दिन के उजाले में  करते थे मजदूरी… रात के अंधेरे में करते थे डकैती, 9 अपराधी की गिरफ्तारी

दिन के उजाले में  करते थे मजदूरी… रात के अंधेरे में करते थे डकैती, 9 अपराधी की गिरफ्तारी

नालंदा पुलिस का सनसनीखेज खुलासा

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श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

नालंदा जिले में बीते 20 दिनों के भीतर तीन अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई डकैती की घटनाओं का पुलिस ने सफल उद्भेदन कर लिया है। पुलिस टीम ने गिरोह के नौ कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो योजनाबद्ध तरीके से घरों में घुसकर हथियार के बल पर लूटपाट किया करते थे।

पुलिस की कार्रवाई में घटना में प्रयुक्त हथियार, वाहन और लूटी गई संपत्ति भी बरामद की है। एसपी भारत सोनी ने बताया कि गिरोह के सभी सदस्य पेशेवर अपराधी हैं, जो पहले भी जेल जा चुके हैं। इनकी सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि ये अपराध को इतनी योजना और सतर्कता के साथ अंजाम देते थे कि पुलिस के लिए इन्हें पकड़ना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया था।

 

तीन डकैती की घटना अस्थावां थाना क्षेत्र में 17 जुलाई की रात जंगीपुर गांव निवासी रंजीत साव का परिवार जब गहरी नींद में था, उसी समय छह हथियारबंद बदमाशों ने घर में घुसकर परिवार को बंधक बना लिया और लूटपाट कर फरार हो गया था। हरनौत थाना क्षेत्र में 14-15 जुलाई की रात सद्भाव नगर निवासी श्याम किशोर प्रसाद के घर में भी अपराधियों ने इसी तरह की वारदात को अंजा दिया था।

 

बेन थाना क्षेत्र में 2-3 जुलाई की रात बड़ी आंट निवासी अशोक कुमार चौधरी के घर भी इसी गिरोह ने हमला कर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। क्राइम का स्टाइल तीनों घटनाओं की अपराध शैली और घटनास्थल से मिले शुरुआती साक्ष्यों के आधार पर पुलिस को जल्द ही यह स्पष्ट हो गया था कि ये सभी वारदातें एक ही गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया है।

 

इसके बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें अस्थावां, हरनौत, और बेन थाना के अलावा जिला आसूचना इकाई को भी शामिल किया गया। टीम ने तकनीकी सहायता, फिंगर प्रिंट विश्लेषण, डॉग स्क्वाड और गुप्त सूचना तंत्र के जरिए गहन अनुसंधान किया गिरोह के सदस्य जांच में यह भी सामने आया कि इस गिरोह के कुछ सदस्य पहले इन इलाकों में रह चुके थे या काम कर चुके थे। एक आरोपी हरनौत में घटनास्थल के पास किराये पर रहता था, जबकि दूसरा अस्थावां में पेंटिंग का काम करता था।

 

इसी बहाने ये घरों की पहचान पहले ही कर चुके थे। वहीं गिरोह के अन्य सदस्य गांवों में बर्तन बेचने या फेरी लगाने के बहाने घरों को चिह्नित करते थे और रात के अंधेरे में मिनी ट्रक से घटनास्थल पहुंचते और वारदात कर फरार हो जाते थे।

 

लूटी गई सामग्री बरामद गिरफ्तार किए गए अपराधियों में पटना, नालंदा और गया जिले के विभिन्न इलाकों के रहने वाले मोहम्मद आलम, मोहम्मद मिराज उर्फ घोघा, पप्पू बख्शो, मोहम्मद ऐनाम उर्फ भोट्टा, मोहम्मद फुरकान उर्फ पंडित, मोहम्मद झब्बन, राज कुमार साह उर्फ कक्कू, एजाज अयूबी और मोहम्मद तैयब के रूप में हुई है।

 

सभी अपराधी पहले से आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं और कई बार जेल जा चुके हैं। पुलिस ने इस गिरोह के पास से तीन देसी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस , तीन कीपैड मोबाइल, दो एंड्रॉयड मोबाइल, चांदी की तीन जोड़ी पायल, 25,800 रुपये नकद, घटना में लूटे गए डीवीआर और मिक्सी मशीन समेत सुप्रीमो मिनी ट्रक भी बरामद किया है।

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