पीएम मोदी के नेतृत्व से बहुत कुछ सीखा-इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुबियांतो

पीएम मोदी के नेतृत्व से बहुत कुछ सीखा- इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुबियांतो

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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 इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के कार्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाएंगे। इससे पहले उनको राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति मुर्मू ने रात्रि भोज के लिए आमंत्रित किया। यहां इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने गरीबी उन्मूलन और हाशिये पर पड़े लोगों की मदद करने के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और प्रतिबद्धता की सराहना की और उन्होंने कहा कि खुद कुछ दिनों में पीएम मोदी से बहुत कुछ सीखा है।
 

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति अपनी पहली राजकीय यात्रा पर

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति इन दिनों भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं। उन्होंने ने कहा कि उन्हें भारत में होने पर गर्व है और उन्होंने आने वाले वर्षों में भारत के लोगों के लिए “समृद्धि, शांति और महानता” की कामना की।

भारत आने पर गर्व- सुबियांतो

विशेष भोज में बोलते हुए, सुबियांतो ने कहा कि मुझे यहां (भारत में) होने पर बहुत गर्व है… मैं एक पेशेवर राजनेता नहीं हूं, मैं एक अच्छा राजनयिक नहीं हूं, मैं वही कहता हूं जो मेरे दिल में है। मैं यहां इसलिए आया हूं कुछ दिनों में, लेकिन प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व और प्रतिबद्धताओं से बहुत कुछ सीखा…गरीबी को कम करने, हाशिये पर पड़े लोगों की मदद करने और अपने समाज के सबसे कमजोर हिस्से की मदद करने की उनकी प्रतिबद्धता हमारे लिए एक प्रेरणा है।

भारत के लोगों की समृद्धि, शांति और महानता की कामना करता हूं- सुबियांतो

उन्होंने कहा कि मैं आने वाले वर्षों में भारत के लोगों की समृद्धि, शांति और महानता की कामना करना चाहता हूं। मैं इंडोनेशिया और भारत को करीबी साझेदार और दोस्त बने हुए देखना चाहता हूं। सुबियांतो रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के कार्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाएंगे। राष्ट्रपति भवन ने एक बयान में कहा कि मुर्मू ने याद किया कि 75 साल पहले, इंडोनेशिया के तत्कालीन राष्ट्रपति सुकर्णो भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।

भारत और इंडोनेशिया के बीच द्विपक्षीय संबंध नई ऊंचाई पर पहुंच रहे हैं। रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए आज दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए हैं। दोनों ने रक्षा विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखला के क्षेत्रों में संयुक्त रूप से काम करने पर सहमति जताई। दोनों देशों के बीच ये बढ़ती दोस्ती चीन को एक संदेश भी है। बता दें कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो गणतंत्र दिवस पर भारत के मेहमान हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी मेजबानी की और उनके साथ वार्ता भी की।

गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं सुबियांटो

भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए सुबियांटो रविवार को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। मोदी ने इंडोनेशिया को 10 देशों के आसियान ब्लॉक के साथ-साथ इंडो-पैसिफिक में भारत का “महत्वपूर्ण साझेदार” बताया और कहा कि दोनों देश इस क्षेत्र में नियम-आधारित व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्या बोले पीएम मोदी?
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच मोदी ने कहा, हम सहमत हैं कि नौवहन की स्वतंत्रता अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप सुनिश्चित की जानी चाहिए। हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा की।

अपराध पर लगेगी रोक

PM मोदी ने कहा कि भारत और इंडोनेशिया (India Indonesia relation) रक्षा विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाओं पर संयुक्त रूप से काम करने के लिए सहमत हुए हैं। मोदी ने कहा कि समुद्री सुरक्षा क्षेत्र में शनिवार को भारत और इंडोनेशिया के बीच हस्ताक्षरित एक समझौते से अपराध की रोकथाम, खोज और बचाव तथा क्षमता निर्माण में सहयोग और मजबूत होगा।

भारत और इंडोनेशियां में इस पर हुए सौदे

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि दोनों देशों के बीच कई और मुद्दों पर समझौते हुए, जिनमें शामिल है…

  • फिनटेक
  • AI
  • इंटरनेट ऑफ थिंग्स
  • समुद्री सुरक्षा
  • साइबर सुरक्षा
  • आतंकवाद-रोधी सहयोग
  • कट्टरपंथ-विरोधी सहयोग

चीन को घेरने की तैयारी

बता दें कि भारत कई देशों को हथियार बेच रहा है। अब इस सूची में इंडोनेशिया भी शामिल है। इंडोनेशिया को हथियार आपूर्ति करते हुए भारत चीन को घेरने की कोशिश में है। भारत के ब्रह्मास्त्र कहे जाने वाले ब्रह्मोस मिसाइल (Brahmos Missile India) को इंडोनेशिया खरीदने जा रहा है, दोनों देशों के बीच इस पर सौदा भी हो चुका है।  दरअसल, हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन (India china relation) का दबदबा कम करने के लिए भारत अपने पड़ोसी मुल्कों के साथ संबंध बेहतर बनाने में लगा है।

 

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