केदारनाथ धाम से यात्रियों को लेकर गुप्‍तकाशी आ रहा हेलीकॉप्‍टर पेड़ से टकराकर हो गया क्रैश, सात की मौत

केदारनाथ धाम से यात्रियों को लेकर गुप्‍तकाशी आ रहा हेलीकॉप्‍टर पेड़ से टकराकर हो गया क्रैश, सात की मौत
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

केदारनाथ धाम से यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी आ रहा आर्यन कपंनी का हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास गौरीखर्क में पेड़ से टकराकर क्रैश हो गया, क्रैश होते ही आग लग गई। इस घटना में पायलेट व तीन वर्ष की एक बच्ची समेत सात की मौत हो गई।

इस घटना की जानकारी लगभग 30 मिनट बाद लग पाई, जब हेलीकाप्ट वापस नहीं लौटा। जंगल में घास काट रही महिलाओं ने दुर्घटना का वीडिया बनाया। सूचना पर रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा तथा शवों को निकाला। इस यात्रा सीजन में यह हेलिकॉप्टर क्रैश की तीसरी घटना है।

रविवार सुबह आर्यन हेली कंपनी का हेलीकॉप्टर ने सुबह 5:21 मिनट पर केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी के उड़ान भरी। बताया जा रहा है कि इस समय घना कोहरा छाया हुआ था, हालांकि अन्य हेली कंपनियां के हेलिकॉप्टर भी उड़ान भर रहे थे, जो सुरक्षित पहुंच गए।

पहाड़ी पर पेड़ से जा टकराया हेलिकॉप्‍टर

बताया जा रहा है कि गौरीकुंड के ऊपर अचानक कोहरा आ गया और विजिविलिटी शून्य हो गई, पायलट ने हेलिकॉप्टर को गौरीकुंड से त्रियुगीनारायण की ओर मोड़ा और वह पहाड़ी पर पेड़ से जा टकराया। यह गौरीकुंड से लगभग पांच किमी ऊपर गौरीखर्क है, जहां यह दुर्घटना हुई।

जब 6.15 मिनट पर हेलिकॉप्टर वापस नहीं लौटा तो खोजबीन शुरू हुई। इस बीच प्रशासन भी सतर्क हो गया। गौरीखर्क के पास नेपाली मूल की एक महिला घास काट रही थी। उसने दुर्घटनास्थल से धुआं आते हुए देखा। मौके पर जाकर इस घटना का वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। जिससे पूरे क्षेत्र में यह घटना आग की तरह फैल गई।

प्रशासन को जानकारी मिलने पर दुर्घटना की सूचना मिलने पर डीडीआरएफ के साथ छह टीमें एसडीआरएफ, आठ टीमें एनडीआरएफ और 22 पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया है। अधिकांश शव काफी जले हुए थे

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जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हेली गौरीकुंड के ऊपर मौसम खराब होने के कारण पायलट ने त्रियुगीनारायण की ओर मोड़ दिया और हेलिकॉप्टर पेड़ से जा टकराया। जिससे यह दुर्घटना हुई। इस दुर्घटना में पायलेट व तीन साल की बच्ची समेत सात लोगों की मौत हुई है। दुर्घटना के समय हेलिकॉप्टर जमीन से लगभग तीस फीट ऊंचाई पर स्थित था। कम ऊंचाई पर होने के कारण ही वह पेड़ से टकरा गया। पायलट राजवीर सिंह चौहान इस यात्रा सीजन में पहली बार केदारनाथ हेली सेवा में अपनी सेवाएं दे रहे थे। पायलट सेना से रिटायर थे और उसके पास 26 सौ घंटे उड़ान भरने का अनुभव था।

 

मृतकों की सूची

  • कैप्टन राजबीर सिंह चौहान (पायलेट) निवासी सी42 राना कॉलोनी अपोजिट पुलिस स्टेशन शास्त्री नगर जयपुर
  • 46 वर्षीय विक्रम सिंह, निवासी रांसी तहसील ऊखीमठ जनपद रुद्रप्रयाग
  • 66 वर्षीय विनोद देवी निवासी हाउस नम्बर 429, सिविल लाइन विजनोरम बैग कॉलोनी विजनपुर उत्तर प्रदेश
  • 19 वर्षीय तृष्टि सिंह, निवासी हाउस नम्बर 429, सिविल लाइन 2, विजनोरम बैग कॉलोनी विजनपुर उत्तर प्रदेश
  • 41 वर्षीय राजकुमार सुरेश जयसवल, निवासी वाणी नंदीपरा रोड साई मंदिर महाराष्ट्र
  • 35 वर्षीय श्रद्धा राजुमार जयसवल, निवासी वाणी नंदीपरा रोड साई मंदिर महाराष्ट्र
  • 3 वर्षीय काशी निवासी, वाणी नंदीपरा रोड साई मंदिर महाराष्ट्र

