एससी-एसटी के मामले लटकाए तो सस्पेंड होंगे, बिहार DGP की पुलिस अफसरों को दो-टूक

एससी-एसटी के मामले लटकाए तो सस्पेंड होंगे, बिहार DGP की पुलिस अफसरों को दो-टूक

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
01
previous arrow
next arrow
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
01
previous arrow
next arrow

बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने सभी पुलिस अधीक्षकों को एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में दोषियों को सजा दिलाने की गति में तेजी लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इस एक्ट में दर्ज मामलों की जांच में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

खास कर मामलों को लटकाने की प्रवृति रखने वाले जांच अधिकारी तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाएंगे।डीजीपी ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में एससी-एसटी एक्ट से जुड़े प्रावधानों के एक दिवसीय प्रशिक्षण समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में अनुसूचित जाति और जनजाति थानों की संख्या अधिक होने के कारण यहां दर्ज होने वाले मामलों की संख्या भी देश के अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है।

 

बिहार देश का पहला राज्य है, जहां सभी 40 पुलिस जिलों में एससी-एसटी थाने कार्यरत हैं।उन्होंने अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमों की जांच से जुड़े अधिकारियों को फर्जी मामलों की जांच कर उनका तत्काल निपटारा करने का भी निर्देश दिया, ताकि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को फंसाने की साजिशों का पर्दाफाश किया जा सके।

 

इस मौके पर सीआईडी (कमजोर वर्ग) के एडीजी अमित कुमार जैन, एडीजी पारसनाथ, एससी-एसटी कल्याण विभाग के सचिव दिवेश सेहरा, विभाग के निदेशक श्याम बिहारी मीणा, एसपी कमजोर वर्ग आमिर जावेद आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़े

बिहार की ट्रेनों में चोरी करने पहुंचे 7 बदमाश गिरफ्तार, चाकू-ब्लेड और पेचकस लेकर पहुंचे थे स्टेशन

16.575 किलो गांजा बरामद, दो वाहन जब्त, 18 हजार नकद संग सात तस्कर गिरफ्तार

बिहार के अररिया में फोरलेन पर लूटा गया अनाज और ट्रैक्टर बरामद, स्कॉर्पियो सवार 5 बदमाश गिरफ्तार, 3 फरार

नक्सली संगठन जेजेएमपी के मुख्य कर्ता-धर्ता समेत आठ नक्सली गिरफ्तार, इन मामलों में थी पुलिस को तलाश

सीवान की खबरें : भागर हाई स्‍कूल में बन रहे खेल मैदान की अधिकारियों ने किया जांच

Raghunathpur: विकास कुमार ने  इंटर विज्ञान की परीक्षा में 83 प्रतिशत अंक प्राप्‍त कर किया नाम रौशन 

मेरठ जैसी एक और घटना… बस किरदार बदल गए?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!