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शिक्षक दिवस पर सेवानिवृत्त शिक्षकों को किया सम्मानित - श्रीनारद मीडिया

शिक्षक दिवस पर सेवानिवृत्त शिक्षकों को किया सम्मानित

शिक्षक दिवस पर सेवानिवृत्त शिक्षकों को किया सम्मानित
‘बदलते परिवेश में शिक्षक की भूमिका’ विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन

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श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):

सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड मुख्यालय के प्रखंड संसाधन केंद्र में ‘बदलते परिवेश में शिक्षक की भूमिका’ विषयक संगोष्ठी का आयोजन के साथ ही सेवानिवृत्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया।शिक्षक सम्मान समारोह की अध्यक्षता परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेश कुमार प्रभात ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि शिक्षक आजीवन शिक्षक रहता है। जहां भी रहता है, सृजन का कार्य करता है।विद्यालय में रहते व्यक्तित्व सृजन करता हझ तो सेवानिवृत्ति के बाद समाज सृजन करता है। वह एक चिराग की तरह है,जो हमेशा रोशनी लुटाता है।

नवसृजन का कार्य करता है। वहीं विशिष्ट अतिथि डॉ अशरफ अली ने कहा कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन हमारे भारत के पहले उपराष्ट्रपति व द्वितीय राष्ट्रपति रहे हैं। उन्होंने अपनी विद्वता से पूरी दुनिया को प्रभावित किया। दक्षिण भारत के होकर वे उत्तर भारत में पूजे जाते हैं। उन्होंने यह साबित किया कि ज्ञान के बदौलत ऐसे व्यक्तित्व निर्माण किया जा सकता है जो देश,काल आदि की परिधियों में बंधकर नहीं रह सकता। व्यक्तित्व विकास पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उदात्त व्यक्तित्व और विद्वता से समरस समाज का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक अनादि काल से पूजनीय और वंदनीय रहा है। कहा कि समाज में सबसे सम्मानजनक कोई पद है तो वह शिक्षक का है।

जबकि पूर्व प्राचार्य प्रो रमावतार यादव ने कहा कि शिक्षण की तमाम पद्धतियां बदल जाय, लेकिन शिक्षक का महत्व कभी कम नहीं होने वाला है। चरित्र निर्माण और संस्कार प्रवाह कोई भी मशीन नहीं कर सकती है। यह कार्य शिक्षक ही कर सकता है। शिक्षक को इतनी बड़ी जबाबदारी दी गई है कि आपको बच्चों के भविष्य, जीवन का निर्माण करना है। आप इसी से अंदाजा लगा लें कि समाज में सबसे बड़ी जिम्मेदारी आप शिक्षकों पर है। बीडीओ संदीप कुमार ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं।

आज भी समाज की नजर और उम्मीद शिक्षक से है। ऐसे में शिक्षक की जवाबदेही और बढ़ जाती है। जबकि बीईओ राजीव कुमार पांडेय ने कहा कि परिवेश चाहे जो भी शिक्षक की महत्ता कभी कम नहीं होने वाली है। हां,नये परिवेश में नयी शिक्षण पद्धति को आत्मसात कर बेहतर कार्य कर सकते हैं। कार्यक्रम को शिक्षक नेता शंकर सिंह,मुखिया सुनील चंद्रवंशी, विक्रमा प्रसाद उर्फ बजरंगबली आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पूर्व शिक्षक रामेश्वर तिवारी, मोतीउर्रहमान, शंकर सिंह,हारुन रशीद, मुश्ताक अहमद, बिंदा देवी, शीला राय, लीला कुमारी, प्रभावती कुमारी, सुभांती कुमारी,अली हुसैन,अली अख्तर,शिववचन सिंह, नूर ऐन अंसारी, विक्रमा प्रसाद, शिवजी प्रसाद, रामजन्म सिंह, राजेंद्र यादव सहित अन्य शिक्षक सम्मानित किये गये। इस मौके पर नेयाज अहमद, हरेंद्र पंडित, गुफरान हसन हादी, दीपेश शर्मा, शिववचन यादव, अवधेश कुमार, संतोष पंडित, सत्येंद्र पांडेय,डॉ जीतेंद्र कुमार, दिलनवाज अहमद, शंभूनाथ यादव,अजीत सिन्हा, बैरिस्टर सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद थे।

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