पीएम मोदी को अब तक मिल चुके 27 अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामिबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एन्शिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस’ से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें नामीबिया की राष्ट्रपति नेतुम्बो नंदी-डैतवाह ने एक खास समारोह में दिया। ये भारत और नामीबिया के रिश्तों की नई इबारत लिखने की शुरूआत है। यह पहली बार है जब किसी भारतीय नेता को यह सम्मान हासिल हुआ है।
पीएम मोदी ने यह सम्मान 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करते हुए कहा, “मुझे इस देश के सर्वोच्च सम्मान देने के लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। मैं आपके सामने लोकतंत्र की जननी के प्रतिनिधि के रूप में खड़ा हूं, और मैं अपने साथ भारत के 1.4 अरब लोगों की हार्दिक शुभकामनाएं लाया हूं।”
उन्होंने नंदी-डैतवाह और नामीबिया की जनता का शुक्रिया अदा किया। इस सम्मान का नाम वेल्वित्शिया मिराबिलिस पौधे के नाम पर रखा गया। ये पौधा नामीबिया की जमीन पर ही उगाया जाता है।
27वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान, भारत की बढ़ी शान
यह सम्मान पीएम मोदी का 27वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। यह उनकी हालिया पांच देशों की यात्रा का चौथा और पिछले 24 घंटों में दूसरा पुरस्कार है। यह सम्मान भारत की दुनिया में बढ़ती साख को दर्शाता है। अगर आप पूछें कि पीएम मोदी को अब तक कितने देशों से सम्मान मिले, तो इसकी फेहरिस्त लंबी है।
– नामीबिया : ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एन्शिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस
– ब्राजील: ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस
– त्रिनिदाद और टोबैगो: द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद और टोबैगो
– घाना: द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना
– साइप्रस: ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III
– श्रीलंका: मित्र विभूषणा
– मॉरीशस: ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन
– कुवैत: द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर
– सूडान: द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस
– बारबाडोस: ऑनरेररी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस अवार्ड
– डोमिनिका: द डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर
– नाइजर: ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर
– रूस: ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल
– भूटान: ऑर्डर ऑफ सियालपो
– फ्रांस: ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजियन ऑफ ऑनर
– ग्रीस: ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर
– मिस्र: ऑर्डर ऑफ द नाइल
– फिजी: कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी
– पापुआ न्यू गिनी: ग्रैंड कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लॉगोहु
– पवाउ: अबाकी अवार्ड
– मालदीव: ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंगुइश्ड रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन
– अमेरिका: लीजन ऑफ मेरिट बाय द यूएस गवर्नमेंट
– बहरीन: किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां
– अफगानिस्तान: स्टेट ऑर्डर ऑफ घाजी अमीर अमानुल्लाह खान
– सऊदी अरब: द किंग अब्दुलअजीज साश
– संयुक्त अरब अमीरात: ऑर्डर ऑफ जायद अवार्ड
– फलस्तीन: ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फलस्तीन अवार्ड
नामीबिया की संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिभाषण उनकी तरफ से विदेशी संसद को संबोधित करने का 17वां मौका था। इसके पहले किसी भी अन्य भारतीय प्रधानमंत्री ने इतनी ज्यादा बार विदेशी संसद को संबोधित नहीं किया।
दूसरा स्थान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का है
कांग्रेस के सभी प्रधानमंत्रियों को मिला दें तो उन्होंने कुल मिलाकर 17 बार विदेशी संसद को संबोधित किया है। पीएम मोदी के बाद दूसरा स्थान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का है जिन्होंने सात बार दूसरे देशों की संसद को संबोधित किया।
इंदिरा गांधी ने चार बार, प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने तीन बार, राजीव गांधी ने दो बार, नरसिंह राव ने एक बार विदेशी संसद को संबोधित किया था। यह बताता है कि वैश्विक स्तर पर प्रधानमंत्री मोदी भारतीय राजनीति के सबसे मान्य हस्ताक्षर हैं।
संभवत: प्रधानमंत्री मोदी उन वैश्विक नेताजी की शीर्ष पंक्ति में हैं जिन्होंने हर महादेश में और हर तरह के देशों की संसद में भारत की बात रखी है। यह वैश्विक मंच पर भारत की मजबूत होती छवि और भारत के बढ़ते प्रभाव को भी बताता है।
अपनी पांच देशों की यात्रा में भी मोदी ने इस बार तीन देशों त्रिनिदाद एवं टोबैगो, घाना और नामीबिया के संसद को संबोधित किया। घाना के सांसद तो भारतीय प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के लिए भारतीय परिधान पहनकर संसद पहुंचे थे।
इन संसदों में पीएम मोदी ने किया संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2014 में ऑस्ट्रेलिया, फिजी, भूटान और नेपाल की संसद को; वर्ष 2015 में ब्रिटेन, मंगोलिया, श्रीलंका, अफगानिस्तान और मॉरीशस की संसद को; वर्ष 2016 में अमेरिका के संयुक्त सदन को, वर्ष 2018 में यूगांडा की संसद को; वर्ष 2023 में फिर से अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था।