 

पांच किमी पैदल चलकर ग्राउंड जीरो पर पहुंची रेस्क्यू टीम, बिखरे पड़े थे क्षत-विक्षत शव

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

केदारघाटी के गौरी खर्क में हुई हेली दुर्घटना के बाद रेस्क्यू टीमें पांच किमी पैदल चलकर मृतकों के सभी शवों सड़क मार्ग तक लाए। जहां शवों को एबुलेंस के माध्यम से शिख्नात एवं पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया। परिजनों को पोस्टमार्टम के बाद शव सौंप दिए जाएंगे, इसके लिए प्रशासन ने अधिकारियों की भी तैनाती कर दी है।

केदारघाटी के गौरीकुंड के गौरी खर्क के पास आर्यन कंपनी का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से पायलेट समेत सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। सूचना मिलने के बाद 6 डीडीआरएफ, 8 एसडीआरएफ, 22 एनडीआरएफ एवं 8 पुलिसकर्मी घटना स्थल के लिए रवाना हुए।

लगभग पांच किमी चढ़ाई चढ़कर रेस्क्यू टीमें घटनास्थल पर पहुंची, जहां रेस्क्यू टीमों ने दुर्घटनाग्रस्त हुए हेली के आसपास क्षत-विक्षत शवों को निकाला। जिसके बाद सात लोगों के शवों को पांच किमी पैदल चलकर सड़क मार्ग तक पहंचाया। जहां से एंबुलेंस के माध्यम से शवों को परिजनों के शिनाख्त एवं पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा लाया जा रहा है, सभी शवों का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।

पति-पत्नी और 2 साल की बेटी की मौत, घर का चिराग बचा

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ से लौटते वक्त हुए भीषण हेलिकॉप्टर हादसे ने एक दंपति और उनकी दो साल की बेटी की मौत हो गई. लेकिन, भोलेनाथ की कृपा से इस परिवार का चिराग बच गया. महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के वानी से आए जायसवाल परिवार के राजकुमार जायसवाल (41), उनकी पत्नी श्रद्धा जायसवाल (35) और उनकी 2 साल की बेटी काशी की इस हादसे में दर्दनाक मौत हो गई । हादसे में पायलट सहित 7 लोगों की जान गई, लेकिन उनका छह साल का बेटा विवान अपने दादा के साथ पंधरकवड़ा में रहने की वजह से बच गया ।

यह दुखद घटना रविवार सुबह करीब 5:19 बजे हुई, जब आर्यन एविएशन का हेलिकॉप्टर गुप्तकाशी से केदारनाथ पहुंचा और फिर वापसी के दौरान गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच जंगल में क्रैश हो गया ।  हेलिकॉप्टर में सवार सात लोगों में से 5 यात्री, एक शिशु और पायलट थे, जो महज 10 मिनट की उड़ान के दौरान अपनी जान गंवा बैठे । हादसे की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं, जिसमें हेलिकॉप्टर का मलबा आग की लपटों में झुलसता नजर आ रहा है । अधिकारियों का मानना है कि खराब मौसम और कम विजिबिलिटी इस हादसे की वजह हो सकती है ।

जुड़वां बच्चों के पिता बने थे पायलट

पायलट कैप्टन राजवीर सिंह चौहान
पायलट कैप्टन राजवीर सिंह चौहान, जो जयपुर के शास्त्री नगर के रहने वाले थे और 15 साल तक भारतीय सेना में सेवा दे चुके थे. उनके दो महीने के जुड़वां बच्चों के पिता होने की खबर ने इस दुख को और गहरा कर दिया । हादसे में मारे गए अन्य यात्री उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से थे, जिनमें विक्रम रावत, विनोद देवी और तृष्टि सिंह शामिल हैं । इस घटना ने पिछले 40 दिनों में चार धाम मार्ग पर हुए छह हेलिकॉप्टर हादसों की श्रृंखला को और बढ़ा दिया है ।

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