होली तक होगा या अगले होली तक होगा। जो कि जिले के सभी शिक्षकों का माह दिसंबर तक ही वेतन मिला है और बिना फिक्सेशन का किसी भी शिक्षक का सैलरी नहीं मिलने के चलते इस साल की उनकी होली भी फीकी रहेगी।

इसके चलते शिक्षकों में काफी आक्रोश व्याप्त है। माननीय मुख्यमंत्री बिहार सरकार के द्वारा निर्देशित किया जा चुका है कि यथाशीघ्र सभी शिक्षकों का वेतन निर्धारण कर डिजिटल हस्ताक्षर कर नेट पर डाल दिया जाए किंतु शिक्षा विभाग गोपालगंज के द्वारा जिले के सभी प्रखंड संसाधन केंद्रों को ना कोई तिथि निर्धारित की गई है और ना ही कोई दिशा निर्देश दिया गया है।

उनके द्वारा मनमाने ढंग से एक ही विद्यालय के 10 शिक्षकों में से केवल दो या तीन शिक्षकों का वेतन निर्धारित करते हुए या अफवाह फैलाया जा रहा है कि पहले फिक्सेशन जिसका होगा उनका वेतन पहले आएगा। जिले के सभी प्रखंड साधन संसाधन केंद्रों पर फिक्सेशन के नाम पर शिक्षकों का शोषण और अवैध वसूली जारी है। जिसको देखने वाला कोई नहीं है। शिक्षा विभाग के पदाधिकारी गण भी मौन है जिससे यही प्रतीत होता है कि ऊपर से नीचे तक पैसा उगाई के लिए गोटी सेट कर ली गई है।

 

विदित हो कि गोपालगंज जिला है जहां के सभी प्रखंड संसाधन केंद्रों पर 10 वर्ष या उससे अधिक से बीआरपी (प्रखंड साधन सेवी) को बैठा कर रखा गया है इसके पीछे का उद्देश्य केवल शिक्षकों का शोषण भयादोहन और गलत लाभ लेना है। साथ ही यह भी ध्यान देने योग्य तथ्य है कि बिहार सरकार के द्वारा पूर्व में जो ऑनलाइन निष्ठा प्रशिक्षण कराया गया और उसके लिए जो राशि भी निर्धारित की गई थी उसका भी एक पैसा शिक्षकों को अभी तक नहीं मिल पाया है। पता नहीं वह राशि कहां गुम हो गई।

 

यह भी ज्ञातव्य हो कि अभी तक जिले के नवप्रशिक्षित शिक्षकों के अंतर वेतन एवं डीपी के अंतर वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है उसके लिए भी दलालों के माध्यम से उगाई कराई जा रही है।जो भी शिक्षक इस मुद्दे को विभागीय अधिकारियों को समक्ष उठाते हैं उन्हें प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से निलंबित कर देने की धमकी दी जाती है।

 

इन मुद्दों को लेकर शिक्षकों द्वारा यह बताया गया कि सारी समस्याओं का समाधान यदि 1 हफ्ते के अंदर नहीं होती है शिक्षक बाध्य होकर धरना, प्रदर्शन और अनशन करने का मार्ग अपनाएंगे।बैठक में मुख्य रूप से रंजीत कुमार, मिंटू राय इंदु कुमारी गीता कुमारी पंकज कुमार रवि कुमार गिरजा शंकर गुप्ता रोशन आरा शमशुल होदा, अंजली कुमारी ,रेखा श्रीवास्तव सुरेश तिवारी आदि सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे।

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