राहुल गांधी पुरानी कहानी दोहरा रहे हैं- चुनाव आयोग
लोकसभा चुनाव 2024 में भी धांधली हुई थी- राहुल गांधी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग ने फिर से जवाब दिया है। चुनाव आयोग ने कहा, “राहुल गांधी ने अपनी हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक घिसी-पिटी कहानी दोहराई। ये पुरानी बोतल में नई शराब जैसा है। 2018 में, तत्कालीन मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने यही राग अलापा था; आज, लोकसभा में विपक्ष के नेता वही राग अलाप रहे हैं।”
2018 में, उन्होंने एक निजी वेबसाइट से दस्तावेज पेश करके सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश की ताकि यह दिखाया जा सके कि मतदाता सूची में गलतियां हैं, क्योंकि 36 मतदाताओं के चेहरे फिर से दिखाए गए थे। जबकि वास्तव में, लगभग 4 महीने पहले ही त्रुटियों को ठीक कर लिया गया था और उसकी एक प्रति पार्टी को दे दी गई थी। इसे मतदाता सूची के लिए खोज योग्य पीडीएफ प्रारूप की मांग का आधार बनाया गया। अदालत ने कमलनाथ की प्रार्थना को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
भारतीय चुनाव आयोग आयोग ने कहा, “अब, 2025 में, वे यह जानते हुए कि अदालत में यही चाल नहीं चल सकती, मतदाता सूची में अनियमितताओं का दावा करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश की, और साथ ही यह भी कि एक ही नाम अलग-अलग जगहों पर हैं। दरअसल, आदित्य श्रीवास्तव का नाम, जिसके बारे में कथित तौर पर तीन अलग-अलग राज्यों में होने का आरोप लगाया गया था, महीनों पहले सुधारा गया था।”
चुनाव आयोग का कहना है, “कमलनाथ का फैसला मशीन द्वारा पढ़े जा सकने वाले दस्तावेज के संबंध में एक स्थापित स्थिति प्रस्तुत करता है और बार-बार एक ही मुद्दे को उठाना दर्शाता है कि राहुल गांधी को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों का कोई सम्मान नहीं है। कानून, नामांकन पत्र पर आपत्ति दर्ज करने और अपील करने, दोनों के लिए एक विशिष्ट प्रक्रिया प्रदान करता है।”
कानूनी प्रक्रियाओं का लाभ उठाने के बजाय, उन्होंने मीडिया में निराधार दावे करके इस मुद्दे को सनसनीखेज बनाने की कोशिश की। यह एक स्थापित धारणा है कि यदि क़ानून किसी निश्चित चीज़ को एक निश्चित तरीके से करने की मांग करता है, तो उसे उसी तरीके से किया जाना चाहिए, किसी अन्य तरीके से नहीं।
भारतीय चुनाव आयोग ECI ने कहा, “इसलिए, यदि राहुल गांधी अपने विश्लेषण पर विश्वास करते हैं और मानते हैं कि चुनाव आयोग के खिलाफ उनके आरोप सही हैं, तो उन्हें कानून का सम्मान करना चाहिए और घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करना चाहिए या चुनाव आयोग के खिलाफ बेतुके आरोप लगाने के लिए राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए।”
भारत में इलेक्शन सिस्टम खत्म हो चुका- राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी एक बार फिर लोकसभा चुनाव 2024 में धांधली की बात दोहराई और दावा किया कि उनके पास इसके सबूत हैं। शनिवार (02 अगस्त, 2025) को उन्होंने कहा कि भारत में इलेक्शन सिस्टम की पहले ही मौत हो चुकी है।
संवैधानिक चुनौतियां- परिप्रक्ष्य और रास्ते नाम के सालाना कानूनी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें संदेह है कि 2024 के आम चुनावों में 80 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर धांधली हुई।
‘कम बहुमत के साथ प्रधानमंत्री अपने पद पर हैं’
उन्होंने कहा, “सच्चाई यह है कि भारत में चुनाव प्रणाली की पहले ही खत्म हो चुका है। भारत के प्रधानमंत्री बहुत कम बहुमत के साथ पद पर हैं। अगर 15 सीटों और ऊपर-नीचे हुई होती, मुझे शक है कि ये संख्या 70 से 80 से भी ज्यादा है तो वह भारत के प्रधानमंत्री नहीं बनते। हम आने वाले कुछ दिनों में आपको ये साबित कर देंगे कि लोकसभा चुनाव में कैसे धांधली हो सकती है और हुई भी है।”
कांग्रेस ने 6 महीने तक की जांच’
कांग्रेस की ओर से 6 महीने की गई जांच का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने आगे आरोप लगाया कि चुनाव आयोग का कोई अस्तित्व ही नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पाया है कि लोकसभा चुनाव में मतदान करने वाले 6.5 लाख मतदाताओं में 1.5 लाख मतदाता फर्जी थे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, “इससे साफ है कि संविधान की रक्षा करने वाली संस्था को मिटा दिया गया है और उस पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे पास ऐसे सबूत हैं जो देश को दिखा देंगे कि चुनाव आयोग जैसी संस्था का अस्तित्व ही नहीं है। यह गायब हो गई है। इन सबूतों को ढूंढ़ने में हमें लगातार 6 महीने लगे हैं। आप बिना किसी शक के देख पाएंगे कि कैसे लोकसभा चुनाव में चोरी की जाती है। 6.5 लाख वोटर वोट करते हैं और उनमें से 1.5 लाख वोटर फर्जी होते हैं।”
बीजेपी की जीत पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल
विपक्ष के नेता ने चुनाव प्रणाली को लेकर अपना संदेह जताते हुए कहा कि उन्हें 2014 से ही कुछ गड़बड़ी लग रही थी। गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हार के बाद चुनावी गड़बड़ियों की जांच करानी शुरू की।
राहुल गांधी ने कहा, “मैं हाल ही में चुनाव प्रणाली के बारे में बोल रहा हूं। मुझे हमेशा से ही शक था कि कुछ तो गड़बड़ है, 2014 से ही। गुजरात विधानसभा चुनावों के बारे में मुझे पहले से ही शक था। इस तरह की जीत हासिल करने की क्षमता। राजस्थान, मध्य प्रदेश या फिर गुजरात में कांग्रेस पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली, जिससे मुझे हैरानी हुई। जब भी हम बोलते थे तो लोग कहते थे कि सबूत कहां हैं? फिर महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हुआ।”
उन्होंने आगे कहा, “लोकसभा में हम चुनाव जीते। फिर चार महीने बाद, हम न सिर्फ हारे बल्कि पूरी तरह से खत्म हो गए। तीन मजबूत पार्टियां अचानक से गायब हो गईं। हमने चुनावी गड़बड़ियों की गंभीरता से जांच की। हमने पाया कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता जुड़े। इनमें से ज्यादातर वोट बीजेपी को गए। अब मैं बिना किसी संदेह के कहता हूं कि हमारे पास सबूत हैं।’