राहुल गांधी तैयारी करके झूठ बोलते हैं- भाजपा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा वोटों की हेराफेरी के आरोप लगाने के बाद हरियाणा में भी राजनीतिक बहस छिड़ गई है। राहुल गांधी ने वोटों की हेराफेरी होने वाले राज्यों में हरियाणा का नाम भी लिया है, जिसके बाद भाजपा आक्रामक हो गई है।
हरियाणा में आठ विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर कांग्रेस 22,779 वोटों से हारी है। भाजपा ने 55 लाख वोट हासिल कर 48 विधानसभा सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस ने 54 लाख वोट प्राप्त करते हुए 37 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है।
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटें जीतने वाली पार्टी को बहुमत से सरकार बनाने का मौका मिलता है। राज्य में भाजपा ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है और इस बार वह बहुमत से सत्ता में है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में अपनी प्रेस कान्फ्रेंस में कहा है कि कांग्रेस आठ सीटों पर 22 हजार 779 वोट के अंतर से पूरा राज्य हार गई। जींद जिले की उचाना कलां, चरखी दादरी, होडल, सफीदो, घरौंडा, असंध, राई और खरखौदा विधानसभा सीटों में कांग्रेस छह हजार से भी कम वोटों से चुनाव हारी है।
उचाना कलां विधानसभा सीट पर कांग्रेस की हार सिर्फ 32 वोटों से हुई है, जहां से हिसार के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह चुनाव लड़े थे। बृजेंद्र सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं। दूसरी तरफ भाजपा सात सीटें लोहारू, आदमपुर, रोहतक, सढ़ोरा, पंचकूला, फतेहाबाद और थानेसर 3,500 से भी कम वोटों से हारी है, जिससे कांग्रेस के वोटों की हेराफेरी के आरोपों को खारिज करने में मदद मिल रही है।
लोकसभा चुनाव में भाजपा व कांग्रेस दोनों को पांच-पांच सीटें मिली हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि राहुल गांधी जो कह रहे हैं, वह बिल्कुल सही और रिकार्ड की बात है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों पर भाजपा ने शुक्रवार को तीखा पलटवार किया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जहां कहा है कि राहुल गांधी अब तक के सबसे असफल नेता हैं और वे सफल होने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं, वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने दावा किया कि चुनाव में एक-एक वोट से हार-जीत होती है।
अगर भाजपा को 22 हजार वोट और मिलते तो हम 22 सीटें और जीत जाते। राहुल गांधी संवैधानिक संस्थाओं की साख पर सवाल उठाकर लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं। मोहन लाल बड़ौली ने आंकड़ों के साथ कांग्रेस के आरोपों को चुनौती दी। उनके मुताबिक, लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच मात्र पांच महीने में हरियाणा में 4 लाख 16 हजार 103 मतदाता बढ़े। मई 2024 में लोकसभा चुनाव में मतदाता संख्या 1 करोड़ 99 लाख 38 हजार 247 थी, जो विधानसभा चुनाव में 2 करोड़ 3 लाख 54 हजार 350 हो गई।
औसतन हर विधानसभा क्षेत्र में 4,623 मतदाता जुड़े। इन नए आंकड़ों का राजनीतिक महत्व इसलिए है, क्योंकि 12 विधानसभा सीटों पर जीत-हार का अंतर 4,623 वोट से कम रहा है। इसलिए राहुल गांधी के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया था. पिछले एक हफ़्ते से भी ज़्यादा समय से, कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत में चुनावी हेराफेरी के सबूत के तौर पर एक ‘परमाणु बम’ पेश करने का वादा कर रहे थे. अब इस मामले पर बीजेपी की तरफ जवाबी हमला शुरू हुआ है. केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए तंज कसा है. उन्होंने कहा, “पिछले कई दिनों से हमारे विपक्ष के नेता राहुल गांधी परमाणु बम छोड़ने की बात कर रहे थे. सच कहा जाए तो कांग्रेस के ‘युवराज’ और देश के विपक्ष के नेता की भाषा में आक्रामकता चुनाव आयोग के अधिकारियों के लिए थी.”
भूपेंद्र यादव ने कहा, “राहुल गांधी ने कहा कि जब हम सत्ता में आएंगे, तो चुनाव आयोग के बड़े और छोटे अधिकारियों को इसके परिणाम भुगतने होंगे. क्या सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ विपक्ष के नेता द्वारा इस्तेमाल की गई ऐसी भाषा उनके पद को शोभा देती है?”उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई हमारी सेना के शौर्य पर हमला करता है, तो वह राहुल गांधी हैं. वे सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी की आलोचना करने से भी कभी नहीं चूकते.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जिताने में मदद की. इंदिरा भवन स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा में नेता विपक्ष ने कहा कि नरेंद्र मोदी 33 हजार से कम अंतर वाली 25 सीटों के कारण प्रधानमंत्री हैं. आंकड़ों के साथ प्रजेंटेशन में उन्होंने कर्नाटक की बेंगलुरु सेंट्रल सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण दिया, जहां 1,00,250 फर्जी वोट दर्ज किए गए.
उन्होंने बताया कि पार्टी के आंतरिक सर्वे में कर्नाटक में 16 सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन केवल 9 मिलीं. इसके बाद उन्होंने सात अप्रत्याशित हारी सीटों पर फोकस किया. बेंगलुरु सेंट्रल में बीजेपी को 6,58,915 और कांग्रेस को 6,26,208 वोट मिले. यानी बीजेपी 32,707 वोटों से जीती. महादेवपुरा में बीजेपी ने 1,14,046 वोटों की बढ़त ली, जबकि बाकी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले.