श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को सर्वोच्च मानकों पर ले जाना संकल्प : प्रोफेसर दिनेश कुमार

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को सर्वोच्च मानकों पर ले जाना संकल्प : प्रोफेसर दिनेश कुमार

श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा

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प्रोफेसर दिनेश कुमार ने देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति का पदभार ग्रहण किया, नैक और एनआईआरएफ में श्रेष्ठता सिद्ध करने का आह्वान।
नए रोजगारपरक प्रोग्राम शुरू करने का ऐलान, विद्यार्थियों की बढ़ाई जाएगी संख्या।

प्रोफेसर दिनेश कुमार ने सोमवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को नैक और एनआईआरएफ में सर्वोच्च मानक पर ले जाना तथा हर विद्यार्थी को रोजगार से जोड़ना हमारे संकल्पों में शामिल है।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अपने विजन और मिशन को राष्ट्रीय शिक्षा नीति से सुमेलित कर विकसित भारत की यात्रा में सशक्त भागीदार बनेगा। देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति का दायित्व दिए जाने पर उन्होंने राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता राज्यमंत्री श्री गौरव गौतम का आभार ज्ञापित किया।

विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने पर प्रोफेसर दिनेश कुमार का भव्य स्वागत हुआ। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार एवं उनकी पत्नी तथा सीएसआईआर की निदेशक प्रोफेसर रंजना अग्रवाल शॉल का ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। कुलपति का पदभार संभालते ही शिक्षकों और अधिकारियों की बैठक में प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय को हर दृष्टि से नंबर एक बनाना हम सबका लक्ष्य होगा। उन्होंने कहा कि इसी सत्र से कुछ नए कोर्स शुरू किए जाएंगे और विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी कौशल प्राप्त कर रोजगार हासिल करें।

प्रत्येक विद्यार्थी कुछ न कुछ कौशल सीख कर निकले और उसे 100 प्रतिशत रोजगार मिले, यह हमारी प्राथमिकता होगी। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि गुरुग्राम कैम्पस का प्लेसमेंट और इंडस्ट्री के साथ समन्वय के उद्देश्य से प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों से अपने सभी प्रोग्राम को डिजिटल इंडिया मिशन, स्किल इंडिया, सेमीकॉन इंडिया प्रोग्राम, इंडिया सेमी कंडक्टर मिशन को ध्यान में रखते हुए डिजाइन करने का आह्वान किया। कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने कहा कि फार्मेसी, पैरा मेडिकल, टूरिज्म सहित कई अन्य सेक्टर में रोजगार की अपार संभावनाओं को देखते हुए नए प्रोग्राम बनाए जाएंगे।

उन्होंने सकारात्मकता से हर चुनौती को परास्त करने का मंत्र भी दिया और विश्वविद्यालय के उत्थान के निमित्त अपने संकल्पों में दृढ़ता व्यक्त की। गौरतलब है कि प्रोफेसर दिनेश कुमार इससे पूर्व दो बार वाईएमसीए और एक बार गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं। कुलपति के रूप में यह उनका चौथा कार्यकाल होगा।

इस अवसर पर कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा, अकादमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर सुरेश कुमार, अधिष्ठाता प्रोफेसर आरएस राठौड़, अधिष्ठाता प्रोफेसर ऋषिपाल, अधिष्ठाता प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर कुलवंत सिंह, प्रोफेसर ऊषा बत्रा, डॉ. सविता शर्मा, डॉ. रविन्द्र सिंह, डॉ. समर्थ सिंह, डॉ. मनी कंवर सिंह, डॉ. श्रुति गुप्ता, डॉ. पिंकी शर्मा, उप कुल सचिव डॉ. ललित शर्मा, उप कुलसचिव चंचल भारद्वाज, संयुक्त निदेशक शिखा गुप्ता, संयुक्त निदेशक डॉ. नीति अरोड़ा,

सहायक कुलसचिव सोमबीर सिंह, सहायक कुलसचिव डॉ. राजेश कुमार, विधि अधिकारी केशव शर्मा, मुख्य लेखा अधिकारी सुमंत, ओएसडी संजीव तायल, राजभाषा अधिकारी भूपेंद्र प्रताप सिंह, एसडीओ नरेश संधू, धीरज कंबोज और डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. जितेन्द्र दुबे भी उपस्थित थे। भारतीय शिक्षण मंडल की ओर से सह मंत्री राजू शर्मा ने कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार का स्वागत किया।

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