न चीन,न अजरबैजान और न तुर्की,जानें किस मुस्लिम देश ने पाकिस्तान की बड़ी मदद की थी,शहबाज ने उगला सच
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में बढ़े तनाव के बीच अब तक तुर्की, चीन और अजरबैजान जैसे देशों का नाम सामने आ रहा था,जिन्होंने पाकिस्तान का साथ दिया, लेकिन अब एक ऐसा नाम सामने आया है,जिसका किसी को उम्मीद ही नहीं थी।खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की जुबान से मिस्र का नाम निकल गया।पाक पीएम मिस्र के राष्ट्रपति को फोन कर शुक्रिया कहा और इस तनाव के दौरान मिले सपोर्ट के लिए आभार जताया।
बता दें कि पाक पीएम शहबाज शरीफ ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सीसी से बुधवार को फोन पर बात की।इस बातचीत में पाक पीएम ने भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान मिस्र के संतुलित रवैये के लिए आभार जताया।पाक पीएम ने कहा कि मिस्र की कोशिशों से तनाव को कम करने में मदद मिली। इससे यह साफ हो गया कि तुर्की,चीन और अजरबैजान के अलावा मिस्र भी पर्दे के पीछे पाकिस्तान का समर्थन कर रहा था। हालांकि मिस्र की ओर से इस बारे में कोई खुली घोषणा नहीं की गई थी, लेकिन शहबाज शरीफ की जुबान से सच निकल ही गया।
पाकिस्तान पहुंचा था मिस्र का कार्गो विमान
इजिप्ट पाकिस्तान का पर्दे के पीछे से साथ दे रहा है,इसके सबूत बहुत पहले ही सामने आ गए थे।दरअसल 12 मई को फ्लाइट 24 रडार की एक पोस्ट ने सबका ध्यान खींचा था। पोस्ट में दावा किया गया था कि एक मिस्र का कार्गो विमान पाकिस्तान में लैंड हुआ था,तब इस पर किसी ने खास ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब शहबाज शरीफ की बातचीत के बाद ये दावा और मजबूत हो गया है कि मिस्र ने पाकिस्तान की मदद की थी।
भारत-पाक के बीच सिंधु जल संधि का भी जिक्र
शहबाज शरीफ ने बातचीत के दौरान सिंधु जल संधि का मुद्दा भी उठाया, जिसे भारत ने हाल ही में होल्ड पर रखा है।पाक पीएम मिस्र के राष्ट्रपति को बताया कि पाकिस्तान इस संधि को अहम मानता है और इसे क्षेत्रीय शांति के लिए जरूरी मानता है।बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करने की बात कही।पाक पीएम ने राष्ट्रपति अल-सीसी को पाकिस्तान आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे मिस्र के राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया।
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