बंगाल में भड़की हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा,क्यों?

बंगाल में भड़की हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा,क्यों?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने हिंसा और मौतों की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाने और सुप्रीम कोर्ट से इस जांच की निगरानी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को लोगों की जान बचाने और आगे की हिंसा को रोकने के लिए भी कदम उठाने चाहिए।
दरअसल, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुआ। हिंसा के बाद मुर्शिबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई। इस हिंसा में तीन लोगों की जान गई है। पिछले हफ्ते मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना, मालदा और हुगली सहित बंगाल के अन्य जिलों में हुई हिंसा के बाद से 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

हिंसा में तीन लोगों की मौत

वक्फ कानून के खिलाफ पिछले हफ्ते शुक्रवार को बड़ा प्रदर्शन किया। बाद में यह प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर दिया। इसके अलावा पुलिस पर पत्थरबाजी की गई। इस दौरान पुलिस ने बल का प्रयोग किया। उपद्रवीयों ने पुलिस की कई वन को आग के हवाले कर दिया इसके अलावा जमकर तोड़फोड़ की गई।

कई जिलों में प्रदर्शन जारी

  • उल्लेखनीय है कि वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुस्लिम बहुल जिले मुर्शिदाबाद व दक्षिण 24 परगना में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के जाफराबाद में सोमवार को फिर हालात बिगड़ गए।
  • उपद्रवियों ने यहां स्थिरता बहाली के लिए तैनात केंद्रीय बल के जवान व पुलिस को लक्ष्य कर भारी पथराव किया। कुछ देर के लिए केंद्रीय बल के जवानों को पीछे हटना पड़ा। बाद में बड़ी संख्या में केंद्रीय बल के जवान व पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे तथा स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है।
  • बताया जा रहा है कि दक्षिण 24 परगना के भांगड़ के सोनपुर में सोमवार को उपद्रवियों ने पुलिस वैन में तोड़फोड़ की। पुलिस की पांच बाइकों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, सिलीगुड़ी के चार नंबर वार्ड अंतर्गत ज्योति नगर इलाके में सोमवार सुबह अचानक हिंसा भड़क उठी। दो पक्षों के बीच तीव्र विवाद के बाद कई घरों में तोड़फोड़ की गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।

इंटरनेट सेवा बंद की गई

बंगाल के मुर्शिदाबाद समेत अन्य जिलों में फैली हिंसा को देखते हुए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है। राज्य पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने बताया कि दूसरे राज्यों के कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा स्थिति के बारे में अफवाह फैलाने की कोशिश की जा रही है और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए फिलहाल कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

हिंसा के दौरान 200 हिंदू घरों को जलाए जाने का दावा

सूत्रों के अनुसार, हिंसा के दौरान मुर्शिदाबाद में करीब 200 हिंदू घरों को जला दिया गया। लोगों का आरोप है कि गैस सिलिंडर खोलकर और पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। उपद्रवियों ने बड़ी संख्या में घरों व दुकानों में लूटपाट और आगजनी की। कई तालाबों में उपद्रवियों द्वारा जहर मिलाने का भी आरोप है, जिससे बड़ी संख्या में मछलियां मर गईं। पान के बागानों में भी आगजनी का आरोप है।

