मन की बात @ मेरा देश बदल रहा है…PM मोदी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के तहत देश को संबोधित किया। 2014 में शुरू हुए ‘मन की बात’ (PM Modi Mann Ki Baat) कार्यक्रम का 125वां एपिसोड था, जिसमें पीएम मोदी कई बड़े मुद्दों पर चर्चा की है।
1. प्राकृतिक आपदाओं का किया जिक्र
पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत प्राकृतिक आपदाओं से की हैं। पहाड़ों पर बारिश आफत बन गई है। पीएम मोदी ने रेस्क्यू ऑपरेशन की सारी डिटेल्स साझा की हैं। पीएम मोदी ने कहा कि NDRF और SDRF की टीमों समेत सुरक्षाबलों ने दिन-रात मेहनत करके हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश की है।
2. जम्मू कश्मीर को मिलीं 2 उपलब्धियां
पीएम मोदी ने कहा, “जम्मू कश्मीर ने दो बड़ी उपलब्धियां भी हासिल की हैं। पुलवामा के स्टेडियम में रिकॉर्ड संख्या में लोग इकट्ठा हुए और यहां डे-नाइट क्रिकेट मैच खेला गया। पहले यह होना असंभव था, लेकिन अब मेरा देश बदल रहा है। यह मैच रॉयल प्रीमियर लीग का हिस्सा था।”
जम्मू कश्मीर की दूसरी उपलब्धि का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “देश में पहला खेलो इंडिया वॉटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल श्रीनगर की डल झील में हुआ। इसमें पूरे भारत से 800 से ज्यादा एथलीट्स ने हिस्सा लिया।”
पीएम मोदी ने कहा, “एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना और देश की एकता, देश के विकास के लिए बहुत जरूरी है। खेल इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं। इसलिए मैं कहता हूं कि जो खेलता है वो खिलता है।”
3. UPSC में सफल न होने वालों को भी मिलेगी नौकरी
सिविल सर्विस परीक्षा का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “कई नौजवान कड़ी मेहनत से परीक्षा पास करके सफलता हासिल करते हैं, लेकिन UPSC की एक कड़ी सच्चाई यह भी है कि हजारों नौजवान बहुत काबिल होते हैं, लेकिन मामूली अंतर से वो अंतिम सूची तक नहीं पहुंच पाते हैं। अब ऐसे होनहार विद्यार्थियों के लिए “प्रतिभा सेतु” नामक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया गया है। इस प्लेटफॉर्म पर 10 हजार से ज्यादा ऐसे युवाओं का डेटाबैंक मौजूद है। इस पोर्टल की मदद से प्राइवेट कंपनियां भी होनहार उम्मीदवारों को नौकरी दे सकती हैं।”
4. शहडोल के खिलाड़ियों की जर्मनी में होगी ट्रेनिंग
पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बताया कि कुछ समय पहले एक पॉडकास्ट में उन्होंने मध्यप्रदेश के शहडोल स्थित एक गांव में फुटबॉल क्रांति का जिक्र किया था, जिसे जर्मनी के एक बड़े कोच ने देखा और अब वो शहडोल के खिलाड़ियों को जर्मनी में फुटबॉल की ट्रेनिंग देना चाहते हैं।
5. विश्वकर्मा जयंती की दी बधाई
‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 17 सितंबर को आने वाली विश्वकर्मा जयंती की भी बधाई दी है। इसी के साथ पीएम मोदी ने ‘विश्वकर्मा योजना’ के बारे में भी बताया है।
6. ऑपरेशन पोलो पर की बात
पीएम मोदी ने ऑपरेशन पोलो का जिक्र करते हुए कहा कि अगले महीने हम हैदराबाद लिब्रेशन डे भी मनाएंगे। लौह पुरुष सरदार पटेल ने सरकार को ऑपरेशन पोलो शुरू करने का आग्रह किया और रिकॉर्ड समय में सेना ने हैदराबाद को निजाम के अत्याचारों से मुक्त करवाकर इसे देश का हिस्सा बनाया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ से सरकार को इसकी शुरुआत से अब तक कुल 34.13 करोड़ रुपये की आय हुई है।
सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में शुक्रवार को राज्यसभा को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम आकाशवाणी मौजूदा संसाधनों के माध्यम से बिना अतिरिक्त खर्च के तैयार करता है।
2014 में शुरू हुआ था ‘मन की बात’ कार्यक्रम
उन्होंने बताया कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम पारंपरिक और डिजिटल दोनों माध्यमों से श्रोताओं तक पहुंचता है। ‘मन की बात’ का पहली बार प्रसारण तीन अक्टूबर 2014 को हुआ था।
मुरुगन ने बताया कि एक बड़ा वर्ग आकाशवाणी के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेटवर्क के माध्यम से इस कार्यक्रम को सुनता है। इसके अलावा क्षेत्रीय भाषाओं में भी इसका प्रसारण किया जाता है ताकि यह स्थानीय श्रोताओं तक पहुंच सके।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय चैनलों पर भी किया जाता है। इसके अलावा, डीडी फ्री डिश के माध्यम से 48 आकाशवाणी रेडियो चैनल और 92 निजी टीवी चैनलों पर भी इसे प्रसारित किया जाता है। इससे यह देश के ग्रामीण और दूरदराज इलाकों तक भी सुना जा सकता है।
‘न्यूज ऑन एआइआर मोबाइल पर 260 से अधिक आकाशवाणी चैनल उपलब्ध’
मंत्री ने बताया कि ‘मन की बात’ के दृश्य प्रारूप (विजुअल फार्मेट) ने दर्शकों को जोड़ने और सामूहिक रूप से विचार-विमर्श का अवसर देने में मदद की है।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पीएमओ इंडिया, आकाशवाणी और प्रसार भारती के यूट्यूब चैनलों, प्रसार भारती के ओटीटी प्लेटफार्म वेव्स और ऑल इंडिया रेडियो के मोबाइल एप पर भी सीधे प्रसारित और संग्रहित किया जाता है।
न्यूज ऑन एआइआर मोबाइल पर 260 से अधिक आकाशवाणी चैनल उपलब्ध हैं। यह कार्यक्रम प्रसार भारती की न्यूज फीड सेवा पर भी उपलब्ध कराया जाता है ताकि इसे विभिन्न मंचों और चैनलों के माध्यम से व्यापक रूप से प्रसारित किया जा सके।—एल मुरुगन, सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री