महाराष्ट्र में बारिश से भारी तबाही, रेड अलर्ट
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारी बारिश के कारण मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एमएमआरसी) को भूमिगत आचार्य अत्रे चौक स्टेशन परिचालन स्थगित करना पड़ा. मेट्रो स्टेशन के अंदर जलभराव से 33 किलोमीटर लंबे कोलाबा-बीकेसी-आरे जेवीएलआर भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर पर भूमिगत मेट्रो स्टेशन के निर्माण की गुणवत्ता और मानसून की तैयारियों को लेकर चिंताएं पैदा हो गई हैं.
बीएमसी, सेना और नौसेना अलर्ट पर
मुंबई में भारी बारिश को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, “बीएमसी, सेना और नौसेना समेत सभी एजेंसियां समन्वय में काम करने के लिए अलर्ट पर हैं. सीएम और आपदा प्रबंधन मंत्री स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. यह सुनिश्चित करना सरकार का कर्तव्य है कि सब कुछ सुचारू रूप से चले. हमारा लक्ष्य है- कोई हताहत न हो. हम अलर्ट मोड पर हैं,” महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आपदा प्रबंधन विभाग के दौरे के दौरान कहा, क्योंकि मुंबई में भारी बारिश के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया गया है.
भूमिगत मेट्रो स्टेशन में जलभराव का वीडियो वायरल
9 मई को एमएमआरसी ने बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और आचार्य अत्रे चौक स्टेशनों के बीच भूमिगत मेट्रो सेवाओं का विस्तार किया था. वायरल वीडियो में स्टेशन परिसर, प्लेटफॉर्म, टिकट काउंटर और आसपास के क्षेत्रों में जलभराव दिखता है. एक वीडियो में एस्केलेटर पर बारिश का पानी रिसता हुआ दिखाई देता है, जबकि स्टेशन के अंदर गिरी हुई एक छत और कुछ उपकरण बिखरे दिखते हैं. मेट्रो लाइन 3 मुंबई की पहली पूरी तरह भूमिगत मेट्रो लाइन है और वर्तमान में चरणबद्ध तरीके से निर्माण कार्य हो रहा है.
6 से 7 दिन महाराष्ट्र में होगी भारी से बहुत भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार अगले 6-7 दिनों के दौरान पश्चिमी तट (केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र और गोवा) पर भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है, साथ ही 26 और 27 मई को केरल, मुंबई शहर सहित कोंकण, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों, कर्नाटक के तटीय और घाट क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है; 26 मई, 2025 को तमिलनाडु के घाट क्षेत्रों में भी भारी वर्षा होने की संभावना है.
महाराष्ट्र में बारिश को लेकर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया कि मैंने भारी बारिश वाले जिलों के जिलाधिकारियों से फोन पर बात कर स्थिति और राहत प्रयासों के बारे में जानकारी ली है. अधिकारियों को कृषि, फसलों, पशुधन और घरों को हुए नुकसान का तुरंत सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं. राज्य एवं जिला स्तर के अधिकारियों को सतर्क रहने, एक-दूसरे के संपर्क में रहने और समन्वय एवं सहयोग के माध्यम से तत्काल बचाव एवं राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए गए हैं.
वहीं मुंबई में सोमवार को शहर में मॉनसून के पहले दिन ही 107 साल में सबसे ज़्यादा बारिश दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई में बारिश के साथ ही शहर में मॉनसून भी सामान्य से 16 दिन पहले आ गया है। आईएमडी द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “दक्षिण-पश्चिम मानसून आज, 26 मई 2025 को मुंबई पहुंच गया है, जबकि सामान्य तौर पर इसकी तारीख 11 जून होती है। इस प्रकार, मानसून सामान्य से 16 दिन पहले मुंबई पहुंच गया है। यह 2001-2025 की अवधि के दौरान मुंबई में सबसे पहले मानसून के पहुंचने का संकेत है।”
मानसून के आगमन पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “मानसून 15 दिन पहले शुरू हुआ था और ऐसा कई दशकों से नहीं हुआ था। लोगों को कुछ असुविधा का सामना करना पड़ा, लेकिन राज्य आपदा प्रबंधन, मुंबई निगम, सभी इस पर अच्छी तरह से नज़र रख रहे हैं ताकि लोगों को परेशानी या नुकसान का सामना न करना पड़े…
राज्य आपदा राहत दल जारी किए गए ऑरेंज अलर्ट के अनुसार तैयारी कर रहा है। हम व्यवस्था कर रहे हैं ताकि आने वाले मानसून में किसी को भी परेशानी का सामना न करना पड़े… यह राजनीति का समय नहीं है, केवल लोगों की मदद करने का समय है, यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी हताहत न हो… मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे चिंता न करें, सरकारी अधिकारी मैदान पर काम कर रहे हैं, लेकिन आवश्यक सावधानी बरतें, जैसे कि आपदा-ग्रस्त स्थानों से बचें, रेड अलर्ट का पालन करें.
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