बंगाल में मालदा और मुर्शिदाबाद के बाद अब दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी शहर में हिंसा भड़क गई है। चरक पूजा कर रहे लोगों पर हमले की घटना के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के अधीन वार्ड नंबर 4 के ज्योति नगर इलाके में दो पक्षों के बीच भिड़ंत हो गई, जिससे पूरे इलाके का माहौल गरमा गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर भारी संख्या मे पुलिस बल के साथ पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में दो कंपनी रैफ के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है । पूरे इलाके में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है । स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। इसमें कुछ लोगों को चोटें भी आई है। कई घरों में कांच की खिड़कियां टूट गई है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सिलीगुड़ी पुलिस के डीसीपी (वेस्ट) बीसी ठाकुर, डीसीपी (मुख्यालय) तन्मय सरकार को लेकर पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर इलाके में पहुंचे। यहां दोनों पक्षों के लोग लाठी डंडों के साथ आमने-सामने थे। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए दोनों पक्षों को खदेड़ा। इसके बाद दो कंपनी रैफ के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई।
पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर ने कहा कि एक अफवाह की वजह से दो गुटों मे विवाद हुआ। पत्थरबाजी भी हुई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मोर्चा संभाला। अब स्थिति नियंत्रण में है। चरक पूजा को लेकर इलाके मे सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए हैं। लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने कि अपील की गई है।उल्लेखनीय है कि इससे पहले बंगाल में मालदा के मोथाबाडी एवं मुर्शिदाबाद शहर में हिंसा की घटनाएं हो चुकी है। मुर्शिदाबाद में तो अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुर्शिदाबाद व दक्षिण 24 परगना (Murshidabad Violence) में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज में सोमवार को फिर हालात बिगड़ गए। उपद्रवियों ने केंद्रीय बल के जवान व पुलिस को लक्ष्य कर भारी पथराव किया।
वहीं, दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में उपद्रवियों की पुलिस के साथ हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में कई पुलिकर्मी जख्मी हो गए। इसके अलावा सिलीगुड़ी में दो पक्षों के विवाद में कई घरों में तोड़फोड़ की गई। बता दें कि गत शुक्रवार को मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
हिंसाग्रस्त मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के जाफराबाद में उपद्रवियों ने यहां स्थिरता बहाली के लिए तैनात केंद्रीय बल के जवान व पुलिस को लक्ष्य कर भारी पथराव किया। इस घटना कुछ देर के लिए केंद्रीय बल के जवानों को पीछे हटना पड़ा। बाद में बड़ी सख्या में केंद्रीय बल के जवान व पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे तथा स्थिति को नियंत्रित किया।
बता दें कि जाफराबाद में ही हिंदू पिता-पुत्र की घर से खींचकर हत्या कर दी गई थी। इधर हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। इसके चलते संबंधित क्षेत्रों में सड़कें सुनसान दिखीं और दुकानें बंद रहीं। प्रभावित इलाकों में इंटरनेट बंद है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पूर्वी कमान के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रवि गांधी व केद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिरीक्षक (आइजी -बंगाल क्षेत्र) बीरेंद्र कुमार शर्मा ने आज हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा किया।

आइएसएफ कार्यकर्ताओं ने पुलिस वाहनों में की आगजनी

दूसरी तरफ दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ के उत्तर काशीपुर थाना इलाके के शोनपुर में सोमवार को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ मार्च निकाल रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) के कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा रोके जाने पर वे उग्र हो गए। पुलिस के साथ उनकी भीषण झड़प हो गई। इस घटना में कई पुलिकर्मी जख्मी हो गए। उपद्रवियों ने पुलिस वैन में तोडफ़ोड़ व आगजनी की।
पुलिस की पांच बाइकों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। दोनों जिलों में बार-बार हिंसा की घटनाओं से स्थानीय लोग काफी भयभीत हैं। बता दें कि मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना व सिलीगुड़ी मुसलमानों की आबादी क्रमश: 70 प्रतिशत, 35 प्रतिशत व पांच प्रतिशत है। 

 

सिलीगुड़ी में कई घरों में तोड़फोड़

सिलीगुड़ी के चार नंबर वार्ड अंतर्गत ज्योति नगर इलाके में दो पक्षों के बीच तीव्र विवाद के बाद कई घरों में तोडफ़ोड़ की गई। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद उग्र भीड़ ने बांस और लाठियों से एक-दूसरे पर हमला करने की कोशिश की। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की दो कंपनियों के साथ करीब 300 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर ने बताया कि हिंसा एक अफवाह के चलते भडक़ी थी। हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है। गौरतलब है कि दो दिन पहले इसी इलाके में चरक पूजा के लिए दो चरक व्रती जब स्नान कर रहे थे, तभी अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ युवकों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया था।

मुर्शिदाबाद में अब तक 210 गिरफ्तारियां

अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि मुर्शिदाबाद में अब तक 210 गिरफ्तारियां की गई हैं। जिले अन्य इलाकों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। दुकानें खुलनी शुरू हो गई हैं और लोग वापस लौट रहे हैं। अब तक 19 परिवार अपने घर लौट चुके हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद दोनों जिला प्रशासन जिलों से चले गए लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

Leave a Reply

error: Content is protected !!