पेंटिंग प्रतियोगिता में दारौंदा की छात्रा अमृता को मिला राज्य स्तरीय सम्मान।
श्री नारद मीडिया, दारौंदा, सिवान, (बिहार)।
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सिवान जिला के दारौंदा प्रखण्ड की छात्रा अमृता कुमारी को 12 जून 2025
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर पटना स्थित दशरथ मांझी श्रम नियोजन एवं अध्ययन संस्थान में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सिवान जिला की प्रतिभाशाली बेटी अमृता कुमारी को पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने पर सम्मानित किया गया।
अमृता कुमारी सिवान जिले के दारौंदा प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय कोड़ारी कला की कक्षा 9 वीं की छात्रा है।
यह प्रतियोगिता श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 12 जून के अवसर पर राज्य के सभी जिलों में कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के बच्चों के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें प्रत्येक जिले से सर्वश्रेष्ठ 5 प्रतिभागियों का चयन कर राज्य स्तर पर भेजा गया था।
बाल श्रम जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से यह पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।
अमृता की चित्रकला में- “बाल श्रमिकों की पीड़ा, शिक्षा की आवश्यकता और उनके उज्ज्वल भविष्य का संदेश अत्यंत प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया था।”
जिसे निर्णायकों ने सर्वश्रेष्ठ घोषित किया।
श्रमायुक्त विभाग के सचिव दीपक आनंद एवं बिहार बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्षअशोक कुमार ने संयुक्त रूप से अमृता को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान कर उसका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि अमृता जैसी छात्राएं समाज में सकारात्मक परिवर्तन की प्रतीक हैं। वही बक्सर के आदर्श उच्च विद्यालय चौसा के कक्षा 10 वीं के छात्र आयुष कुमार जयसवाल को द्वितीय एवं सारण के अमनौर प्रखण्ड स्थित उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज पशुरामपुर के कक्षा 10 वीं की छात्रा नेहा कुमारी को तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
सम्मान प्राप्त करने के बाद अमृता ने कहा कि उसने यह चित्र बच्चों को बाल श्रम से मुक्त कर शिक्षा और सपनों की ओर बढ़ते देखने की कल्पना से बनाया था।
उसने इस पुरस्कार का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया।
माता-पिता ने बताया कि अमृता को बचपन से ही चित्रकला में काफी रूचि रहती हैं तथा पढ़ने में भी अच्छी हैं।
अमृता अपने माता पिता के साथ
अमृता की इस उपलब्धि से सिवान जिले में खुशी की लहर है।
बीईओ सौरभ सुमन समेत विद्यालय के प्रधानाध्यापक मिथिलेश कुमार, अवध किशोर प्रसाद, हरिचरण यादव, हरेंद्र गिरी, रविंद्र कुमार, सीमा श्रीवास्तव, रीतु सिन्हा, राघवेद्र भारती, विवेक श्रीवास्तव व अन्य सभी शिक्षकों ने उसकी इस प्रतिभा पर गर्व व्यक्त करते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ सफलता की ऊँची शिखर तक पहुंचने की शुभकामनाएं दी ।