गोपाल खेमका क्यों किया राजनीति से किनारा

गोपाल खेमका क्यों किया राजनीति से किनारा

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

गोपाल खेमका एक डॉक्टर थे. एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद हेल्थकेयर सेक्टर में अपना बिजनेस शुरू किया. खेमका परिवार का हाजीपुर में गत्ते की दो फैक्ट्री है. हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में कार्टन फैक्ट्री की देखरेख उनका बड़ा बेटा गुंजन करता था. गुंजन की 2018 में हत्या कर दी गई थी.

WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
previous arrow
next arrow
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
previous arrow
next arrow

गोपाल खेमका बीजेपी के नेता भी थे, लेकिन बेटे की हत्या के बाद उन्होंने राजनीति से किनारा कर लिया था. गोपाल खेमका बांकीपुर क्लब के सदस्य भी थे. इस क्लब के वह सचिव भी रह चुके थे. बेटे की हत्या के बाद खेमका ने अपना कारोबार काफी हद तक समेट लिया था.

उद्योग संघ में भी सक्रिय : गोपाल खेमका की पटना में कई दवा के दुकानें भी हैं. गोपाल खेमका बिहार के चर्चित उद्योगपतियों में गिने जाते थे और उद्योग संघ में भी सक्रिय थे. उद्योगपतियों के लिए आवाज उठाने का काम करते थे. बिहार में उद्योगों के विकास के लिए जब विमर्श होता था तो सरकार के साथ वह विमर्श में भी शामिल होते थे.

थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर हत्या: पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में गोपाल खेमका की 4 जुलाई रात 11 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड के बाद से सनसनी फैल गई है. हत्या की घटना गांधी मैदान थाने से महज 500 मीटर दूर हुई. गोपाल खेमका की हत्या गांधी मैदान थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई.

कारोबार का इस तरह किया विस्तार…

बताया जाता है कि, गोपाल खेमका एक डॉक्टर थे. उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई की, जिसके बाद गोपाल खेमका ने हेल्थकेयर के सेक्टर में अपने बिजनेस की शुरूआत की. पटना के राजेंद्र नगर में उन्होंने मगध हॉस्पिटल खोला. इसके बाद से वह रुके नहीं और धीरे-धीरे अपने करोबार को आगे बढ़ाने लगे. गोपाल खेमका ने अपने कारोबार का विस्तार करते हुए कई फैक्ट्रियां खोली. जानकारी के मुताबिक, हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में उनकी कार्टन फैक्ट्री थी. इस कार्टन फैक्ट्री की देख-रेख बड़े बेटे गुंजन खेमका करते थे.

इस वजह से राजनीति से हुए अलग…

लेकिन, 2018 में गोपाल खेमका की तरह ही उनके बड़े बेटे गुंजन खेमका की हत्या कर दी गई थी. बताया जाता है कि, गोपाल खेमका का पेट्रोल पंप का भी कारोबार है. उनकी गिनती बिहार के नामचीन और बड़े उद्योगपतियों में की जाती है. गोपाल खेमका को लेकर एक गौर करने वाली बात यह भी थी कि, वे भारतीय जनता पार्टी के नेता भी थे. लेकिन, बेटे गुंजन खेमका की हत्या के बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली. इसके साथ ही कई कारोबार को बेच कर समेट भी लिया था. इसके अलावा बांकीपुर क्लब के सदस्य थे. इस क्लब के गोपाल खेमका सचिव भी रह चुके थे.

एसआईटी गठन कर हो रही जांच

इधर, इस तरह से बेहद बड़े उद्योगपति की हत्या के बाद से अन्य व्यवसाईयों के बीच खौफ पैदा हो गया है. हत्या को लेकर कहा जा रहा है कि, बेटे की हत्या के बाद भी गोपाल खेमका की सिक्योरिटी थ्रेट को पुलिस भांप नहीं पाई. इसी वजह से अपराधियों ने घर के पास ही उनकी हत्या कर दी और घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार भी हो गए. खैर पूरे मामले पर पुलिस की ओर से जांच-पड़ताल की जा रही है. घटना की जांच को लेकर बिहार के डीजीपी विनय कुमार के आदेश पर एसआईटी का गठन कर दिया गया है. सेंट्रल एसपी दीक्षा पूरी घटना की जांच को लीड कर रही है. देखना होगा अपराधी कब तक पकड़े जाते हैं.

6 साल पहले बेटे का मर्डर: इससे पहले भी अपराधियों ने गोपाल खेमका के परिवार के एक शख्स को निशाना बनाया था. 20 दिसंबर 2018 को उनके बेटे गुंजन खेमका की हाजीपुर में हत्या कर दी गई थी. गुंजन खेमका को भी गोली मारी गई थी. उस समय इस मर्डर की साजिश बेउर जेल से रची गई थी.

जमीन बना काल: बताया जाता है कि गुंजन खेमका एक जमीन को खरीदना चाहते थे. आपराधिक गिरोह के द्वारा लगातार उन्हें धमकियां मिल रही थी कि जमीन के मामले में ना पड़े. बाद में एक कुख्यात आपराधिक गिरोह के सरगना ने गुंजन खेमका की हत्या कर दी.

6 साल बाद दोहराई गई घटना: गुंजन खेमका गाड़ी की अगली सीट पर बैठे थे, तभी अपराधियों ने सीने और सर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी. 6 साल बाद घटनाक्रम को दोहराया गया और गुंजन खेमका के पिता गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई.

पूर्व आईपीएस का पुलिस पर हमला: पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने अपराध नियंत्रण के मसले पर सरकार पर हमला बोला है. अमिताभ कुमार दास ने कहा है कि शहर के बीचो-बीच घटना को अंजाम दिया गया है. राजधानी पटना में पुलिसिंग किस तरीके से हो रही है ,यह चिंता का विषय है.

“जब पहले गोपाल खेमका के पुत्र की हत्या हुई थी तो उसके बाद खेमका परिवार को सुरक्षा दी जानी चाहिए थी. लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया. यह पूरे तौर पर पुलिस प्रशासन की विफलता है.”– अमिताभ कुमार दास,पूर्व आईपीएस

घटना का सीसीटीवी आया सामने: गोपाल खेमका मर्डर का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें शुक्रवार को रात के 11:38 बजे वह कार पर सवार होकर घर के बाहर पहुंचे थे. जैसे ही वह अपनी कार से बाहर आए, पहले से घात लगाए अपराधी ने उन्हें सामने से सिर पर सटाकर गोली मार दी. घटना को अंजाम देकर अपराधी मौके से फरार हो गए. मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है.

” 4 जुलाई को सूचना प्राप्त हुई कि गांधी मैदान साउथ साइड में बिजनेस मैन की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. गांधी मैदान थाना क्षेत्र के पनास होटल के पास एक अपार्टमेंट के बाहर घटना को अंजाम दिया गया. घटनास्थल से गोली-खोखा बरामद किया गया है. जैसे ही सूचना मिली वैसे ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. एक गोली लगी थी.”- दीक्षा, पटना सेंट्रल एसपी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!