बंगाल में भड़की हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
हिंसा में तीन लोगों की मौत
कई जिलों में प्रदर्शन जारी
- उल्लेखनीय है कि वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुस्लिम बहुल जिले मुर्शिदाबाद व दक्षिण 24 परगना में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के जाफराबाद में सोमवार को फिर हालात बिगड़ गए।
- उपद्रवियों ने यहां स्थिरता बहाली के लिए तैनात केंद्रीय बल के जवान व पुलिस को लक्ष्य कर भारी पथराव किया। कुछ देर के लिए केंद्रीय बल के जवानों को पीछे हटना पड़ा। बाद में बड़ी संख्या में केंद्रीय बल के जवान व पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे तथा स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है।
- बताया जा रहा है कि दक्षिण 24 परगना के भांगड़ के सोनपुर में सोमवार को उपद्रवियों ने पुलिस वैन में तोड़फोड़ की। पुलिस की पांच बाइकों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, सिलीगुड़ी के चार नंबर वार्ड अंतर्गत ज्योति नगर इलाके में सोमवार सुबह अचानक हिंसा भड़क उठी। दो पक्षों के बीच तीव्र विवाद के बाद कई घरों में तोड़फोड़ की गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
इंटरनेट सेवा बंद की गई
हिंसा के दौरान 200 हिंदू घरों को जलाए जाने का दावा
सूत्रों के अनुसार, हिंसा के दौरान मुर्शिदाबाद में करीब 200 हिंदू घरों को जला दिया गया। लोगों का आरोप है कि गैस सिलिंडर खोलकर और पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। उपद्रवियों ने बड़ी संख्या में घरों व दुकानों में लूटपाट और आगजनी की। कई तालाबों में उपद्रवियों द्वारा जहर मिलाने का भी आरोप है, जिससे बड़ी संख्या में मछलियां मर गईं। पान के बागानों में भी आगजनी का आरोप है।
पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर ने कहा कि एक अफवाह की वजह से दो गुटों मे विवाद हुआ। पत्थरबाजी भी हुई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मोर्चा संभाला। अब स्थिति नियंत्रण में है। चरक पूजा को लेकर इलाके मे सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए हैं। लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने कि अपील की गई है।उल्लेखनीय है कि इससे पहले बंगाल में मालदा के मोथाबाडी एवं मुर्शिदाबाद शहर में हिंसा की घटनाएं हो चुकी है। मुर्शिदाबाद में तो अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
आइएसएफ कार्यकर्ताओं ने पुलिस वाहनों में की आगजनी
दूसरी तरफ दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ के उत्तर काशीपुर थाना इलाके के शोनपुर में सोमवार को वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ मार्च निकाल रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) के कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा रोके जाने पर वे उग्र हो गए। पुलिस के साथ उनकी भीषण झड़प हो गई। इस घटना में कई पुलिकर्मी जख्मी हो गए। उपद्रवियों ने पुलिस वैन में तोडफ़ोड़ व आगजनी की।
पुलिस की पांच बाइकों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। दोनों जिलों में बार-बार हिंसा की घटनाओं से स्थानीय लोग काफी भयभीत हैं। बता दें कि मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना व सिलीगुड़ी मुसलमानों की आबादी क्रमश: 70 प्रतिशत, 35 प्रतिशत व पांच प्रतिशत है।
सिलीगुड़ी में कई घरों में तोड़फोड़
सिलीगुड़ी के चार नंबर वार्ड अंतर्गत ज्योति नगर इलाके में दो पक्षों के बीच तीव्र विवाद के बाद कई घरों में तोडफ़ोड़ की गई। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद उग्र भीड़ ने बांस और लाठियों से एक-दूसरे पर हमला करने की कोशिश की। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की दो कंपनियों के साथ करीब 300 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर ने बताया कि हिंसा एक अफवाह के चलते भडक़ी थी। हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है। गौरतलब है कि दो दिन पहले इसी इलाके में चरक पूजा के लिए दो चरक व्रती जब स्नान कर रहे थे, तभी अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ युवकों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया था।
मुर्शिदाबाद में अब तक 210 गिरफ्तारियां
अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि मुर्शिदाबाद में अब तक 210 गिरफ्तारियां की गई हैं। जिले अन्य इलाकों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। दुकानें खुलनी शुरू हो गई हैं और लोग वापस लौट रहे हैं। अब तक 19 परिवार अपने घर लौट चुके हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद दोनों जिला प्रशासन जिलों से चले गए लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
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