अशोक चौधरी पहले कांग्रेस को लूटे और अब जदयू को लूट रहे है-राबड़ी देवी

अशोक चौधरी पहले कांग्रेस को लूटे और अब जदयू को लूट रहे है-राबड़ी देवी

श्रीनारद  मीडिया सेंट्रल डेस्क

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बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बिहार विधानसभ में सत्ता पक्ष के साथ ही सीएम नीतीश के करीबी मंत्री अशोक चौधरी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य में चोरी, डकैती, हत्या और लूट की घटनाएं हर दिन हो रही हैं. राज्य के हर जिले में अपराधी तांडव मचा रहे हैं, लेकिन सरकार के पास लॉ एंड ऑर्डर को संभालने की शक्ति नहीं है. होली के दौरान दो दिन के भीतर 22 लोगों की हत्या कर दी गई. इस दौरान अशोक चौधरी पर हमला करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि पहले कांग्रेस को लूटे और अब जदयू में लूट रहे हैं. इसके बाद दोनों में नोकझोंक हो गई.

मुख्यमंत्री ने हमें सम्मान दिया : अशोक चौधरी

पूर्व मुख्यमंत्री के इस तरह का आरोप लगाने पर मंत्री अशोक चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि संगत अच्छे लोगों का हो तो संस्कार अच्छा होता है, अन्यथा संस्कार हमेशा खराब ही रहता है. जब हम कांग्रेस में थे तब पार्टी को मजबूत करने के लिए आलाकमान से आग्रह किया था कि राजद से कांग्रेस को अलग कर लीजिए, पार्टी मजबूत होगी. कांग्रेस पार्टी ने हमारी बातों को नहीं माना, फिर हम कांग्रेस से अलग हो गए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हमें सम्मान दिया. लालू यादव भी हमें अपनी पार्टी में बुला रहे थे, लेकिन हम वहां नहीं जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जुड़ गए.

राजद के शासनकाल में सत्ता संरक्षित अपराध होता था : अशोक चौधरी

मंत्री अशोक चौधरी ने राजद नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि राजद के शासनकाल में सत्ता संरक्षित अपराध होता था. किशनगंज के तस्लीमुद्दीन को गृह मंत्री किसने बनवाया गया था और आखिर उन्हें इस्तीफा क्यों देना पड़ा? अब स्थिति बदल गई है. उस दौर में डरकर भागे लोग भी वापस बिहार लौट रहे हैं. हमारे नेता न किसी को फंसाते हैं और न बचाते हैं. अब जब अशोक चौधरी ने तस्लीमुद्दीन के नाम का जिक्र कर ही दिया है तो आइए बताते हैं कि वह कौन थे?

कौन थे तस्लीमुद्दीन?

बिहार की सियासत में मोहम्मद तस्लीमुद्दीन का नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है. बिहार के सीमांचल यानी अररिया, पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज ज़िलों में न सिर्फ़ मुस्लिम समाज को, बल्कि दलित और पिछड़े समुदाय को गोलबंद करने में तस्लीमुद्दीन की अहम भूमिका मानी गई. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव जिस वर्ष (1996) चारा घोटाले में घिरे थे, उसी साल मोहम्मद तस्लीमुद्दीन को लालू ने ही केंद्र सरकार में गृह राज्यमंत्री बनवाया था. उसके बाद वर्ष 2004 में इन्हें कृषि राज्यमंत्री का ओहदा मिला.

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