आपकी अच्छी सेहत की कामना करता हूं-पीएम मोदी

आपकी अच्छी सेहत की कामना करता हूं-पीएम मोदी

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow
1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मानसून सत्र के पहले दिन इस्तीफा दे दिया। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंप दिया था। इसके बाद मंगलवार को उनका इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंजूर कर लिया है। इस्तीफे के मंजूरी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट लिखा है। उन्होंने लिखा है, “जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”

इस्तीफे में धनखड़ ने पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मु का किया था शुक्रिया

धनखड़ ने अपने पत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का शुक्रिया अदा किया और उनके साथ बेहतरीन कामकाजी रिश्तों की तारीफ की थी। उन्होंने लिखा, “मैं माननीय राष्ट्रपति के अटूट समर्थन और हमारे बीच बने शानदार कामकाजी रिश्ते के लिए तहे-दिल से शुक्रगुजार हूं।”

उन्होंने प्रधानमंत्री और उनकी मंत्रिपरिषद का भी शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन अनमोल रहा। मैंने अपने कार्यकाल में बहुत कुछ सीखा। संसद के सभी माननीय सदस्यों का प्यार, भरोसा और स्नेह मेरे दिल में हमेशा बसता रहेगा।”

जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने की बात कही। बता दें कि राज्यसभा के सभापति पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। पिछले कुछ दिनों में उनका स्वास्थ्य कई बार खराब हुआ, जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

कब-कब बीमार हुए जगदीप धनखड़

सबसे खास बात है कि पिछले काफी समय से अस्वस्थ चलते हुए भी जगदीप धनखड़ राज्यसभा में जीवंत और ऊर्जावान दिखाई दिए, जहां उन्होंने सभापति के रूप में अध्यक्षता की थी। इससे पहले मार्च में कुछ दिनों के लिए जगदीप धनखड़ को एम्स में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद चिकित्सकों की ओर से उन्हें कुछ समय के लिए राष्ट्रीय राजधानी से बाहर अपनी यात्राओं को कम करने की सलाह दी गई थी।

इसके कुछ समय बाद जून में ही उत्तराखंड के नैनीताल की यात्रा के दौरान जगदीप धनखड़ कुमाऊं विश्वविद्यालय में बेहोश हो गए थे। इस बीच अधिकारियों ने बताया था कि दिन असामान्य रूप से गर्म था और जिस हॉल में वह एक सभा को संबोधित कर रहे थे, वह घुटन भरा था। इस स्थिति में वहां पर मौजूद अन्य अधिकारियों और चिकित्सकों ने धनखड़ को संभाला।

जुलाई में भी बीमार हुए थे धनखड़

वहीं, इसी महीने की शुरुआत के दौरान केरल की यात्रा के दौरान भी पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बीमार पड़े। केरल की यात्रा की दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति को उनकी पत्नी सुदेश और एक सहयोगी ने गोद में उठाकर चलते हुए देखा था। वहीं, गत 17 जुलाई को भी दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा विकसित वाटिका में जाने पर धनखड़ की तबीयत खराब हो गई।

स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए धनखड़ ने दिया त्यागपत्र

गौरतलब हैकि सोमवार को शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को लिखे पत्र में जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं।

राष्ट्रपति ने किया धनखड़ का इस्तीफा मंजूर

बता दें मंगलवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति मुर्मु ने स्वीकार कर लिया। संसद के उच्च सदन में अध्यक्ष पद पर आसीन भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी ने इस बात की घोषणा की। संसद के उच्च सदन में अध्यक्ष पद पर आसीन भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना के माध्यम से संविधान की धारा 67ए के तहत उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की सूचना तत्काल प्रभाव से दे दी है।

2027 तक था धनखड़ का कार्यकाल

उल्लेखनीय है कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का कार्यकाल साल 2027 तक था। जगदीप धनखड़ ने अगस्त 2022 में पदभार ग्रहण किया था। मानसून सत्र के पहले दिन ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया।

राजस्थान के झुंझुनू में जगदीप धनखड़ के पैतृक गांव किठाना के स्थानीय लोगों ने उपराष्ट्रपति पद से उनके इस्तीफे के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उनके गांव के लोगों को भी समझ नहीं आ रहा है कि अचानक अपने कार्यकाल के पूरा होने से पहले धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा क्यों दे दिया।

खबर सुनकर लगा सदमा’

बता दें कि जगदीप धनखड़ के रिश्तेदार किठाना निवासी हरेंद्र धनखड़ ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि उनके इस्तीफे की खबर सुनकर हमें गहरा सदमा लगा। यह भी सच है कि मार्च में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी। पिछले महीने जब वह उत्तराखंड गए थे, तो वहाँ भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि जगदीप धनखड़ ने गांव के स्कूलों और गौशालाओं को आर्थिक मदद की है।

जगदीप धनखड़ के रिश्तेदार हरेंद्र धनखड़ ने आगे कहा कि जब वह साल 2022 में देश उप राष्ट्रपति बने तो पूरे गांव में खुशी की लहर थी। किठाना के एक किसान का बेटा देश का उपराष्ट्रपति बना। उन्होंने स्कूल और गौशाला को भी काफी आर्थिक मदद की थी। हरेंद्र धनखड़ ने आगे कहा कि गांव के लोग धनखड़ के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

धनखड़ के गांव के सरपंच ने क्या कहा?

वहीं, गांव के सरपंच सुभिता धनखड़ ने कहा कि उनको उम्मीद है कि आगे फिर एक बार जगदीप धनखड़ ऊंचे पदों पर पहुंचेंगे। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सरपंच ने बताया कि हम कामना करते हैं कि वह जल्द स्वस्थ हों और और भी ऊंचे पदों पर पहुंचें। यह खबर सुनकर मुझे गहरा सदमा लगा, लेकिन स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है।

स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे गांव के लोग

इस बीच जगदीप धनखड़ के गांव के एक अन्य ग्रामीण नरेश ने कहा कि उनका कार्यकाल पूरा हो जाना चाहिए था और गांव उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहा है।नरेश का कहना है कि मुझे कल रात लगभग 9:30 बजे व्हाट्सएप पर खबर मिली कि उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है। पूरा गांव हैरान था। यह गांव और पूरे राजस्थान के लिए दुखद खबर थी। उनका कार्यकाल पूरा हो जाना चाहिए था। हम उनके स्वास्थ्य के लिए मंदिर में प्रार्थना कर रहे हैं। जब भी वह गांव आते हैं, तो सबसे पहले बालाजी मंदिर में प्रार्थना करते हैं।

राष्ट्रपति मुर्मु ने स्वीकार किया धनखड़ का इस्तीफा

बता दें मंगलवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति मुर्मु ने स्वीकार कर लिया। संसद के उच्च सदन में अध्यक्ष पद पर आसीन भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी ने इस बात की घोषणा की। संसद के उच्च सदन में अध्यक्ष पद पर आसीन भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना के माध्यम से संविधान की धारा 67ए के तहत उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की सूचना तत्काल प्रभाव से दे दी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!